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Noble Exam City
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अध्याय – वर्ण एवं ध्वनि विचार (भाग 1 : वर्ण उच्चारण)
उत्तर प्रदेश पुलिस उपनिरीक्षक, यूपी पीएससी आरओ/एआरओ, यूपीएसएसएससी एएसओ/एआरओ, लेखपाल, पुलिस, टीईटी/सुपर टीईटी, टीजीटी/पीजीटी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु
उत्तर प्रदेश पुलिस उपनिरीक्षक, यूपी पीएससी आरओ/एआरओ, यूपीएसएसएससी एएसओ/एआरओ, लेखपाल, पुलिस, टीईटी/सुपर टीईटी, टीजीटी/पीजीटी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु
🔤 देवनागरी वर्णमाला – शुद्ध उच्चारण, स्थान व प्रकार की स्पष्ट समझ
🎯 विशेष रूप से उत्तर प्रदेश पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण
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भाग – 1 : Deep Smart Notes – वर्ण उच्चारण
Noble Exam City – Concept + Exam दोनों के लिए
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वर्ण, ध्वनि और अक्षर की मूल समझ, देवनागरी वर्णमाला, उच्चारण–स्थान, ह्रस्व–दीर्घ, महाप्राण–अल्पप्राण – प्रतियोगी परीक्षाओं के पैटर्न पर।
🔡 1. वर्ण, ध्वनि और अक्षर – संक्षिप्त परिचय
ध्वनि – मुँह से निकलने वाली अर्थ–युक्त या अर्थ–रहित आवाज।
वर्ण – भाषा की सबसे छोटी ध्वनि–इकाई, जिसे चिह्न (अ, क, ख…) के रूप में लिखा जाता है।
अक्षर – वर्णों के मेल से बनी इकाई, जो बोलने पर एक मात्रा–समूह में उच्चरित होती है (जैसे – “कर्म”, “विद्यालय”)।
- देवनागरी वर्णमाला में दो मुख्य वर्ग – स्वर और व्यंजन।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछा जाता है – “भाषा की सबसे छोटी इकाई क्या है?” ⇒ ध्वनि, “लेखन की सबसे छोटी इकाई?” ⇒ वर्ण।
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एग्ज़ाम टिप (Noble Exam City):
“ध्वनि” = सुनने वाली इकाई, “वर्ण” = लिखने वाला चिह्न, “अक्षर” = बोलने में एक झटके में निकली इकाई – यह लाइन लिख दोगे तो वर्ण–ध्वनि का पूरा कॉन्सेप्ट साफ़ हो जाता है।
“ध्वनि” = सुनने वाली इकाई, “वर्ण” = लिखने वाला चिह्न, “अक्षर” = बोलने में एक झटके में निकली इकाई – यह लाइन लिख दोगे तो वर्ण–ध्वनि का पूरा कॉन्सेप्ट साफ़ हो जाता है।
🎼 2. देवनागरी वर्णमाला और उच्चारण का आधार
देवनागरी में भाषा का उच्चारण स्वरों और व्यंजनों के सही उच्चारण पर निर्भर करता है।
स्वर स्वयं ध्वनि बनाते हैं, व्यंजन स्वर की सहायता से उच्चरित होते हैं।
1️⃣ स्वर – उच्चारण दृष्टि से
- मूल स्वर – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ।
- उच्चारण में किसी अन्य वर्ण का सहारा नहीं लेते।
- ह्रस्व स्वर – अ, इ, उ, ऋ (कम समय में उच्चरित)।
- दीर्घ स्वर – आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ (थोड़ा अधिक समय में उच्चरित)।
2️⃣ व्यंजन – उच्चारण दृष्टि से
- क, ख, ग, घ, ङ; च, छ, ज, झ, ञ; ट, ठ, ड, ढ, ण; त, थ, द, ध, न; प, फ, ब, भ, म; य, र, ल, व, श, ष, स, ह आदि।
- स्वर के बिना उनका शुद्ध उच्चारण नहीं बनता (जैसे – क = क + अ)।
- उच्चारण–स्थान के आधार पर – कण्ठ्य, तालव्य, मूर्धन्य, दन्त्य, ओष्ठ्य आदि।
🗣️ 3. उच्चारण–स्थान (कण्ठ्य, तालव्य, मूर्धन्य, दन्त्य, ओष्ठ्य)
जब हम कोई वर्ण बोलते हैं, तो मुँह के किसी भाग पर अवरोध/स्पर्श बनता है –
जहाँ यह अवरोध बनता है वही उच्चारण–स्थान कहलाता है।
प्रश्न अक्सर आता है – “कण्ठ्य वर्ण कौन से हैं?”, “दन्त्य वर्ण कौन से हैं?” आदि।
🔹 3.1 कण्ठ्य, तालव्य, मूर्धन्य
- कण्ठ्य – क, ख, ग, घ, ङ; अ, आ (कण्ठ से उच्चारण)।
- तालव्य – च, छ, ज, झ, ञ; इ, ई (जिह्वा तालु से लगती है)।
- मूर्धन्य – ट, ठ, ड, ढ, ण; ऋ (जिह्वा की नोक ऊपर तालु से लगती है)।
🔹 3.2 दन्त्य, ओष्ठ्य, अन्य
- दन्त्य – त, थ, द, ध, न; ल (जिह्वा दाँतों से लगती है)।
- ओष्ठ्य – प, फ, ब, भ, म, उ, ऊ, ओ, औ (दोनों होंठों से उच्चारण)।
- अन्य – अर्धस्वर व श, ष, स, ह आदि के भी प्रमुख उच्चारण–स्थान होते हैं।
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ट्रिक – Noble Exam City:
“क–ख–ग–घ–ङ = कण्ठ्य”, “च–छ–ज–झ–ञ = तालव्य”, “ट–ठ–ड–ढ–ण = मूर्धन्य”, “त–थ–द–ध–न = दन्त्य”, “प–फ–ब–भ–म = ओष्ठ्य” – पाँचों वर्ग एक साथ याद करो।
“क–ख–ग–घ–ङ = कण्ठ्य”, “च–छ–ज–झ–ञ = तालव्य”, “ट–ठ–ड–ढ–ण = मूर्धन्य”, “त–थ–द–ध–न = दन्त्य”, “प–फ–ब–भ–म = ओष्ठ्य” – पाँचों वर्ग एक साथ याद करो।
⏱️ 4. ह्रस्व–दीर्घ–प्लुत व महाप्राण–अल्पप्राण
🕒 4.1 ह्रस्व, दीर्घ, प्लुत
- ह्रस्व – अल्प समय में उच्चरित स्वर (अ, इ, उ, ऋ)।
- दीर्घ – ह्रस्व से लगभग दूने समय तक बोला जाने वाला स्वर (आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ)।
- प्लुत – दीर्घ से भी अधिक (तीन मात्राओं तक) लंबा उच्चारण – सामान्य बोलचाल में विरल, पर नियम के रूप में पूछा जाता है।
🔥 4.2 महाप्राण–अल्पप्राण व्यंजन
- अल्पप्राण – उच्चारण में अधिक फूँक नहीं निकलती (क, ग, च, ज, ट, ड, त, द, प, ब आदि)।
- महाप्राण – उच्चारण में अधिक फूँक निकलती (ख, घ, छ, झ, ठ, ढ, थ, ध, फ, भ आदि)।
- UP Police SI / RO/ARO में अक्सर पूछा जाता है – “महाप्राण व्यंजन कौन–कौन से हैं?”
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एग्ज़ाम टिप:
महाप्राण याद करने की सरल तरकीब – “खुशी से घर की छत पर झंडा, ठंडी ढलान पर थोड़ा ध्यान, फूल भरे” – हर शब्द का पहला व्यंजन महाप्राण है।
महाप्राण याद करने की सरल तरकीब – “खुशी से घर की छत पर झंडा, ठंडी ढलान पर थोड़ा ध्यान, फूल भरे” – हर शब्द का पहला व्यंजन महाप्राण है।
⚠️ 5. सामान्य उच्चारण–भ्रांतियाँ (जिन पर प्रश्न बनते हैं)
बहुत–सी परीक्षाओं में ऐसे शब्दों पर प्रश्न आता है जिनका प्रचलित उच्चारण गलत है
पर मानक (व्याकरणिक) उच्चारण कुछ और है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण दिए जा रहे हैं।
- स्त्री (स + त्री) – प्रायः गलत “इस्त्री” बोला जाता है, जो मानक नहीं है।
- विद्यालय – सही; “बिद्यालय” सामान्य बोलचाल है पर शुद्ध नहीं।
- कार्य – “कार्य” (या “कायर्य”), “काज” या “कार” नहीं।
- ऋषि – “ऋ” का उच्चारण गले से – “रि” नहीं।
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परीक्षा संकेत:
जहाँ विकल्पों में “इस्त्री / स्त्री, विद्यालय / बिद्यालय, ऋषि / रिषि” जैसे जोड़े दिखें, समझ लो प्रश्न उच्चारण/वर्तनी पर है – तुरंत वर्ण–उच्चारण वाली थ्योरी याद करके टिक करो।
जहाँ विकल्पों में “इस्त्री / स्त्री, विद्यालय / बिद्यालय, ऋषि / रिषि” जैसे जोड़े दिखें, समझ लो प्रश्न उच्चारण/वर्तनी पर है – तुरंत वर्ण–उच्चारण वाली थ्योरी याद करके टिक करो।
वर्ण उच्चारण नोट्स
महाप्राण-अल्पप्राण व्यंजन
कण्ठ्य दन्त्य तालव्य मूर्धन्य
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भाग – 2 : क्विक स्मार्ट रिवीजन – वर्ण उच्चारण
२–३ मिनट में पूरा दोहराव
⚡ यह सेक्शन विशेष रूप से उत्तर प्रदेश पुलिस उपनिरीक्षक, लेखपाल, यूपीएसएसएससी, टीईटी/सुपर टीईटी आदि त्वरित पुनरावृत्ति के लिए तैयार किया गया है।
1️⃣ वर्ण–ध्वनि–अक्षर के मूल सूत्र
- ध्वनि – सुनने की इकाई।
- वर्ण – ध्वनि का लिखित चिह्न।
- अक्षर – एक झटके में बोला जाने वाला वर्ण–समूह।
- स्वर – स्वयं उच्चरित, व्यंजन – स्वर के सहारे उच्चरित।
2️⃣ स्वर उच्चारण के मुख्य बिंदु
- ह्रस्व स्वर – कम समय: अ, इ, उ, ऋ।
- दीर्घ स्वर – अधिक समय: आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ।
- प्लुत – दीर्घ से भी लंबा; नियम के रूप में महत्वपूर्ण।
- स्वर अकेले भी शब्द बना सकते हैं – “आ”, “ओ” आदि।
3️⃣ व्यंजन उच्चारण और वर्ग
- पाँच वर्ग – क, च, ट, त, प–वर्ग।
- कण्ठ्य – क, ख, ग, घ, ङ।
- तालव्य – च, छ, ज, झ, ञ।
- मूर्धन्य – ट, ठ, ड, ढ, ण।
- दन्त्य – त, थ, द, ध, न।
- ओष्ठ्य – प, फ, ब, भ, म।
4️⃣ महाप्राण और अल्पप्राण
- अल्पप्राण – कम फूँक के साथ उच्चरित।
- महाप्राण – अधिक फूँक के साथ उच्चरित।
- ख, घ, छ, झ, ठ, ढ, थ, ध, फ, भ – महाप्राण।
- क, ग, च, ज, ट, ड, त, द, प, ब – अल्पप्राण।
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स्मरण–सूत्र (Noble Exam City):
“कण्ठ से क–ख–ग–घ–ङ, तालु से च–छ–ज–झ–ञ, ऊपर तालु से ट–ठ–ड–ढ–ण, दाँतों से त–थ–द–ध–न, होंठों से प–फ–ब–भ–म” – इस लाइन को दो बार बोलोगे तो उच्चारण–स्थान याद हो जाएगा।
“कण्ठ से क–ख–ग–घ–ङ, तालु से च–छ–ज–झ–ञ, ऊपर तालु से ट–ठ–ड–ढ–ण, दाँतों से त–थ–द–ध–न, होंठों से प–फ–ब–भ–म” – इस लाइन को दो बार बोलोगे तो उच्चारण–स्थान याद हो जाएगा।
ह्रस्व–दीर्घ पुनरावृत्ति
महाप्राण–अल्पप्राण सूत्र
उच्चारण–स्थान त्वरित याद
❓
भाग – 3 : 20 Important One Liner PYQs – वर्ण उच्चारण
👁️ View Answer / 🙈 Hide Answer + व्याख्या
प्रत्येक कार्ड में केवल एक प्रश्न है।
👁️ View Answer पर क्लिक करते ही उत्तर व संक्षिप्त व्याख्या दिखेगी,
और बटन स्वतः 🙈 Hide Answer में बदल जाएगा।
पैटर्न – UP Police SI, UPSSSC, TET, TGT/PGT स्तर के प्रश्नों को ध्यान में रखकर तैयार।
Q1. भाषा की सब से छोटी इकाई क्या कहलाती है?
उत्तर: ध्वनि।
Q2. ध्वनि के लिखित रूप को क्या कहा जाता है – वर्ण या अक्षर?
उत्तर: वर्ण।
Q3. “एक ही झटके में उच्चरित होने वाली ध्वनि–इकाई” को क्या कहते हैं?
उत्तर: अक्षर।
Q4. “अ, इ, उ, ऋ” किस प्रकार के स्वर हैं – ह्रस्व या दीर्घ?
उत्तर: ह्रस्व स्वर।
Q5. “आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ” किस प्रकार के स्वर हैं?
उत्तर: दीर्घ स्वर।
Q6. “क, ख, ग, घ, ङ” किस वर्ग के व्यंजन हैं?
उत्तर: कण्ठ्य व्यंजन (क–वर्ग)।
Q7. “च, छ, ज, झ, ञ” किस प्रकार के व्यंजन हैं – तालव्य या दन्त्य?
उत्तर: तालव्य व्यंजन।
Q8. “ट, ठ, ड, ढ, ण” किस उच्चारण–स्थान से बोले जाते हैं?
उत्तर: मूर्धन्य।
Q9. “त, थ, द, ध, न” किस उच्चारण–स्थान से बोले जाते हैं?
उत्तर: दन्त्य व्यंजन।
Q10. “प, फ, ब, भ, म” किस प्रकार के व्यंजन हैं – ओष्ठ्य या तालव्य?
उत्तर: ओष्ठ्य व्यंजन।
Q11. जिन व्यंजनों के उच्चारण में अधिक फूँक निकलती है, वे किस नाम से जाने जाते हैं?
उत्तर: महाप्राण व्यंजन।
Q12. “स्त्री” शब्द का मानक उच्चारण क्या है – “स्त्री” या “इस्त्री”?
उत्तर: “स्त्री” मानक उच्चारण है।
Q13. “विद्यालय” शब्द में उच्चारण–दृष्टि से कौन–सा रूप मानक है – “विद्यालय” या “बिद्यालय”?
उत्तर: “विद्यालय” मानक रूप है।
Q14. “ऋषि” शब्द में “ऋ” किस उच्चारण–स्थान से बोला जाता है – कण्ठ्य या मूर्धन्य स्वर?
उत्तर: ऋ – मूर्धन्य स्वर माना जाता है।
Q15. “क” और “ख” में से महाप्राण कौन–सा है?
उत्तर: “ख” महाप्राण है, “क” अल्पप्राण।
Q16. “फूल” शब्द का उच्चारण “फूल” माना जाएगा या “फुल”?
उत्तर: मानक उच्चारण “फूल” (दीर्घ ऊ) माना जाता है।
Q17. “अल्पप्राण” का शाब्दिक अर्थ क्या है?
उत्तर: कम प्राण (कम फूँक/श्वास) के साथ उच्चरित व्यंजन।
Q18. “महाप्राण” व्यंजनों के समूह का एक सही उदाहरण चुनिए – (क) क, च, ट (ख) ख, घ, छ (ग) त, द, न
उत्तर: (ख) ख, घ, छ – महाप्राण व्यंजन।
Q19. “एक ही सूचना/निर्देश” की तरह, “एक ही झटके में उच्चरित ध्वनि–इकाई” किस शब्द से व्यक्त होती है – वर्ण या अक्षर?
उत्तर: अक्षर।
Q20. एक पंक्ति में – वर्ण उच्चारण अध्याय का परीक्षोन्मुख सार क्या होगा?
मॉडल लाइन (Noble Exam City):
“वर्ण उच्चारण में ध्वनि, स्वर–व्यंजन, उच्चारण–स्थान और महाप्राण–अल्पप्राण की स्पष्ट समझ ही सामान्य हिन्दी के वस्तुनिष्ठ तथा वर्णात्मक दोनों प्रकार के प्रश्नों की कुंजी है।”
“वर्ण उच्चारण में ध्वनि, स्वर–व्यंजन, उच्चारण–स्थान और महाप्राण–अल्पप्राण की स्पष्ट समझ ही सामान्य हिन्दी के वस्तुनिष्ठ तथा वर्णात्मक दोनों प्रकार के प्रश्नों की कुंजी है।”
