📚 Medieval History
Noble Exam City
मध्यकालीन भारतीय इतिहास – Complete Guide for All Competitive Exams
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अध्याय 1
🏛️ प्रारंभिक मध्यकालीन भारत (650–1200 ई.)
Foundation
राजपूत काल, पाल–राष्ट्रकूट–गुर्जर-प्रतिहार त्रिपक्षीय संघर्ष, अरब आक्रमण तथा दक्षिण भारत के प्रमुख राजवंशों (चोल, चेर, पांड्य) पर आधारित समग्र अध्याय पर आधारित महत्वपूर्ण टॉपिक।
🧭 Foundation for Medieval India
केंद्र की कमजोरी, क्षेत्रीय राज्यों का उभार, अरब आक्रमण, पाल–प्रतिहार–राष्ट्रकूट जैसे प्रमुख राजवंशों और दक्षिण भारत के शक्तिशाली राज्यों के माध्यम से प्रारंभिक मध्यकालीन भारत की नींव को समझने वाला अध्याय।
1️⃣ प्रारंभिक राजनीतिक पृष्ठभूमि (गुप्तोत्तर से 750 ई. तक
केंद्र की शक्ति का क्षय, हर्षवर्धन के बाद की स्थिति, छोटे–छोटे राज्यों का उभार और मध्यकाल की भूमिका तैयार होना।
2️⃣ प्रारंभिक मध्यकालीन भारत की राजनीतिक स्थिति (650–1200 ई.)
केंद्र की कमजोरी, क्षेत्रीय शक्तियों का उभार, उत्तर भारत, पूर्वी भारत व दक्षिण भारत के प्रमुख राज्यों की परस्पर प्रतिद्वंद्विता व संतुलन।
3️⃣ राजपूत वंशों का उदय व विशेषताएँ
गुर्जर-प्रतिहार, चौहान/चाहमान, परमार, सोलंकी आदि राजपूत वंशों का उदय, सामाजिक-सैन्य ढाँचा, क्षत्रिय आदर्श, संस्थापक शासक व परीक्षा–योग्य तथ्य।
4️⃣ पाल, राष्ट्रकूट एवं गुर्जर-प्रतिहार – त्रिपक्षीय संघर्ष
कन्नौज के लिए संघर्ष, प्रमुख शासक (धर्मपाल, नागभट्ट, गोविंद III आदि), सैन्य शक्ति, राजनैतिक संतुलन, परिणाम व भारत के इतिहास पर इसके दीर्घकालिक प्रभाव।
5️⃣ दक्षिण भारत – चोल, चेर व पांड्य
चोलों की नौसैनिक शक्ति, प्रशासनिक ढाँचा, मंदिर–केंद्रित अर्थव्यवस्था, नगर–व्यवस्था, चेर व पांड्य की भूमिका, समुद्री व्यापार और सांस्कृतिक विस्तार।
6️⃣ प्रशासन, सामंतवाद व भूमि व्यवस्था
सामंतवाद की विशेषताएँ, ज़मींदारी/सामंती संरचना, भूमि–अनुदान, कर–व्यवस्था, राजपूत व अन्य क्षेत्रीय राजवंशों की प्रशासनिक पद्धतियाँ और उनके प्रभाव।
7️⃣ प्रारंभिक मंदिर स्थापत्य व कला
केंद्र की कमजोरी, क्षेत्रीय शक्तियों का उभार, उत्तर भारत, पूर्वी भारत व दक्षिण भारत के प्रमुख राज्यों की परस्पर प्रतिद्वंद्विता व संतुलन।
अध्याय 2
🕌 दिल्ली सल्तनत – स्थापना व विस्तार
Important for Prelims
गुलाम, खिलजी, तुगलक, सैय्यद और लोधी — पाँचों वंशों का पूर्ण कालक्रम।
➤ Foundation + Establishment + Expansion + Administration — सब एक ही जगह।
🕌 Islamic Rule & Administration
1️⃣ मोहम्मद गौरी के आक्रमण एवं प्रभाव (1191–1192–1206)
🎯 तराइन के दोनों युद्ध 🎯
पृथ्वीराज चौहान व राजपूत शक्ति पर प्रभाव 🎯
दिल्ली सल्तनत की नींव का आधार🎯
2️⃣ दिल्ली सल्तनत की वास्तविक स्थापना – कुतुबुद्दीन ऐबक
🎯 गुलाम वंश की शुरुआत 🎯‘लक्खनौती’ व ‘कुतुब मीनार निर्माण’ 🎯 उपाधियाँ: “लाख बख्श”
3️⃣ गुलाम वंश (इल्तुतमिश से बलबन तक)
3.1 ⭐ इल्तुतमिश ==> 🎯 दिल्ली सल्तनत का असली संस्थापक 🎯 तुर्क-ए-चहलियान 🎯 ‘सिक्का’ व ‘खुत्बा’ द्वारा संप्रभुता
3.2 🛡️ नसीरुद्दीन महमूद + बलबन ==> 🎯 बलबन का ‘नियाबत-ए-खुदाई’ सिद्धांत 🎯 कठोर शासन, जासूसी व्यवस्था, मजबूत केंद्र
4️⃣ खिलजी वंश (1290–1320)
अलाउद्दीन खिलजी की नीतियाँ ==>🎯 मूल्य नियंत्रण 🎯बाजार व्यवस्था 🎯 दक्षिण भारतीय विजय (मालिक काफूर) 🎯 सैन्य सुधार
5️⃣ तुगलक वंश (1320–1414)
5.1 मोहम्मद-बिन-तुगलक – असफल प्रयोगों का दौर
राजधानी परिवर्तन 🎯 टोकन मुद्रा 🎯 दोआब नीति 🎯 कर सुधार
5.2 फ़िरोजशाह तुगलक
सिंचाई, दास-प्रथा विस्तार 🎯 जागीर सुधार
6️⃣ सल्तनत काल का प्रशासन व राजस्व व्यवस्था
🎯 इक्ता प्रणाली (Iqtadari System) 🎯केंद्रीय प्रशासन 🎯 प्रांतीय प्रशासन 🎯 सेना व्यवस्था, न्याय व्यवस्था
7️⃣ सैय्यद वंश (1414–1451)
🎯 कमजोर केंद्र 🎯 तैमूर के आक्रमण के बाद की स्थिति 🎯 खिज्र खाँ से आलम शाह तक
8️⃣ लोधी वंश (1451–1526) और अंततः बाबर का आक्रमण
🎯 बहलोल – सिकंदर – इब्राहिम लोधी 🎯 कड़ा केंद्रीकरण 🎯 पानीपत का प्रथम युद्ध (1526)
सल्तनत के पूरे अध्याय का 1-Page सार
✓ स्थापना → कुतुबुद्दीन ऐबक ✓ सुदृढ़ीकरण → इल्तुतमिश ✓ उच्चतम अनुशासन → बलबन ✓ विस्तार → अलाउद्दीन खिलजी ✓ असफल प्रयोग → मोहम्मद-बिन-तुगलक ✓ निर्माण कार्य → फ़िरोजशाह ✓ अंतिम दौर → सैय्यद + लोधी ✓ अंत → बाबर के हाथों सल्तनत समाप्त
अध्याय 3
⚔️ खिलजी एवं तुगलक काल
High-Weightage
अलाउद्दीन खिलजी की नीतियाँ तथा मोहम्मद-बिन-तुगलक के प्रयोग – Pre + Mains दोनों के लिए महत्वपूर्ण।
अलाउद्दीन खिलजी की आर्थिक एवं बाजार नीति
मंडी नियंत्रण, मूल्य नियंत्रण, सैन्य सुधार तथा frequently asked तथ्य।
मोहम्मद-बिन-तुगलक के प्रयोग
टोकन मुद्रा, राजधानी परिवर्तन, दोआब नीति – कौन–सा प्रयोग क्यों असफल हुआ, exam–oriented सार।
खिलजी एवं तुगलक काल की कृषि व राजस्व व्यवस्था
राजस्व निर्धारण, किसानों की स्थिति, भूमि नीतियाँ एवं सामाजिक प्रभाव।
अध्याय 4
🏯 सैय्यद एवं लोधी वंश
Late Sultanate
दिल्ली सल्तनत का अंतिम चरण और बाबर के आक्रमण की पृष्ठभूमि को समझने वाला chapter।
सैय्यद वंश – उद्भव व पतन
कमजोर केंद्र, प्रांतीय शक्तियों की बढ़ती ताकत, विदेशी आक्रमण और सल्तनत की गिरती साख।
लोधी वंश एवं पानीपत का प्रथम युद्ध
इब्राहिम लोधी की नीतियाँ, बाबर का आगमन, पानीपत का प्रथम युद्ध और सल्तनत का अंत।
अध्याय 5
🦅 मुगल साम्राज्य की स्थापना
Foundation of Mughals
बाबर, हुमायूँ, शेरशाह सूरी एवं प्रारंभिक मुगल प्रशासन की बुनियादी बातें।
बाबर का भारत आगमन एवं विजयों
पानीपत, खानवा, घाघरा के युद्ध, बाबरनामा एवं प्रारंभिक मुगल सत्ता की मजबूती।
हुमायूँ और शेरशाह सूरी
हुमायूँ के संघर्ष, शेरशाह की प्रशासनिक व्यवस्था, सड़क, डाक एवं मुद्रा सुधार – अक्सर पूछे जाने वाले पॉइंट्स।
अध्याय 6
👑 अकबर का शासन
Most Important
धार्मिक नीति, मनसबदारी, राजपूत नीति – Medieval History में सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाले टॉपिक।
अकबर की राजपूत नीति
समझौता, विवाह संबंध, युद्ध, साम्राज्य विस्तार एवं राजपूतों की स्थिति में परिवर्तन।
मनसबदारी प्रणाली एवं ज़ब्ती व्यवस्था
मनसब, जागीर, सैन्य एवं राजस्व प्रशासन की मुख्य विशेषताएँ – objective व descriptive दोनों हेतु प्रासंगिक।
अकबर की धार्मिक नीति एवं दीन-ए-इलाही
सुलह-ए-कुल, इबादतखाना, धार्मिक सहिष्णुता एवं दीन-ए-इलाही की विशेषताएँ।
अध्याय 7
🏰 जहाँगीर, शाहजहाँ एवं औरंगज़ेब
Later Mughals (Core)
उत्तराधिकार संघर्ष, विद्रोह, नीतियाँ और साम्राज्य के पतन की पृष्ठभूमि को पढ़ने वाला chapter।
जहाँगीर और शाहजहाँ – कला व स्थापत्य
ताजमहल, अन्य प्रमुख इमारतें, चित्रकला, दरबारी संस्कृति और संरक्षण नीति।
औरंगज़ेब की नीतियाँ एवं विद्रोह
मराठा, सिख, जाट, राजपूत विद्रोह, धार्मिक नीति और साम्राज्य के पतन के कारण।
अध्याय 8
🏛️ मुगल प्रशासन, अर्थव्यवस्था व समाज
Analysis
तंत्र, कर-व्यवस्था, ग्रामीण संरचना, व्यापार एवं वर्ग–संरचना पर आधारित विश्लेषणात्मक chapter।
मुगल प्रशासनिक ढाँचा
केंद्र, प्रांत, परगना एवं गाँव स्तर की प्रशासनिक इकाइयाँ और उनके कार्य।
अर्थव्यवस्था, भूमि व्यवस्थाएँ एवं व्यापार
राजस्व प्रणाली, भूमि के प्रकार, व्यापारी वर्ग, विदेशी व्यापार व प्रमुख बंदरगाह।
अध्याय 9
🎭 मध्यकालीन भारतीय संस्कृति व कला
Culture
स्थापत्य, चित्रकला, संगीत, साहित्य एवं मिश्रित संस्कृति पर exam–oriented coverage।
मध्यकालीन स्थापत्य और प्रमुख भवन
कुतुब मीनार, लाल किला, ताजमहल, शाही मस्जिदें और उनके स्थापत्य की मुख्य विशेषताएँ।
संगीत, चित्रकला एवं साहित्य
तानसेन, दरबारी संगीत, मुगल चित्रकला, फारसी व भारतीय साहित्य की मुख्य धारा।
अध्याय 10
☪️ भक्ति एवं सूफी आंदोलन
Very Scoring
भक्तिकालीन संत, सूफी सिलसिले, समन्वयवादी परंपरा एवं सामाजिक परिवर्तन – most scoring section.
भक्ति आंदोलन – प्रमुख संत व विचार
कबीर, मीरा, तुलसी, नामदेव आदि संतों के मुख्य विचार, रचनाएँ एवं परीक्षा–प्रमुख पॉइंट्स।
सूफीमत एवं सूफी सिलसिले
चिश्ती, सुहरवर्दी, कादरी आदि सूफी सिलसिलों की विशेषताएँ, खानकाह व्यवस्था एवं सामाजिक प्रभाव।
Branding: Noble Exam City – प्राचीन + मध्यकालीन + आधुनिक इतिहास, सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक ही डिजिटल शहर।