लोधी वंश (1451–1526) व प्रथम पानीपत युद्ध 1526 नोट्स | बहलोल–सिकंदर–इब्राहिम लोधी व बाबर का आक्रमण | Lodhi Dynasty and First Battle of Panipat 1526 Notes (UPSC, State PCS, RO/ARO, UPSSSC, Police, All Exams)

लोधी वंश (1451–1526) व प्रथम पानीपत युद्ध 1526 नोट्स | बहलोल–सिकंदर–इब्राहिम लोधी व बाबर का आक्रमण | Lodhi Dynasty and First Battle of Panipat 1526 Notes (UPSC, State PCS, RO/ARO, UPSSSC, Police, All Exams)

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अध्याय 2 : दिल्ली सल्तनत – स्थापना व विस्तार
8️⃣ लोधी वंश (1451–1526) और अंततः बाबर का आक्रमण – बहलोल, सिकंदर, इब्राहिम लोधी व प्रथम पानीपत युद्ध
⚔️ बहलोल लोधी, सिकंदर लोधी, इब्राहिम लोधी, कड़ा केंद्रीकरण, प्रथम पानीपत युद्ध 1526 📝 UPSC, State PCS, RO/ARO, UPSSSC, Police व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु
🏰 मध्यकालीन भारत दिल्ली सल्तनत लोधी वंश व बाबर का आक्रमण
📘 भाग – 1 : विस्तृत स्टडी नोट्स – लोधी वंश (1451–1526) व बाबर का आक्रमण
गहन अध्ययन – प्री + मेंस दोनों हेतु
🎯 कीवर्ड: लोधी वंश नोट्स, बहलोल लोधी, सिकंदर लोधी, इब्राहिम लोधी, प्रथम पानीपत युद्ध 1526, बाबर का आक्रमण, दिल्ली सल्तनत का अंत।

🏰 1. लोधी वंश – परिचय

लोधी वंश (1451–1526) दिल्ली सल्तनत का अंतिम वंश था और यह अफगान वंश था। बहलोल, सिकंदर और इब्राहिम – इन तीन शासकों के समय में सल्तनत ने एक ओर कड़ा केंद्रीकरण देखा, तो दूसरी ओर अफगान सरदारों में असंतोष भी बढ़ा, जिसका परिणाम अंततः बाबर के आक्रमण और प्रथम पानीपत युद्ध (1526) के रूप में सामने आया।
  • लोधी वंश ने दिल्ली सल्तनत की परंपरा को अंतिम चरण तक पहुँचाया और फिर इसके बाद मुगल साम्राज्य की शुरुआत हुई।
  • अफगान स्वभाव, गोत्र–आधारित राजनीति, कड़ा केंद्रीकरण और सरदारों की नाराज़गी – ये चार शब्द लोधी काल को समझने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
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एग्ज़ाम टिप: “अंतिम सल्तनत वंश कौन?” – यह लगभग हर परीक्षा में पूछा जाता है। उत्तर: लोधी वंश (अफगान) – तुगलक या सैय्यद नहीं।

🛡️ 2. बहलोल लोधी (1451–1489) – स्थापना व विस्तार

1️⃣ 2.1 बहलोल लोधी का उदय
  • अफगान सरदार वर्ग से संबंध; पहले सरहद–क्षेत्र (पंजाब आदि) में शक्ति अर्जित की।
  • सैय्यद वंश के अंतिम शासक आलम शाह की कमजोरी का लाभ लेकर 1451 में दिल्ली की सत्ता प्राप्त की।
  • बहलोल लोधी को कई बार व्यावहारिक, समझौता–प्रिय व युद्ध–कुशल शासक के रूप में वर्णित किया जाता है।
📈 2.2 बहलोल की नीति व उपलब्धियाँ
  • अफगान सरदारों को साथ लेकर चलने की नीति; उन्हें उचित हिस्सेदारी दी गई।
  • पंजाब, दोआब आदि क्षेत्रों में धीरे–धीरे सैन्य विस्तार कर दिल्ली की स्थिति मजबूत की।
  • बहलोल की मृत्यु के समय तक लोधी सत्ता तुकड़ों में नहीं, बल्कि एक संगठित रूप में दिखती है।

⚙️ 3. सिकंदर लोधी (1489–1517) – कड़ा केंद्रीकरण व प्रशासन

सिकंदर लोधी को लोधी वंश का सबसे सक्षम शासक माना जाता है। उसने कड़ा केंद्रीकरण (Strong Centralization) की नीति अपनाई, प्रशासन में सुधार, राजस्व–वृद्धि और नई राजधानी आगरा के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है।
🏛️ 3.1 प्रशासनिक व आर्थिक कदम
  • कई जागीरों/इक्ताओं को पुनर्गठित कर सीधे केंद्र के नियंत्रण में लाने की कोशिश।
  • कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए माप–तोले में सुधार, कर–व्यवस्था में कुछ अनुशासन की कोशिश।
  • नई राजधानी आगरा की स्थापना – आगे मुगल काल में भी यह मुख्य केंद्र बना।
📚 3.2 सांस्कृतिक व धार्मिक पक्ष
  • फारसी भाषा व साहित्य का समर्थन; विद्वानों को संरक्षण।
  • धार्मिक दृष्टि से रूढ़िवादी माना जाता है; कुछ स्रोतों में मंदिर–विध्वंस व कठोर नीतियाँ भी उल्लेखित हैं।
  • स्थानीय हिंदू समाज पर कड़े नियंत्रण से कुछ क्षेत्रों में असंतोष भी बढ़ा।
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एग्ज़ाम टिप: “आगरा को राजधानी बनाने वाला लोधी शासक कौन?” – उत्तर: सिकंदर लोधी (बहुत पूछे जाने वाला तथ्य)।

⚠️ 4. इब्राहिम लोधी (1517–1526) – केंद्रीकरण और विद्रोह

इब्राहिम लोधी ने सिकंदर की ही तरह कड़ा केंद्रीकरण जारी रखा, लेकिन उसके तरीके अधिक कठोर थे। अफगान सरदारों व प्रांतीय शासकों के साथ समझौते की बजाय टकराव की नीति अपनाई, जिसके कारण अनेक विद्रोह हुए और अंततः यही बाबर के आक्रमण का निमंत्रण बन गया।
  • इब्राहिम ने कुछ पुराने अफगान सरदारों को हटाया, नए लोगों को आगे किया – इससे पारंपरिक अफगान समूह नाराज़ हो गए।
  • राजपूतों, अफगानों और कुछ प्रांतीय शक्तियों के साथ तनाव बढ़ा; कई स्थानों पर उसके विरुद्ध गठजोड़ बनते गए।
  • खासकर पंजाब के गवर्नर दाउलत खान लोधी और इब्राहिम के चाचा आलम खाँ उससे असंतुष्ट थे।
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एग्ज़ाम टिप: “इब्राहिम लोधी का पतन केवल बाबर की शक्ति से नहीं, बल्कि अंदरूनी अफगान विद्रोह + केंद्रीकरण की कठोरता से भी जुड़ा है – यह विश्लेषण Mains में लिखने योग्य है।

⚔️ 5. बाबर का आक्रमण – प्रथम पानीपत युद्ध (1526)

ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर, काबुल का शासक, मूल रूप से मध्य एशियाई (फ़रग़ना/तैमूरी परंपरा) था। उसे दाउलत खान लोधी, आलम खाँ आदि ने इब्राहिम लोधी के विरुद्ध भारत आने का निमंत्रण दिया। कई आक्रमणों के बाद निर्णायक युद्ध 21 अप्रैल 1526 को प्रथम पानीपत में हुआ।
📍 5.1 युद्ध के मुख्य पक्ष व कारण
  • एक ओर – इब्राहिम लोधी (लगभग 30–40 हज़ार सेना, हाथी आदि)।
  • दूसरी ओर – बाबर (तुलनात्मक रूप से कम सैनिक, पर तोपखाना व संगठित रणनीति के साथ)।
  • कारण –
    • क) अफगान सरदारों की नाराज़गी (दाउलत खान, आलम खाँ आदि)
    • ख) इब्राहिम का कड़ा केंद्रीकरण व कठोरता
    • ग) बाबर की भारत में स्थायी आधार बनाने की इच्छा
🎯 5.2 युद्ध की रणनीति व परिणाम
  • बाबर ने तोपों, बंदूकों और “तुलुगमा” जैसी युद्ध–रणनीति का उपयोग किया।
  • इब्राहिम की भारी–भरकम सेना और हाथियों को तोपों के शोर व गोलाबारी से तोड़ा गया; सेना में भ्रम फैल गया।
  • इब्राहिम लोधी युद्ध–भूमि में मारा गया; इसी के साथ दिल्ली सल्तनत का अंत और मुगल साम्राज्य की शुरुआत मानी जाती है।
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एग्ज़ाम टिप (वन–लाइनर):
“प्रथम पानीपत युद्ध (1526) = दिल्ली सल्तनत का अंत + मुगल युग का प्रारंभ।” यह वाक्य लगभग हर परीक्षा के लिए डायरेक्ट–फैक्ट की तरह काम आता है।

⚖️ 6. लोधी वंश – समग्र मूल्यांकन

6.1 सकारात्मक पक्ष
  • अफगान तत्वों को सत्ता–साझेदारी देना (बहलोल व सिकंदर के समय)।
  • सिकंदर लोधी द्वारा प्रशासनिक अनुशासन व केंद्रीकरण की कोशिश।
  • आगरा जैसे नए केंद्र का विकास, जो आगे मुगल प्रशासन का भी मुख्य आधार बना।
⚠️ 6.2 नकारात्मक पक्ष
  • इब्राहिम के समय कठोर केंद्रीकरण से अफगान सरदारों में असंतोष।
  • अंदरूनी कलह, गुटबाजी और बाहरी सहायता (बाबर) को आमंत्रण।
  • राजपूत, अफगान और अन्य क्षेत्रीय शक्तियों से संतुलित संबंध न बन पाना।
इस प्रकार लोधी वंश दिल्ली सल्तनत की अंतिम कड़ी है, जिसका अंत प्रथम पानीपत युद्ध 1526 में इब्राहिम लोधी की पराजय के साथ हुआ और उसके बाद भारत के मध्यकालीन इतिहास का नया अध्याय – मुगल काल शुरू होता है।
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Mains सार वाक्य:
“लोधी शासन की ताकत अफगान साहस और केंद्रीकरण की इच्छा थी, पर वही जब अति कठोर रूप में सामने आई, तो अंदरूनी विद्रोह और बाबर जैसे बाहरी आक्रांता की सफलता का मार्ग भी उसी ने तैयार किया।”
लोधी वंश नोट्स हिंदी में बहलोल सिकंदर इब्राहिम लोधी प्रथम पानीपत युद्ध 1526 बाबर का आक्रमण व सल्तनत का अंत
भाग – 2 : क्विक स्मार्ट रिवीजन – लोधी वंश व प्रथम पानीपत (3–4 मिनट)
Quick Smart Revision (Hindi)
UPSC, State PCS, RO/ARO, UPSSSC, Police व अन्य एकदिवसीय परीक्षाओं के लिए स्मार्ट रिवीजन – केवल हाई–यील्ड पॉइंट्स।
1️⃣ समय व शासक–क्रम
  • काल – 1451–1526 ई.
  • बहलोल लोधी (1451–1489)
  • सिकंदर लोधी (1489–1517)
  • इब्राहिम लोधी (1517–1526)
2️⃣ बहलोल लोधी – मुख्य बिंदु
  • अफगान सरदार, सैय्यद वंश के बाद सत्ता प्राप्त।
  • समझौता–प्रिय नीति, अफगान सरदारों को साथ लेकर शासन।
  • पंजाब व दोआब क्षेत्र में धीरे–धीरे विस्तार।
3️⃣ सिकंदर लोधी – मुख्य बिंदु
  • कड़ा केंद्रीकरण, प्रशासन में अनुशासन।
  • आगरा को राजधानी बनाना – अत्यंत महत्वपूर्ण।
  • फारसी साहित्य को संरक्षण; धार्मिक दृष्टि से रूढ़िवादी।
4️⃣ इब्राहिम लोधी – मुख्य बिंदु
  • केंद्रीकरण और भी कठोर, अफगानों से टकराव।
  • अनेक अफगान सरदारों व प्रांतीय शासकों से विद्रोह।
  • दाउलत खान लोधी, आलम खाँ आदि उससे असंतुष्ट।
5️⃣ बाबर व प्रथम पानीपत युद्ध
  • 21 अप्रैल 1526 – पानीपत (हरियाणा)।
  • बाबर – तोपखाना + संगठित रणनीति।
  • इब्राहिम – भारी सेना, हाथी, पर कमजोर नेतृत्व।
  • परिणाम – इब्राहिम की मृत्यु, सल्तनत का अंत, मुगल काल शुरू।
6️⃣ एग्ज़ाम के लिए सार
  • लोधी = अंतिम सल्तनत वंश (अफगान)।
  • आगरा राजधानी = सिकंदर लोधी।
  • प्रथम पानीपत युद्ध = 1526, बाबर vs इब्राहिम।
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Smart Trick:
ब–सि–इ + प” → बहलोल, सिकंदर, इब्राहिम + पानीपत (1526)। पूरा लोधी वंश और उसका अंत एक ही लाइन में याद हो जाता है।
Lodhi Dynasty Quick Revision प्रथम पानीपत स्मार्ट रिवीजन UPSC/PCS Medieval India
भाग – 3 : PYQ व एक पंक्ति प्रश्न – लोधी वंश व प्रथम पानीपत (Show / Hide + व्याख्या)
35+ महत्वपूर्ण प्रश्न
यहाँ लोधी वंश और प्रथम पानीपत युद्ध से जुड़े वन–लाइनर + संक्षिप्त व्याख्या दी गई है। उत्तर के बाद छोटा विश्लेषण दिया गया है, ताकि तथ्य के साथ–साथ कॉन्सेप्ट भी क्लियर हो जाए।
Q1. दिल्ली सल्तनत का अंतिम वंश कौन–सा था? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: लोधी वंश।
इसके बाद 1526 में बाबर के आने से मुगल साम्राज्य शुरू हो जाता है; इसलिए लोधी वंश को “अंतिम सल्तनत वंश” कहा जाता है।
Q2. लोधी वंश किस मूल के शासकों का वंश था – तुर्क या अफगान? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: अफगान वंश।
यही कारण है कि कई बार प्रश्न में “अफगान वंश” शब्द देकर सही विकल्प पूछ लिया जाता है।
Q3. लोधी वंश की स्थापना किसने की? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: बहलोल लोधी ने।
सैय्यद वंश के अंतिम शासक आलम शाह की कमजोरी के बाद बहलोल ने 1451 में सत्ता संभाली।
Q4. बहलोल लोधी का शासनकाल लगभग किन वर्षों के बीच रहा? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: 1451–1489 ई.
यानी लगभग 38 वर्ष, जिसमें उसने धीरे–धीरे अपनी शक्ति मज़बूत की और अफगान सरदारों को साथ जोड़े रखा।
Q5. सिकंदर लोधी का शासनकाल किस अवधि में रहा? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: 1489–1517 ई.
यही काल लोधी वंश का सबसे संगठित व अपेक्षाकृत मज़बूत चरण माना जाता है।
Q6. इब्राहिम लोधी का शासनकाल कब से कब तक रहा? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: 1517–1526 ई.
उसके शासन का अंत प्रथम पानीपत युद्ध में पराजय और मृत्यु के साथ हुआ।
Q7. किस लोधी शासक ने आगरा को राजधानी बनाया? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: सिकंदर लोधी ने।
आगरा बाद में मुगल शासन में भी प्रमुख राजधानी बना; इसलिए यह तथ्य प्राचीन + मध्यकाल दोनों की कड़ी के रूप में महत्वपूर्ण है।
Q8. किस लोधी शासक की नीति को “कड़ा केंद्रीकरण” (Strong Centralization) से जोड़ा जाता है? 👁️उत्तर देखें
मुख्यतः: सिकंदर लोधी और उसके बाद इब्राहिम लोधी।
सिकंदर ने प्रशासनिक नियंत्रण मज़बूत किया, और इब्राहिम ने उसी को और कठोर रूप में लागू किया, जिससे विरोध बढ़ा।
Q9. इब्राहिम लोधी के समय कौन–कौन उसके विरुद्ध हो गए थे? 👁️उत्तर देखें
संक्षिप्त उत्तर: कई अफगान सरदार (विशेषकर दाउलत खान), आलम खाँ, कुछ राजपूत व अन्य प्रांतीय शक्तियाँ।
यह आंतरिक विरोध ही बाद में बाबर को निमंत्रण देने का आधार बना।
Q10. प्रथम पानीपत युद्ध कब हुआ और उसके मुख्य पक्ष कौन थे? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: 21 अप्रैल 1526 – बाबर बनाम इब्राहिम लोधी।
यही युद्ध दिल्ली सल्तनत का अंत और मुगल साम्राज्य का प्रारंभ माना जाता है।
Q11. प्रथम पानीपत युद्ध कहाँ लड़ा गया था? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: पानीपत (वर्तमान हरियाणा)।
बाद में भारत के इतिहास में पानीपत तीन बड़े युद्धों के लिए प्रसिद्ध हुआ।
Q12. बाबर ने प्रथम पानीपत युद्ध में कौन–सा सैन्य–तकनीकी हथियार प्रमुख रूप से उपयोग किया? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: तोपखाना (तोपें) और बंदूकें।
भारतीय युद्ध–परंपरा के लिए यह नई बात थी; हाथी–आधारित सेना पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा।
Q13. “तुलुगमा” किसके द्वारा अपनाई गई एक युद्ध–रणनीति थी – बाबर या इब्राहिम लोधी? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: बाबर द्वारा।
इसमें सेना को छोटे–छोटे दलों में बाँटकर चारों ओर से घेरने की योजना शामिल थी।
Q14. क्या इब्राहिम लोधी प्रथम पानीपत युद्ध के बाद जीवित बचा था? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: नहीं, वह युद्ध–भूमि में मारा गया।
इसी के साथ लोधी वंश और दिल्ली सल्तनत दोनों का अंत हो गया।
Q15. बहलोल लोधी की नीति को एक शब्द में कैसे याद रखें – कठोर या समझौता–प्रिय? 👁️उत्तर देखें
सार: समझौता–प्रिय।
उसने अफगान सरदारों को साथ लेकर चलने की कोशिश की, इसीलिए उसका शासन अपेक्षाकृत स्थिर रहा।
Q16. सिकंदर लोधी के समय धार्मिक नीति कैसी मानी जाती है – उदार या रूढ़िवादी? 👁️उत्तर देखें
संक्षिप्त उत्तर: अधिकतर रूढ़िवादी।
कुछ मंदिर–विध्वंस आदि के उल्लेख हैं; इससे उसकी धार्मिक नीति पर कठोरता का आरोप लगता है।
Q17. इब्राहिम लोधी की सबसे बड़ी राजनीतिक कमजोरी क्या मानी जाती है? 👁️उत्तर देखें
सार: अफगान सरदारों और प्रांतीय शक्तियों से टकराव, समझौते की कमी।
इससे अंदरूनी विद्रोह बढ़े और बाहरी आक्रमण (बाबर) सफल हुआ।
Q18. प्रथम पानीपत युद्ध के बाद दिल्ली की गद्दी पर कौन बैठा? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: बाबर।
वह खुद को भारत के शासक के रूप में स्थापित करता है, जिससे मुगल वंश की नींव पड़ती है।
Q19. क्या प्रथम पानीपत युद्ध केवल “बाबर बनाम इब्राहिम” का संघर्ष था या इसके पीछे अंदरूनी साज़िशें भी थीं? 👁️उत्तर देखें
उत्तर (समझने योग्य): अंदरूनी साज़िशें भी थीं – दाउलत खान, आलम खाँ आदि ने ही बाबर को बुलाया था।
Q20. एक पंक्ति में – “प्रथम पानीपत युद्ध का ऐतिहासिक महत्व क्या है?” 👁️उत्तर देखें
सार: दिल्ली सल्तनत का अंत और मुगल साम्राज्य की शुरुआत – यही इस युद्ध का सबसे बड़ा ऐतिहासिक महत्व है।
Q21. लोधी वंश के तीनों शासकों का क्रम याद रखने की ट्रिक क्या है?👁️उत्तर
उत्तर: “ब–सि–इ” → बहलोल, सिकंदर, इब्राहिम।
Q22. किस लोधी शासक की मृत्यु युद्ध–भूमि में हुई?👁️उत्तर
उत्तर: इब्राहिम लोधी (प्रथम पानीपत युद्ध में)।
Q23. क्या बहलोल लोधी ने भी बाबर से युद्ध किया था?👁️उत्तर
उत्तर: नहीं, बाबर का निर्णायक युद्ध इब्राहिम लोधी से हुआ।
Q24. क्या सिकंदर लोधी के समय लोधी साम्राज्य अपेक्षाकृत मज़बूत था?👁️उत्तर
संक्षिप्त उत्तर: हाँ, बहलोल के बाद सिकंदर के काल को लोधी शक्तियों का उच्च चरण माना जाता है।
Q25. कौन–सा शहर लोधी वंश और मुगल वंश दोनों के लिए महत्वपूर्ण राजधानी बना?👁️उत्तर
उत्तर: आगरा।
Q26. क्या लोधी वंश केवल तुर्क शासकों का समूह था?👁️उत्तर
उत्तर: नहीं, यह अफगान वंश था – यह कई बार परीक्षा में पूछी जाने वाली कॉन्फ्यूजन है।
Q27. क्या प्रथम पानीपत युद्ध में तोपों के प्रयोग ने युद्ध का रुख बदला?👁️उत्तर
उत्तर: हाँ, इब्राहिम की हाथी–आधारित सेना पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ा।
Q28. क्या लोधी वंश के समय दिल्ली सल्तनत की सीमाएँ पूर्ववर्ती तुगलक–काल जितनी व्यापक थीं?👁️उत्तर
उत्तर: नहीं, सीमाएँ अपेक्षाकृत सीमित व अस्थिर थीं।
Q29. प्रथम पानीपत युद्ध को “मध्यकालीन भारत का टर्निंग प्वाइंट” क्यों कहा जाता है?👁️उत्तर
संक्षिप्त उत्तर: क्योंकि इससे सल्तनत का अंत और मुगल शासन की दीर्घकालीन नींव दोनों पड़ गईं।
Q30. एक वाक्य में – “लोधी वंश के पतन का मूल कारण क्या था?”👁️उत्तर
सार: अंदरूनी अफगान कलह + इब्राहिम का कठोर केंद्रीकरण + बाबर का तोपखाना–आधारित आक्रमण।
Q31. क्या लोधी वंश के समय भी फारसी प्रशासनिक भाषा थी?👁️उत्तर
उत्तर: हाँ, फारसी ही मुख्य प्रशासनिक भाषा रही।
Q32. क्या बहलोल लोधी ने स्वयं “शाह” या “सम्राट” जैसे बड़े दावों की तुलना में व्यावहारिक शासन को प्राथमिकता दी?👁️उत्तर
संक्षिप्त उत्तर: हाँ, वह ज़्यादा व्यवहारिक व सामंजस्यकारी शासक माना जाता है।
Q33. कौन–सा युद्ध दिल्ली सल्तनत और लोधी वंश – दोनों के अंत का प्रतीक है?👁️उत्तर
उत्तर: प्रथम पानीपत युद्ध (1526)।
Q34. MCQ में यदि विकल्प में – “बहलोल, सिकंदर, इब्राहिम” – तीन नाम एक साथ दिखें, तो प्रश्न आमतौर पर किस वंश से जुड़ा होगा?👁️उत्तर
उत्तर: लोधी वंश, अर्थात दिल्ली सल्तनत का अंतिम वंश।
Q35. एग्ज़ाम लिखने लायक सार वाक्य – “लोधी वंश का ऐतिहासिक महत्व क्या है?”👁️उत्तर
मॉडल लाइन: “लोधी वंश ने अफगान शक्ति के रूप में दिल्ली सल्तनत को अंतिम बार संगठित किया, पर केंद्रीकरण की अति और अंदरूनी कलह ने प्रथम पानीपत में उसकी हार का रास्ता तैयार कर, भारत में मुगल युग का द्वार खोल दिया।”

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