7.1 जहाँगीर और शाहजहाँ – कला, स्थापत्य, चित्रकला व दरबारी संस्कृति (UPSC/PCS/RO-ARO/UPSSSC/Police)
- जहाँगीर (1605–1627 ई.) – चित्रकला, प्रकृति–चित्रण, बाग़–संस्कृति, शिकार व दरबार दृश्य की परंपरा का विकास।
- शाहजहाँ (1628–1658 ई.) – वास्तुकला का चरमोत्कर्ष, संगमरमर, नक्काशी (पिएत्रा–दुरा), गुलदार मेहराबें, विशाल मस्जिदें–किले।
- दोनों के समय मुगल दरबार सांस्कृतिक केंद्र बनता है – कलाकार, कारीगर, वास्तुकार, कवि, संगीतज्ञ दरबार से जुड़े।
जहाँगीर को स्वयं चित्रकला व प्रकृति का गहरा शौक था। उसने स्पष्ट लिखा – “मैं चित्रकला की गुणवत्ता को पहचान सकता हूँ”।
- मुगल चित्रकला में यथार्थवाद (Realism) एवं प्राकृतिक चित्रण सर्वोच्च स्तर पर पहुँचा।
- पोर्ट्रेट (व्यक्तिचित्र), पशु–पक्षी, फूल–पौधे, शिकार–दृश्य, दरबार–दरबारियाँ प्रमुख विषय।
- यूरोपीय (विशेषकर जेसुइट मिशनरी) चित्रों से प्रकाश–छाया, परिप्रेक्ष्य की तकनीक का प्रभाव।
प्रमुख चित्रकार: बिछित्र, उस्ताद मंसूर, अबुल हसन, नादिरुज्जमाँ आदि।
उस्ताद मंसूर को जहाँगीर ने “नादिर–उल–असर” (युग का अद्भुत) की उपाधि दी।
- विशेषज्ञता: पशु–पक्षी, दुर्लभ जीव–जन्तु, फूल–पौधों का अत्यंत सूक्ष्म चित्रण।
- कुख्यात उदाहरण: क़ाश्मीर के कस्तूरी मृग, विदेशी पक्षी, फूल–प्रजातियाँ आदि के चित्र।
- जहाँगीर के प्रकृति–प्रेम का सबसे स्पष्ट प्रतिबिंब – उसकी पेंटिंग–वर्कशॉप।
जहाँगीर स्वयं वास्तुकला में शाहजहाँ जितना सक्रिय नहीं था, पर उसके काल में कुछ महत्वपूर्ण निर्माण व बाग़ विकसित हुए।
- इतमादुद्दौला का मकबरा (आगरा) – नूरजहाँ ने अपने पिता मिर्ज़ा ग़ियास बेग के लिए बनवाया। – श्वेत संगमरमर + नाज़ुक नक्काशी + इनले वर्क (पिएत्रा–दुरा की प्रारंभिक झलक)।
- क़ाश्मीर के बाग़ – निशात बाग, शालीमार बाग – आगे शाहजहाँ के समय और विकसित।
- कई सराय, पुल, उद्यान – मुगल बाग़–परंपरा सुदृढ़।
जहाँगीर के दरबार में कला–संरक्षण, शराब–शिकार, न्याय–प्रेम एक साथ दिखाई देते हैं।
- जहाँगीर ने “जंजीर–ए–अदालत” (न्याय की जंजीर) लगवाई – प्रतीकात्मक रूप से न्यायप्रियता दिखाने हेतु।
- दरबार में विद्वान, चित्रकार, संगीतज्ञ व कवियों को सम्मान।
- जहाँगीरनामा (तुझुक–ए–जहाँगीरी) – आत्मकथात्मक ग्रंथ, कला–संस्कृति व राजनैतिक घटनाओं का महत्त्वपूर्ण स्रोत।
जहाँगीर के समय चित्रकला व बाग़ शीर्ष पर, शाहजहाँ के समय वास्तुकला अपने चरम पर पहुँचती है।
- शाहजहाँ ने सफेद संगमरमर का व्यापक प्रयोग शुरू किया।
- सजावट में पिएत्रा–दुरा (Pietra Dura) – रंगीन पत्थरों की इनले नक्काशी का अत्यधिक विकास।
- इमारतों में सममिति (symmetry), ऊँचे गुंबद, चौकोर चबूतरा, चार–बाग योजना आदि विशेषताएँ।
स्थान: आगरा • उद्देश्य: मुमताज़ महल की स्मृति में मकबरा निर्माण: लगभग 1631–1653 ई. (वर्ष परीक्षाओं में थोड़ा–बहुत भिन्न मिल सकता है)।
- पूरी इमारत श्वेत संगमरमर से निर्मित – चाँदनी में चमकती हुई।
- चारों ओर चार–बाग शैली का उद्यान – मुगल बाग़–परंपरा का उत्कृष्ट उदाहरण।
- मुख्य गुंबद के साथ चार मीनारें – सममिति व संतुलन का अद्भुत रूप।
- दीवारों पर कुरानिक आयतों की काला पत्थर से जड़ाई, पुष्प–आकृतियाँ, मोज़ेक–वर्क।
शाहजहाँ ने दिल्ली में नया नगर “शाहजहाँनाबाद” बसाया (आज का पुरानी दिल्ली क्षेत्र)।
- लाल किला (Red Fort, दिल्ली) – लाल बलुआ पत्थर + श्वेत संगमरमर, दीवान–ए–आम, दीवान–ए–खास, नहर–ए–बहिश्त।
- जामा मस्जिद (दिल्ली) – भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में एक, ऊँचे मीनार, विशाल आंगन।
- राजनैतिक–धार्मिक राजधानी के रूप में शाहजहाँनाबाद का उद्भव – मुगल शक्ति का प्रतीक।
- मोती मस्जिद (आगरा किला) – श्वेत संगमरमर की छोटी सुंदर मस्जिद।
- शाहजहाँ की मस्जिद (लाहौर व अन्य स्थान) – सुंदरता व सजावटी कार्य के लिए प्रसिद्ध।
- कई सराय, पुल, उद्यान, महल – सममित योजना + इनले वर्क।
शाहजहाँ के समय को अक्सर “मुगल वास्तुकला का स्वर्णयुग” कहा जाता है।
शाहजहाँ का दरबार अत्यधिक वैभवशाली, अनुशासित व औपचारिक था।
- “मयूर सिंहासन (Peacock Throne)” – बहुमूल्य रत्नों से सजा सिंहासन, बाद का नादिर शाह द्वारा लूट जाना भी परीक्षा में पूछा जाता है।
- फ़ारसी साहित्य, सुलेख (calligraphy), नक्काशी, कारीगरी, कपड़ा–उद्योग को सरंक्षण।
- दरबार में शिष्टाचार, पोशाक, पदानुक्रम, प्रस्तुति आदि का सख्त नियम – मुगल प्रोटोकॉल का चरम।
जहाँगीर की तुलना में शाहजहाँ की प्राथमिकता वास्तुकला पर अधिक थी, पर चित्रकला की परंपरा जारी रही।
- चित्र अधिक औपचारिक, सजावटी व दरबारी हो गए।
- पोर्ट्रेट में बादशाह की भव्यता और शक्ति दिखाने पर ज़ोर।
- एल्बम चित्र (मुरक्क़ाअ), पुष्प–आकृतियाँ, बाग़ व इमारतों की पेंटिंग लोकप्रिय।
- कौन–सी इमारत किस शासक के समय बनी? (ताजमहल, इति́मादुद्दौला, लालकिला, जामा मस्जिद, मोती मस्जिद आदि)।
- चित्रकला – कौन चित्रकार किस शासक से संबंधित? (मंसूर, बिछित्र आदि)।
- शैली की विशेषताएँ – संगमरमर, पिएत्रा–दुरा, चार–बाग, सममिति, प्रकृति–चित्रण।
- दरबारी संस्कृति – जंजीर–ए–अदालत, मयूर सिंहासन, शाहजहाँनाबाद।
5–7 मिनट में पूरा टॉपिक दोहराने के लिए तैयार किया गया सेक्शन। MCQs, Matching व Assertion–Reason के लिए यह पॉइंट्स बहुत उपयोगी हैं।
- जहाँगीर: 1605–1627 ई.
- शाहजहाँ: 1628–1658 ई.
- जहाँगीर ⇒ चित्रकला + प्रकृति + बाग़
- शाहजहाँ ⇒ वास्तुकला + संगमरमर + ताजमहल
- यथार्थवादी पोर्ट्रेट
- प्रकृति, पशु–पक्षी, फूल–पौधे
- यूरोपीय चित्रों का प्रभाव
- प्रमुख चित्रकार – मंसूर, बिछित्र
- प्राकृतिक चित्रण के लिए प्रसिद्ध
- “नादिर–उल–असर” की उपाधि
- दुर्लभ पशु–पक्षी व फूलों के चित्र
- इतमादुद्दौला का मकबरा (आगरा)
- शुरुआती पिएत्रा–दुरा इनले
- कश्मीर के शालीमार–निशात बाग़
- ताजमहल (आगरा)
- लाल किला (दिल्ली)
- जामा मस्जिद (दिल्ली)
- मोती मस्जिद (आगरा किला)
- मुमताज़ महल की स्मृति में मकबरा
- संगमरमर, चार–बाग योजना
- गुंबद + चार मीनारें
- इनले वर्क, कलिग्राफी
- नई राजधानी – पुरानी दिल्ली
- लाल किला + जामा मस्जिद
- दरबारी प्रोटोकॉल का केंद्र
- रंगीन पत्थर जड़ाई कला
- इतमादुद्दौला – प्रारंभिक झलक
- ताजमहल – उन्नत रूप
- जहाँगीर की आत्मकथा
- कला, राजनीति, प्रकृति–वर्णन
- महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्रोत
- “कौन–सी इमारत – किस शासक” याद रखें।
- चित्रकार–शासक matching पर ध्यान दें।
- शैली की keywords – संगमरमर, पिएत्रा–दुरा, चार–बाग।
1. जहाँगीर का शासनकाल किस अवधि में रहा? 👁️ View Answer
व्याख्या: अकबर की मृत्यु (1605) के बाद जहाँगीर गद्दी पर बैठा और लगभग 22 वर्ष शासन किया। कला–संरक्षण व चित्रकला का अत्यधिक विकास इसी काल में हुआ।
2. किस मुगल शासक के समय मुगल चित्रकला अपने चरम पर मानी जाती है? 👁️ View Answer
व्याख्या: यद्यपि चित्रकला की नींव अकबर ने रखी, परंतु यथार्थवाद, प्रकृति–चित्रण और पोर्ट्रेट–कला जहाँगीर के समय अपने उच्चतम स्तर पर पहुँची, इसलिए इसे चित्रकला का स्वर्णकाल कहते हैं।
3. प्राकृतिक चित्रण के लिए प्रसिद्ध मुगल चित्रकार कौन था, जिसे “नादिर–उल–असर” कहा गया? 👁️ View Answer
व्याख्या: उस्ताद मंसूर ने दुर्लभ पक्षियों, पशुओं और फूल–पौधों का अत्यंत सूक्ष्म चित्रण किया। जहाँगीर ने उसकी प्रतिभा से प्रसन्न होकर “नादिर–उल–असर” की उपाधि दी।
4. “जहाँगीरनामा” किस प्रकार का ग्रंथ है? 👁️ View Answer
व्याख्या: तुझुक–ए–जहाँगीरी या जहाँगीरनामा में सम्राट ने अपनी राजनीतिक घटनाएँ, शौक, प्रकृति–प्रेम, कला–संरक्षण आदि का विस्तृत वर्णन किया है। यह एक महत्वपूर्ण प्राथमिक स्रोत है।
5. “जंजीर–ए–अदालत” (न्याय की जंजीर) किस मुगल शासक से संबंधित है? 👁️ View Answer
व्याख्या: जहाँगीर ने अपने महल के बाहर एक जंजीर लगवाई, जिसे खींचकर आम लोग सीधा सम्राट तक अपनी शिकायत पहुँचा सकें – यह न्यायप्रियता का प्रतीकात्मक उपाय था, जिस पर अक्सर परीक्षाओं में प्रश्न आता है।
6. इतमादुद्दौला का मकबरा कहाँ स्थित है और किसने बनवाया? 👁️ View Answer
व्याख्या: यह मकबरा श्वेत संगमरमर व इनले वर्क का सुंदर उदाहरण है और अक्सर ताजमहल का “प्रोटो–टाइप” या प्रारंभिक प्रेरणा–स्रोत माना जाता है।
7. इतमादुद्दौला के मकबरे में कौन–सी सजावटी कला की प्रारंभिक झलक मिलती है जो बाद में ताजमहल में विकसित होती है? 👁️ View Answer
व्याख्या: इतमादुद्दौला में पत्थरों की जड़ाई कला का प्रारंभिक प्रयोग मिलता है, जो शाहजहाँ के समय ताजमहल में अत्यधिक परिष्कृत रूप में दिखाई देता है।
8. शाहजहाँ का शासनकाल सामान्यतः किस अवधि में माना जाता है? 👁️ View Answer
व्याख्या: शाहजहाँ अकबर–जहाँगीर के बाद तीसरा प्रमुख मुगल सम्राट है, जिसका काल वास्तुकला के अतुलनीय विकास के कारण “मुगल वास्तुकला का स्वर्णयुग” कहलाता है।
9. ताजमहल किसके लिए बनवाया गया मकबरा है? 👁️ View Answer
व्याख्या: मुमताज़ महल की मृत्यु प्रसव के दौरान हुई, जिसके बाद शाहजहाँ ने उसकी स्मृति में यमुना तट पर ताजमहल का निर्माण कराया – प्रेम व वास्तुकला दोनों का प्रतीक।
10. ताजमहल किस नगर में स्थित है और किस नदी के तट पर बना है? 👁️ View Answer
व्याख्या: ताजमहल का स्थान–संबंधी प्रश्न अक्सर “Match the following” या “सही युग्म चुनिए” प्रकार से पूछा जाता है।
11. किस मुगल शासक के समय लाल किला (दिल्ली) का निर्माण हुआ? 👁️ View Answer
व्याख्या: शाहजहाँ ने नई राजधानी “शाहजहाँनाबाद” बसाई, जिसके केंद्र में लाल किला स्थित है। यहीं से आगे औरंगज़ेब व बाद के मुगल शासक शासन चलाते हैं।
12. जामा मस्जिद (दिल्ली) का निर्माण किसने करवाया और यह किसके निकट स्थित है? 👁️ View Answer
व्याख्या: शाहजहाँनाबाद में राजनैतिक केंद्र (लाल किला) और धार्मिक केंद्र (जामा मस्जिद) पास–पास बनाकर सम्राट ने सत्ता व धर्म दोनों पर नियंत्रण को प्रदर्शित किया।
13. “मयूर सिंहासन” (Peacock Throne) किस शासक के समय की प्रसिद्ध कृति है? 👁️ View Answer
व्याख्या: मयूर सिंहासन बहुमूल्य रत्नों से जड़ा हुआ था और बाद में नादिर शाह (ईरान) इसे लूटकर ले गया – यह तथ्य आधुनिक भारतीय इतिहास में भी उल्लेखित है।
14. किस मुगल शासक के समय मुगल वास्तुकला को “स्वर्णयुग” कहा जाता है? 👁️ View Answer
व्याख्या: ताजमहल, लाल किला, जामा मस्जिद, मोती मस्जिद आदि के कारण शाहजहाँ का काल मुगल वास्तुकला का चरम माना जाता है।
15. शालीमार और निशात बाग़ किस क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध मुगल उद्यान हैं? 👁️ View Answer
व्याख्या: इन बागों का विकास जहाँगीर–शाहजहाँ दोनों के काल में हुआ और ये मुगल चार–बाग शैली व जल–व्यवस्था के सुंदर उदाहरण हैं।
16. किस मुगल शासक को प्रकृति और बाग़ों से विशेष प्रेम था, जिसने कई उद्यान विकसित करवाए? 👁️ View Answer
व्याख्या: जहाँगीर ने कश्मीर व अन्य क्षेत्रों में बाग़ों का विकास किया, और उसकी आत्मकथा में वृक्ष, फूल–पौधे, पर्वत व झीलों का सुंदर वर्णन मिलता है।
17. “चार–बाग” योजना मुख्य रूप से किस प्रकार के निर्माण से संबंधित है? 👁️ View Answer
व्याख्या: चार–बाग योजना में उद्यान को चार बराबर भागों में बाँटा जाता है, बीच–बीच में जल–नहर, फव्वारे व पथ बनते हैं – ताजमहल इसका स्पष्ट उदाहरण है।
18. “पिएत्रा–दुरा” शब्द किससे संबंधित है? 👁️ View Answer
व्याख्या: इस तकनीक में संगमरमर आदि पर छोटे–छोटे रंगीन पत्थर जड़कर फूल–पत्ती, ज्यामितीय या अन्य आकृति बनाई जाती है; ताजमहल इसका उत्कृष्ट उदाहरण है।
19. किस शासक के समय चित्रकला में बादशाह के भव्य पोर्ट्रेट, औपचारिक दरबार–दृश्य आदि का चलन अधिक बढ़ा? 👁️ View Answer
व्याख्या: शाहजहाँ काल में पेंटिंग का मुख्य उद्देश्य बादशाह की शक्ति, वैभव व दरबारी अनुशासन को प्रदर्शित करना था; इसलिए formal portrait व दरबार–दृश्य अधिक बनते हैं।
20. “मुगल वास्तुकला का स्वर्णयुग” किस शासक के काल को कहा जाता है और क्यों? 👁️ View Answer
व्याख्या: श्वेत संगमरमर, इनले वर्क, सममिति, विशाल मस्जिद–किलों की बदौलत शाहजहाँ काल की वास्तुकला अन्य मुगल–शासकों की तुलना में सबसे अधिक विकसित मानी जाती है।
21. उस्ताद मंसूर किस मुगल सम्राट के दरबार से विशेष रूप से जुड़े प्रसिद्ध चित्रकार थे? 👁️ View Answer
व्याख्या: उस्ताद मंसूर ने जहाँगीर के काल में प्राकृतिक चित्रण का सर्वोच्च स्तर विकसित किया। जहाँगीर ने स्वयं उसे “नादिर–उल–असर” की उपाधि देकर उसका विशेष सम्मान किया था।
22. मुगल चित्रकला में “यथार्थवाद” और “प्रकृति–चित्रण” की प्रवृत्ति किस शासक के काल में चरम पर पहुँची? 👁️ View Answer
व्याख्या: जहाँगीर ने स्वयं चित्रकला व प्राकृतिक दृश्यों के प्रति गहरी रुचि दिखाई, जिस कारण उसके समय की पेंटिंग्स में चेहरे, पशु–पक्षी, फूल–पौधे अत्यंत वास्तविक लगते हैं।
23. “इतमादुद्दौला का मकबरा” किस शैली के मकबरे का प्रारंभिक उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है? 👁️ View Answer
व्याख्या: आगरा स्थित इतमादुद्दौला का मकबरा नूरजहाँ ने अपने पिता के लिए बनवाया, जिसमें संगमरमर, नक्काशी व इनले–वर्क बाद के ताजमहल की पूर्वपीठिका के रूप में दिखते हैं।
24. “बेबी ताज” (Baby Taj) के नाम से लोकप्रिय स्मारक कौन–सा है? 👁️ View Answer
व्याख्या: अपने आकार, संगमरमर और सुन्दर जड़ाई–कला के कारण इसे आधुनिक इतिहासकार व पर्यटक “Baby Taj” कह देते हैं; परीक्षाओं में यह तथ्य कई बार पूछा जा चुका है।
25. किस मुगल शासक के काल में लाल बलुआ पत्थर से संगमरमर की ओर स्पष्ट परिवर्तन दिखाई देता है? 👁️ View Answer
व्याख्या: अकबर–जहाँगीर के समय लाल बलुआ पत्थर प्रमुख था, जबकि शाहजहाँ ने ताजमहल, मोती मस्जिद आदि में श्वेत संगमरमर को वास्तुकला की मुख्य सामग्री बना दिया।
26. “शाहजहाँनाबाद” किस नगर का ऐतिहासिक नाम है, जहाँ लाल किला और जामा मस्जिद स्थित हैं? 👁️ View Answer
व्याख्या: शाहजहाँ ने अपनी नई राजधानी शाहजहाँनाबाद बसाई, जिसका केंद्र लाल किला और जामा मस्जिद थी; आज यह क्षेत्र “पुरानी दिल्ली” के नाम से जाना जाता है।
27. “मोती मस्जिद” (आगरा किला परिसर) किस शासक द्वारा बनवाई गई थी और इसकी प्रमुख विशेषता क्या है? 👁️ View Answer
व्याख्या: मोती मस्जिद अपनी सादगी, सफेद चमक और सममित योजना के कारण शाहजहाँ की धार्मिक वास्तुकला का महत्वपूर्ण उदाहरण मानी जाती है।
28. किस मुगल शासक ने “शाहजहाँनाबाद” बसाकर राजधानी को आगरा से दिल्ली स्थानांतरित किया? 👁️ View Answer
व्याख्या: ताजमहल के निर्माण के बाद भी शाहजहाँ ने राजनीतिक–प्रशासनिक राजधानी को नई दिल्ली (शाहजहाँनाबाद) स्थानांतरित किया, जहाँ से आगे मुगल शासन संचालित होने लगा।
29. ताजमहल की बाग़–व्यवस्था किस पारंपरिक योजना पर आधारित है, जो मुगल उद्यानों की पहचान बन गई? 👁️ View Answer
व्याख्या: चार–बाग योजना में उद्यान को चार हिस्सों में बाँटा जाता है, जिनके बीच जल–नहरें व पथ बनते हैं; ताजमहल व कश्मीर के मुगल बाग़ों में यह शैली स्पष्ट दिखती है।
30. “UNESCO World Heritage Site” के रूप में सूचीबद्ध, शाहजहाँ की तीन प्रमुख रचनाएँ कौन–सी हैं (भारत में)? 👁️ View Answer
व्याख्या: ये स्मारक मुगल वास्तुकला की वैश्विक पहचान हैं; Objective प्रश्नों में “विश्व धरोहर – स्थान – शासक” मिलान के रूप में पूछा जाता है।
31. मुगल चित्रकला में यूरोपीय (विशेषकर जेसुइट) चित्रों के प्रभाव की चर्चा सबसे अधिक किस शासक के समय होती है? 👁️ View Answer
व्याख्या: जहाँगीर के दरबार में यूरोपीय मिशनरियों द्वारा लाए गए चित्रों से प्रकाश–छाया, परिप्रेक्ष्य व यथार्थवादी पोर्ट्रेट की तकनीकें सीखकर चित्रों में अपनाई गईं।
32. “जहाँगीर न्याय करते हुए” या “जहाँगीर विश्व विजेता” जैसे शीर्षक वाली पेंटिंग्स किस प्रकार की मुगल कला को दर्शाती हैं? 👁️ View Answer
व्याख्या: इन पेंटिंग्स में बादशाह को ग्लोब, फरिश्तों, प्रभामंडल आदि के साथ दिखाकर उसकी शक्ति, न्यायप्रियता व दैवी मान्यता का प्रतीकात्मक चित्रण किया जाता है।
33. मुगल पेंटिंग में “एल्बम चित्र” (मुरक्क़ाअ) की परंपरा किस काल में अधिक लोकप्रिय हुई, जिसमें एक–एक पन्ने पर स्वतंत्र चित्र बनाए जाते थे? 👁️ View Answer
व्याख्या: एल्बम चित्रों में पोर्ट्रेट, पुष्प, पशु–पक्षी, लिखावट आदि को अलग–अलग पन्नों पर सजाया जाता था; यह दरबारी कला–संस्कृति की अहम विशेषता बनी।
34. “मुगल चार–बाग शैली” का सबसे प्रसिद्ध उदाहरण कौन–सा मकबरा है, जहाँ नदी के किनारे सममित उद्यान योजना दिखाई देती है? 👁️ View Answer
व्याख्या: ताजमहल में सामने चार–बाग योजना, बीच में जल–नहर और पीछे यमुना नदी – ये सब मिलकर मुगल बाग़–परंपरा को चरम रूप देते हैं।
35. किस मुगल सम्राट के काल में दरबार का प्रोटोकॉल, पोशाक, सिंहासन, प्रवेश–व्यवस्था आदि सबसे अधिक औपचारिक और भव्य हो गए थे? 👁️ View Answer
व्याख्या: शाहजहाँ का दरबार अत्यधिक वैभवशाली व अनुशासित था, जहाँ मयूर सिंहासन, नियत पोशाक, दरबारी पंक्ति, दूरी आदि का कठोर पालन किया जाता था।
36. “इतमादुद्दौला का मकबरा” किस महिला मुगल व्यक्तित्व की वास्तु–संरक्षण क्षमता का प्रमुख उदाहरण माना जाता है? 👁️ View Answer
व्याख्या: नूरजहाँ केवल राजनीतिक रूप से प्रभावशाली नहीं थी, बल्कि कला व वास्तुकला की संरक्षिका के रूप में भी जानी जाती है; इतमादुद्दौला का मकबरा इसका प्रमुख उदाहरण है।
37. किस मुगल शासक के समय “मुगल बाग़” केवल सौंदर्य–स्थल न होकर, राजनीतिक शक्ति के प्रदर्शन तथा दरबारी समारोहों का स्थान भी बने? 👁️ View Answer
व्याख्या: कश्मीर व आगरा–दिल्ली क्षेत्र के मुगल उद्यानों में बादशाह का आगमन, दावत, शिकार–विराम और दरबारी बैठकें होती थीं; यह शक्ति, विलास व संस्कृति – तीनों का प्रतीक बन गए।
38. निम्न में से कौन–सा युग्म सही है? (a) ताजमहल – शाहजहाँ (b) इतमादुद्दौला – नूरजहाँ (c) जंजीर–ए–अदालत – जहाँगीर (d) उपर्युक्त सभी 👁️ View Answer
व्याख्या: ताजमहल – शाहजहाँ; इतमादुद्दौला का मकबरा – नूरजहाँ द्वारा; जंजीर–ए–अदालत – जहाँगीर का न्याय–प्रतीक; तीनों युग्म सही हैं, इसलिए सही विकल्प “उपर्युक्त सभी” है।
39. कला–इतिहास की दृष्टि से जहाँगीर व शाहजहाँ के काल को किस प्रकार समझा जाता है? 👁️ View Answer
व्याख्या: दोनों शासकों ने मुगल कला–परंपरा को अलग–अलग दिशा में उच्च स्तर तक पहुँचाया, इसलिए परीक्षाओं में इन्हें अक्सर “painting peak” और “architecture peak” के रूप में जोड़ा जाता है।
40. प्रतियोगी परीक्षाओं में जहाँगीर–शाहजहाँ की कला–संस्कृति से प्रश्न हल करने की सबसे उपयोगी रणनीति क्या मानी जा सकती है? 👁️ View Answer
व्याख्या: अधिकतर प्रश्न Matching या सही–युग्म प्रकार के होते हैं, इसलिए यदि आप एक तालिका में – जैसे “जहाँगीर | मंसूर, इतमादुद्दौला, कश्मीर बाग़” और “शाहजहाँ | ताजमहल, लाल किला, जामा मस्जिद, मोती मस्जिद” – बार–बार दोहराएँ, तो factual गलतियाँ लगभग समाप्त हो जाती हैं।
