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Early Medieval India (650–1200 CE) – Political Structure & Power Balance –
2️⃣ प्रारंभिक मध्यकालीन भारत (650–1200 ई.) की राजनीतिक स्थिति – केंद्र की कमजोरी व क्षेत्रीय शक्तियाँ
🧭 Central weakness, rise of regional powers, उत्तर–पूर्व–दक्षिण के प्रमुख राज्यों की प्रतिद्वंद्विता व संतुलन
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भाग – 1 : विस्तृत Study Notes – 650–1200 ई. की राजनीतिक स्थिति
NCERT + Standard References
🎯 आधार: NCERT (Ancient & Medieval), R.S. Sharma, Upinder Singh, NIOS, व मानक coaching notes – UPSC/PSC level के लिए सारांश
🧭 1. 650–1200 ई. : राजनीतिक रूपरेखा – तीन broad चरण
650–1200 ई. का काल “प्रारंभिक मध्यकालीन भारत (Early Medieval India)” कहलाता है।
इस दौरान केन्द्र की शक्ति कमजोर रहती है और
क्षेत्रीय राजवंश उत्तर, पूर्व व दक्षिण–दक्कन में उभरते हैं।
मोटे तौर पर इसे तीन भागों में बाँटा जा सकता है:
(1) 650–800 ई. : Guptottar–Harsha के बाद विखंडन, Maitraka, Maukharis, Pushyabhuti, Pallava, Chalukya, Pandya आदि का उभार।
(2) 800–1000 ई. : Tripartite struggle (कन्नौज के लिए Pratihara–Pala–Rashtrakuta), Chola–उदय, Rashtrakuta–साम्राज्य।
(3) 1000–1200 ई. : Later regional states (राजपूत, Sena, Eastern/Western Chalukya, Later Chola, Hoysala, Kakatiya आदि) व तुर्क आक्रमणों की पूर्व–भूमि (Ghaznavid, Ghurid)।
(1) 650–800 ई. : Guptottar–Harsha के बाद विखंडन, Maitraka, Maukharis, Pushyabhuti, Pallava, Chalukya, Pandya आदि का उभार।
(2) 800–1000 ई. : Tripartite struggle (कन्नौज के लिए Pratihara–Pala–Rashtrakuta), Chola–उदय, Rashtrakuta–साम्राज्य।
(3) 1000–1200 ई. : Later regional states (राजपूत, Sena, Eastern/Western Chalukya, Later Chola, Hoysala, Kakatiya आदि) व तुर्क आक्रमणों की पूर्व–भूमि (Ghaznavid, Ghurid)।
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Exam Tip: यदि MCQ में पूछा जाए –
“650–1200 ई. की राजनीति की सबसे प्रमुख विशेषता क्या थी?”
तो keyword लिखिए: Regionalization of polity + Samanta system + Balance of power.
🏛️ 2. केंद्र की कमजोरी – क्यों नहीं बना कोई अखिल भारतीय सम्राट?
⚔️ 2.1 Guptottar विघटन के परिणाम
- हूणों के हमले, प्रान्तीय शासकों की स्वतंत्रता तथा आर्थिक गिरावट से गुप्त–केंद्रित साम्राज्य टूट गया।
- हर्षवर्धन (606–647 ई.) ने कुछ समय के लिए उत्तर भारत को जोड़ा, पर उनकी मृत्यु के बाद फिर छोटे–छोटे राज्यों में विखंडन।
- कोई भी वंश राजनीतिक, सैन्य व आर्थिक संसाधनों पर अखिल भारतीय स्तर पर स्थायी पकड़ नहीं बना सका।
🌾 2.2 भूमि–दान व सामन्त–प्रथा
- राजाओं द्वारा ब्राह्मणों, मठों, मंदिरों व सामन्तों को भूमि–दान तेजी से बढ़ा।
- दान–पत्रों में केवल जमीन नहीं, बल्कि कर–संग्रह, पुलिस, न्याय के अधिकार भी दिये जाते हैं।
- इससे स्थानीय अभिजात वर्ग व सामन्त बहुत शक्तिशाली हो गए, और केन्द्र की प्रत्यक्ष पकड़ गाँव–स्तर पर कमजोर हुई।
💰 2.3 वाणिज्य व नगर–व्यवस्था का परिवर्तन
- कुछ पुराने नगर–व्यापारिक मार्गों का पतन, कुछ नये क्षेत्रीय नगरों का विकास।
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उतार–चढ़ाव; तटीय क्षेत्रों (दक्षिण भारत) का महत्व बढ़ा।
- राजस्व–आधार धीरे–धीरे भूमि–कर व सामन्ती दान पर अधिक निर्भर होता गया।
📌
Prelims Hit Line:
650–1200 ई. में केन्द्र की जगह क्षेत्रीय राजवंश + सामन्त
भारत की राजनीति के मुख्य actor बनते हैं। इसी कारण Delhi Sultanate से पहले
कोई “Pan–Indian empire” स्थिर रूप से नहीं बन पाया।
⬆️ 3. उत्तर भारत (North India) – Gurjara–Pratihara, राजपूत राज्य व कन्नौज
🛡️ 3.1 Gurjara–Pratihara – पश्चिमोत्तर की प्रमुख शक्ति
- उदय: 8वीं सदी के आसपास – नागभट्ट I से परंपरा, बाद में मिहिरभोज सबसे प्रसिद्ध।
- क्षेत्र: राजस्थान, मध्य भारत से लेकर कन्नौज व गंगा घाटी तक विस्तृत प्रभाव।
- कन्नौज को राजधानी बनाकर उत्तरी भारत पर प्रभुत्व का प्रयास – Tripartite Struggle का एक मुख्य पक्ष।
- अरब आक्रमणों (सिंध व पश्चिमी सीमा) को कुछ हद तक रोके रखने के लिए भी Pratihara याद किये जाते हैं।
🏹 3.2 राजपूत राज्यों का उभार (c. 8वीं–12वीं सदी)
- चौहान (अजमेर–दिल्ली), परमार (धार), चंदेल (खजुराहो–महाकूट), गहड़वाल (कन्नौज), तोमर (दिल्ली) आदि कई राजपूत वंश।
- ये वंश प्रायः प्रादेशिक शक्ति–केन्द्र हैं, जिनके बीच आपसी संघर्ष भी है और कुछ समय के लिए केन्द्र के प्रति निष्ठा भी।
- इनके शासन में किले, मंदिर–निर्माण, क्षेत्रीय संस्कृति का विकास हुआ।
🏔️ 3.3 कश्मीर व अन्य क्षेत्र
- Karkota वंश (ललितादित्य–मुक्तापीड आदि) – कश्मीर से बाहर तक सैन्य अभियान।
- बाद के वंश – उत्तर–पश्चिम की राजनीति में भूमिका, पर अखिल भारतीय स्तर पर सीमित।
- उत्तरी–पश्चिमी क्षेत्र में तुर्क–अफगान आक्रमणों की दिशा भी यहीं से खुलती है।
📊
उत्तर भारत Summary Trick:
“PG–4R” याद रखिए –
Pratihara (Kannauj), Gahadvala (later Kannauj),
Rajput – Chauhan, Rajput – Paramara, Rajput – Chandela, आदि।
यानी कन्नौज + राजपूत belt = early medieval North।
↗️ 4. पूर्वी भारत (Eastern India) – Pala, Sena, Kamarupa, Odisha
📜 4.1 Pala साम्राज्य (c. 8वीं–12वीं सदी)
- संस्थापक: गोपाल (Gopala), जनता द्वारा “निर्वाचित” माने जाते हैं (Bengal में)।
- प्रसिद्ध शासक: धर्मपाल, देवपाल – बंगाल, बिहार, कभी–कभी कन्नौज तक प्रभाव।
- बौद्ध धर्म के संरक्षक; Nalanda, Vikramashila, Somapura आदि महाविहारों का संरक्षण।
- Tripartite Struggle में Pratihara व Rashtrakuta के साथ कन्नौज पर अधिकार की प्रतियोगिता।
⚓ 4.2 Sena वंश – Pala के बाद
- Pala शक्ति के कमज़ोर होने के बाद Sena वंश का उदय – प्रसिद्ध शासक: विजयसेन, बल्लालसेन, लक्ष्मणसेन।
- धार्मिक रूप से मुख्यतः हिन्दू ब्राह्मणिक परंपरा से जुड़े।
- उनके समय बंगाल में तुर्क–आक्रमण (बख्तियार खिलजी) की पूर्व–भूमि तैयार होती है।
🌊 4.3 कामरूप (Assam) व Odisha
- कामरूप/कामरूप–कमानुप्रदेश: भास्करवर्मन के बाद भी स्थानीय वंशों की निरंतरता; उत्तरी–पूर्वी सीमा पर स्थिर राज्य–परंपरा।
- Odisha: Somavamsi, बाद में Eastern Ganga वंश (जगन्नाथ–परंपरा, कोणार्क आदि) – 11वीं–12वीं सदी में उदय।
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पूर्वी भारत Keywords:
Pala = Buddhist + Mahavihara patron,
Sena = Brahmanical + Bengal late ruler,
Eastern Ganga = Odisha + Jagannath + Konark (slightly बाद का, पर continuity समझनी है)।
⬇️ 5. दक्कन व दक्षिण भारत – Rashtrakuta, Chalukya, Chola, अन्य
🐘 5.1 Rashtrakuta (c. 8वीं–10वीं सदी)
- Capital: मान्यखेट (Manyakheta, आधुनिक कर्नाटक)।
- संस्थापक: दन्तिदुर्ग; प्रसिद्ध शासक: कृष्ण I, गोविन्द III, अमोघवर्ष I।
- उत्तरी भारत की राजनीति में भी हस्तक्षेप – Tripartite Struggle में कन्नौज पर अधिकार के दावेदार।
- एलोरा की कैलाशनाथ मंदिर–नक़्क़ाशी आदि Rashtrakuta–काल से जुड़ी कला।
🏯 5.2 Chalukya व Pallava
- प्रारंभिक चालुक्य (Badami) – Pulakeshin II, Harsha पर विजय; आगे चलकर Western Chalukya of Kalyani (10वीं–12वीं सदी)।
- Pallava of Kanchi – मंदिर वास्तुकला (महाबलीपुरम, कांची) के लिए प्रसिद्ध; Chalukya व Pandya के साथ संघर्ष।
- दक्कन–दक्षिण में सत्ता–संतुलन: Chalukya–Pallava–Pandya → बाद में Chola भी जुड़ते हैं।
⚓ 5.3 Chola, Hoysala, Kakatiya आदि
- Imperial Chola (9वीं–13वीं सदी): Vijayalaya से उदय, राजराज I व राजेन्द्र I के समय चरम – कावेरी डेल्टा + तमिलनाडु + श्रीलंका व दक्षिण–पूर्व एशिया तक अभियान।
- Chola vs Chalukya vs Pandya = दक्षिण का त्रिकोणीय संघर्ष।
- बाद के क्षेत्रीय राज्य: Hoysala (कर्नाटक), Kakatiya (तेलंगाना), Yadava of Devagiri – 12वीं–13वीं सदी में क्षेत्रीय शक्ति–समूह।
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South–Deccan Power Map (संक्षेप में):
7वीं–8वीं सदी: Pallava–Chalukya–Pandya
8वीं–10वीं सदी: Rashtrakuta + (Chalukya/Pallava/Pandya)
10वीं–12वीं सदी: Chola–Chalukya–Pandya + Hoysala/Kakatiya (उदय)। यह “multiple power centres” वाला typical मध्यकालीन pattern है।
7वीं–8वीं सदी: Pallava–Chalukya–Pandya
8वीं–10वीं सदी: Rashtrakuta + (Chalukya/Pallava/Pandya)
10वीं–12वीं सदी: Chola–Chalukya–Pandya + Hoysala/Kakatiya (उदय)। यह “multiple power centres” वाला typical मध्यकालीन pattern है।
⚖️ 6. शक्ति–संतुलन (Balance of Power) – उत्तर, पूर्व, दक्षिण के बीच
🏇 6.1 Tripartite Struggle – कन्नौज के लिए द्वन्द्व
- पक्ष: Gurjara–Pratihara (उत्तर–पश्चिम), Pala (पूर्व), Rashtrakuta (दक्कन)।
- काल: broadly 8वीं–9वीं सदी (c. 750–900 CE)।
- विषय: कन्नौज और गंगा–घाटी पर प्रभुत्व; जो इसे नियंत्रित करता, वही “उत्तर भारत का सिरमौर” माना जाता।
- परिणाम: कोई भी वंश स्थायी रूप से सम्पूर्ण उत्तर भारत पर अधिकार न रख सका – balance of power बना रहा।
🔗 6.2 पूर्व व दक्कन की परस्पर भूमिका
- Rashtrakuta कभी–कभी उत्तर की राजनीति में हस्तक्षेप कर Pala–Pratihara संतुलन बिगाड़ते।
- पूर्व में Pala शक्ति कमजोर होने पर Sena व अन्य छोटे राज्य उभरते, जिससे स्थिर केंद्रीकृत सत्ता नहीं बन पाती।
- दक्षिण में Chola–Chalukya–Pandya संघर्ष इतना तीखा था कि कोई भी शक्ति उत्तर भारत की राजनीति में स्थायी दखल नहीं बना पायी।
⚔️ 6.3 तुर्क–आक्रमण और क्षेत्रीयता की सीमा
- 11वीं–12वीं सदी तक Ghaznavid (मह्मूद) व Ghurid आक्रमण उत्तर–पश्चिम से शुरू हो चुके थे।
- राजपूत व अन्य क्षेत्रीय राज्यों के बीच आपसी संघर्ष के कारण किसी संयुक्त subcontinent–level defence की व्यवस्था न बन सकी।
- इसी regional–fragmentation का परिणाम 1206 ई. में Delhi Sultanate की स्थापना के रूप में दिखता है।
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Mains Ready Line:
“650–1200 ई. के भारत में सत्ता किसी एक सम्राट या वंश के हाथ में केन्द्रित न होकर
क्षेत्रीय राज्यों के एक जटिल जाल में बंटी रही,
जहाँ Pratihara–Pala–Rashtrakuta, Chola–Chalukya–Pandya जैसे power–blocks
एक–दूसरे को संतुलित करते रहे।”
⚡
भाग – 2 : Quick Revision (पूरी तरह हिंदी में – 3–5 मिनट में पूरा टॉपिक)
Prelims + Mains Formula
⚡ सिर्फ रिविजन के लिए – परीक्षा से पहले पढ़ने लायक संक्षिप्त बिंदु
🧭 1. काल व प्रकृति (650–1200 ई.)
- गुप्त–पतन + Harsha–मृत्यु के बाद की स्थिति।
- कोई अखिल भारतीय सम्राट नहीं; अनेक क्षेत्रीय राज्य।
- North–East–South सबमें अपने–अपने power–blocks।
- आगे Delhi Sultanate से पहले का पूरा राजनीतिक background यही है।
Early Medieval
Regional Polity
🏛️ 2. केंद्र की कमजोरी – 3 मुख्य कारण
- हूण व अन्य आक्रमणों से पुराना केंद्र कमजोर।
- भूमि–दान व सामन्त–प्रथा से local elites शक्तिशाली।
- व्यापार–नगर–सिस्टम में बदलाव, राजस्व–आधार अनिश्चित।
Samanta
Land Grants
⬆️ 3. उत्तर भारत – मुख्य शक्तियाँ
- Gurjara–Pratihara – कन्नौज व गंगा–घाटी के दावेदार।
- राजपूत वंश – Chauhan, Paramara, Chandela, Gahadavala, Tomara आदि।
- कश्मीर – Karkota आदि; क्षेत्रीय परन्तु महत्वपूर्ण शक्ति।
- कन्नौज – political prize, कई वंशों की राजधानी।
Pratihara
Rajput States
↗️ 4. पूर्वी भारत – Pala से Sena तक
- Pala – Gopala, Dharmapala, Devapala; Bengal–Bihar के शासक।
- बौद्ध धर्म व Nalanda–Vikramashila जैसे महाविहारों के संरक्षक।
- Pala decline के बाद Sena वंश – Vijayasen, Ballalsen, Lakshmanasen।
- कामरूप (Assam), Odisha (Somavamsi, Eastern Ganga) – स्थिर क्षेत्रीय राज्य।
Pala
Sena
⬇️ 5. दक्कन–दक्षिण – Rashtrakuta से Chola तक
- Rashtrakuta – Manyakheta; Tripartite Struggle में भी सक्रिय।
- Chalukya – Badami व बाद में Kalyani; Pallava के साथ संघर्ष।
- Pallava – Kanchi; मंदिर–वास्तुकला, समुद्री संपर्क।
- Chola – Rajaraja, Rajendra; समुद्री शक्ति व दक्षिण–पूर्व एशिया तक प्रभाव।
Rashtrakuta
Chola
⚖️ 6. शक्ति–संतुलन व end–result
- Tripartite Struggle – Pratihara vs Pala vs Rashtrakuta (कन्नौज के लिए)।
- South–Deccan – Chola vs Chalukya vs Pandya जैसे power–triangles।
- कोई भी वंश “अखिल भारतीय” नहीं, सब एक–दूसरे को संतुलित करते हैं।
- इसी regional pattern के बीच से 11वीं–12वीं सदी के तुर्क–आक्रमण सफल होते हैं।
Tripartite
Balance of Power
❓
भाग – 3 : PYQs / One Liners – 650–1200 ई. की राजनीतिक स्थिति (Show / Hide Answer)
40+ High Yield Qs
फोकस: केंद्र की कमजोरी, क्षेत्रीय राज्यों का उभार, Pratihara–Pala–Rashtrakuta,
Chola–Chalukya–Pandya, राजपूत राज्य, सामन्त–प्रथा, तुर्क–आक्रमण की भूमिका आदि।
Q1. प्रारंभिक मध्यकालीन भारत के लिए सामान्यतः कौन–सी समय–सीमा मानी जाती है – 650–1200 ई. या 100–500 ई.? 👁️Show / Hide
उत्तर: लगभग 650–1200 ई. (कुछ इतिहासकार थोड़ी अलग सीमा भी लेते हैं)।
Q2. इस काल की सबसे प्रमुख राजनीतिक विशेषता क्या थी – एक शक्तिशाली सम्राट या अनेक क्षेत्रीय राज्य? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: अनेक क्षेत्रीय राज्यों का सह–अस्तित्व और संघर्ष।
Q3. Gurjara–Pratihara शक्ति मुख्यतः किस क्षेत्र से संबंधित थी – पश्चिम/उत्तर–पश्चिम या दक्कन? 👁️Show / Hide
उत्तर: पश्चिम/उत्तर–पश्चिम (राजस्थान, मध्य भारत, बाद में कन्नौज)।
Q4. Gurjara–Pratihara के प्रसिद्ध शासक, जिन्हें कई बार “मिहिरभोज” के नाम से याद किया जाता है, किस सदी में हुए – 9वीं या 12वीं सदी? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: 9वीं सदी।
Q5. Tripartite Struggle किस नगर को लेकर था – कन्नौज या कांचीपुरम? 👁️Show / Hide
उत्तर: कन्नौज।
Q6. Tripartite Struggle के तीन मुख्य पक्ष कौन–कौन थे? 👁️Show / Hide
संकेतात्मक उत्तर: Gurjara–Pratihara (North–West), Pala (East), Rashtrakuta (Deccan)।
Q7. राजपूत वंशों में से कौन–सा कन्नौज क्षेत्र से अधिक संबंधित है – Gahadavala या Hoysala? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: Gahadavala।
Q8. Chauhan राजपूत किस क्षेत्र से जुड़े हैं – अजमेर–दिल्ली या बंगाल–बिहार? 👁️Show / Hide
उत्तर: अजमेर–दिल्ली क्षेत्र।
Q9. Chandela राजवंश किस स्थापत्य–स्थल के लिए प्रसिद्ध है – खजुराहो या महाबलीपुरम? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: खजुराहो मंदिर–समूह।
Q10. Pala वंश का संस्थापक कौन माना जाता है – गोपाल या महिपाल? 👁️Show / Hide
उत्तर: गोपाल (Gopala)।
Q11. Pala वंश मुख्यतः किस धर्म के संरक्षण के लिए जाने जाते हैं – बौद्ध या जैन? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: बौद्ध (विशेषकर महायान–वज्रयान परंपरा)।
Q12. Sena वंश किस क्षेत्र से जुड़ा है – Bengal या Deccan? 👁️Show / Hide
उत्तर: Bengal (बंगाल–क्षेत्र)।
Q13. Rashtrakuta साम्राज्य की राजधानी कौन–सी थी – Manyakheta या Kanchi? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: Manyakheta (कर्नाटक)।
Q14. Rashtrakuta–कालीन कौन–सा प्रसिद्ध मंदिर एलोरा में स्थित है – Kailashnath या Brihadishvara? 👁️Show / Hide
उत्तर: Kailashnath मंदिर (Ellora)।
Q15. Imperial Chola साम्राज्य के दो प्रमुख शासक कौन माने जाते हैं – Rajaraja I व Rajendra I / या Harsha व Pulakeshin? 👁️Show / Hide
सही जोड़ी: Rajaraja I व Rajendra I।
Q16. Pallava व Chalukya संघर्ष मुख्यतः किस क्षेत्र में हुआ – दक्कन–दक्षिण सीमा या Punjab–Sindh सीमा पर? 👁️Show / Hide
उत्तर: दक्कन–दक्षिण सीमा (कांची–आंध्र–कर्नाटक belt)।
Q17. “Samanta” शब्द का प्रारंभिक अर्थ क्या था – दास या अधीन–राजा/भू–स्वामी? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: अधीन–राजा/भू–स्वामी (subordinate ruler)।
Q18. भूमि–दान शिलालेखों में अक्सर कौन–सा अधिकार “कर–मुक्ति” के साथ दिया जाता था – पुलिस व न्याय या केवल जल–उपयोग? 👁️Show / Hide
उत्तर: कई बार पुलिस व न्याय–अधिकार भी।
Q19. 11वीं–12वीं सदी के तुर्क आक्रमण मुख्यतः किस दिशा से हुए – उत्तर–पश्चिम या दक्कन–समुद्र मार्ग से? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: उत्तर–पश्चिम से (Afghanistan–Punjab मार्ग)।
Q20. Delhi Sultanate की स्थापना किस वर्ष मानी जाती है – 1206 या 1006 ई.? 👁️Show / Hide
उत्तर: 1206 ई. (Qutbuddin Aibak के समय)।
Q21. निम्न में से कौन “Tripartite Struggle” का भाग नहीं है?
(अ) Gurjara–Pratihara
(ब) Pala
(स) Rashtrakuta
(द) Chola
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गलत विकल्प: (द) Chola।
Q22. Rajput राज्यों के संदर्भ में कौन–सा कथन अधिक उचित है?
(अ) पूर्ण रूप से एकजुट साम्राज्य
(ब) कई स्वतंत्र/अर्ध–स्वतंत्र वंश, जो आपस में सहयोग व संघर्ष दोनों करते थे
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सही कथन: (ब)।
Q23. “Regionalisation of polity” का सरल अर्थ क्या है? 👁️Show / Hide
संकेतात्मक उत्तर: सत्ता का एक केन्द्र (सम्राट) के हाथ में न रहकर
अलग–अलग क्षेत्रों (North, East, Deccan, South आदि) में बँट जाना,
जहाँ हर क्षेत्र में अपना स्वतंत्र या अर्ध–स्वतंत्र राजवंश हो।
Q24. किन तीन power–blocks को south–Deccan triangle के रूप में याद रखा जाता है – Chola, Chalukya, Pandya / या Maurya, Gupta, Mughal? 👁️Show / Hide
उत्तर: Chola, Chalukya, Pandya।
Q25. कौन–सा pairing सही है?
(अ) Pala – Bengal/Bihar
(ब) Rashtrakuta – Tamil Nadu coast
(स) Chola – Kashmir
(द) Gahadavala – Deccan plateau
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सही pairing: (अ) Pala – Bengal/Bihar।
Q26. Early Medieval India में “temple–centred economy” किस क्षेत्र में अधिक स्पष्ट दिखती है – दक्षिण/दक्कन या उत्तर–पश्चिम सीमा पर? 👁️Show / Hide
अधिक स्पष्ट: दक्षिण/दक्कन (विशेषकर Chola, Pallava आदि के अधीन)।
Q27. Ghaznavid आक्रमणों के समय उत्तर भारत में कौन–सी शक्ति प्रमुख थी – कुछ राजपूत राज्य + Pratihara decline या एक मजबूत एकीकृत साम्राज्य? 👁️Show / Hide
स्थितिः Pratihara शक्ति कमज़ोर हो चुकी थी; कई राजपूत राज्य (Chauhan, Tomara आदि) अलग–अलग।
Q28. Early Medieval polity में “intermediate elites” किसे कहा जा सकता है? 👁️Show / Hide
संकेतात्मक उत्तर: राजा और किसानों के बीच स्थित वर्ग – सामन्त, भूमि–स्वामी, स्थानीय प्रशासक, मंदिर–प्रबंधक, इत्यादि – जिनके पास राजस्व, बल व अधिकार का बड़ा हिस्सा था।
Q29. किसी MCQ में पूछा जाए – “Early Medieval India की राजनीति को best कैसे वर्णित किया जा सकता है?” – एक उपयुक्त विकल्प सुझाइए। 👁️Show / Hide
Suggested Option:
“कई क्षेत्रीय राजवंशों का सह–अस्तित्व, सामन्त–आधारित सत्ता–संरचना तथा
power–blocks के बीच निरंतर संघर्ष व संतुलन।”
Q30. North–East–South के तीन उदाहरण लिखिए जो Early Medieval regional powers को दर्शाते हैं। (Just name) 👁️Show / Hide
उदाहरण:
North – Gurjara–Pratihara, Chauhan, Gahadavala
East – Pala, Sena, Kamarupa rulers
South/Deccan – Rashtrakuta, Chola, Chalukya, Pandya
North – Gurjara–Pratihara, Chauhan, Gahadavala
East – Pala, Sena, Kamarupa rulers
South/Deccan – Rashtrakuta, Chola, Chalukya, Pandya
Q31. कौन–सा pairing गलत है?
(अ) Gurjara–Pratihara – Kannauj
(ब) Pala – Nalanda patronage
(स) Rashtrakuta – Manyakheta
(द) Chola – Kannauj capital
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गलत pairing: (द) Chola – Kannauj capital।
Q32. Early Medieval India में “North vs South” binary से अधिक सही क्या है – “multiple regions vs multiple regions” या “सिर्फ North ही everything”? 👁️Show / Hide
उत्तर: “multiple regions vs multiple regions” – यानी North–East–Deccan–South के अपने–अपने power–blocks।
Q33. Hoysala व Kakatiya किस काल में प्रमुख हुए – लगभग 11वीं–13वीं सदी या Maurya काल में? 👁️Show / Hide
सही उत्तर: लगभग 11वीं–13वीं सदी (Later Early Medieval / Early High Medieval)।
Q34. Early Medieval राजनीति के बारे में एक mains–style concluding line लिखिए। (Ready–made line) 👁️Show / Hide
Suggested Line:
“650–1200 ई. का भारत न तो पूर्ण विघटन का युग था, न ही किसी एक सम्राट की सर्वशक्तिमान सत्ता का, बल्कि यह क्षेत्रीय राज्यों, सामन्तों और power–blocks के बीच निरंतर संघर्ष व संतुलन की ऐसी जटिल संरचना थी, जिसने आगे Delhi Sultanate व medieval polity की दिशा तय की।”
“650–1200 ई. का भारत न तो पूर्ण विघटन का युग था, न ही किसी एक सम्राट की सर्वशक्तिमान सत्ता का, बल्कि यह क्षेत्रीय राज्यों, सामन्तों और power–blocks के बीच निरंतर संघर्ष व संतुलन की ऐसी जटिल संरचना थी, जिसने आगे Delhi Sultanate व medieval polity की दिशा तय की।”
