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अध्याय 2 : पत्र लेखन – अर्द्धशासकीय पत्र
सरकारी + व्यक्तिगत शैली का संतुलित रूप, प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु सम्पूर्ण नोट्स
सरकारी + व्यक्तिगत शैली का संतुलित रूप, प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु सम्पूर्ण नोट्स
✉️ अर्द्धशासकीय पत्र – अर्थ, विशेषताएँ, स्वरूप, उदाहरण, परीक्षा बिंदु
📝 UPSSSC, SSC, Bank, RO/ARO, TGT/PGT व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु
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भाग – 1 : Deep Smart Notes – अर्द्धशासकीय पत्र
गहन अध्ययन – Objective + Descriptive दोनों हेतु
🎯 कीवर्ड: अर्द्धशासकीय पत्र, Semi-official Letter, पत्र लेखन हिंदी, सरकारी + व्यक्तिगत पत्र, औपचारिक–अनौपचारिक मिश्रण।
✉️ 1. अर्द्धशासकीय पत्र – परिचय
अर्द्धशासकीय पत्र वह पत्र होता है जिसमें
सरकारी (शासकीय) भाषा और वैयक्तिक (व्यक्तिगत) शैली
दोनों का संतुलित मिश्रण पाया जाता है।
इसे सामान्यतः उच्च अधिकारी अपने अधीनस्थ, समकक्ष अधिकारी या निजी परिचित को
किसी सरकारी कार्य के संदर्भ में, पर मित्रतापूर्ण शैली में लिखते हैं।
- यह न तो पूरी तरह कठोर शासकीय पत्र होता है, न ही पूर्णतः वैयक्तिक पत्र।
- मुख्य उद्देश्य – औपचारिक वातावरण में भी आत्मीयता बनाए रखते हुए कार्य करवाना।
- पत्र में सरकारी दायित्व स्पष्ट रहता है, पर भाषा अधिक सरल, विनम्र व संवादात्मक होती है।
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एग्ज़ाम टिप:
“अर्द्धशासकीय पत्र = आधा शासकीय + आधा वैयक्तिक” –
यह लाइन MCQ व वर्णनात्मक उत्तर दोनों में लिखने लायक है।
📌 2. अर्द्धशासकीय पत्र की प्रमुख विशेषताएँ
1️⃣ 2.1 भाषा व शैली
- भाषा विनम्र, शिष्ट, भाव–पूर्ण लेकिन सरकारी गरिमा के अनुरूप।
- वाक्य छोटे–छोटे, स्पष्ट व संवाद–मुखी होते हैं।
- पत्र में आदेश के बजाय अनुरोध/प्रस्ताव वाली भाषा अधिक रहती है।
2️⃣ 2.2 उद्देश्य व प्रयोजन
- किसी सरकारी कार्य में सहयोग, मार्गदर्शन या समन्वय प्राप्त करना।
- अधिकारी और कर्मचारी/अधिकारी के बीच व्यक्तिगत संबंधों को मजबूत रखना।
- औपचारिक आदेश से पहले अनौपचारिक सहमति/समझ बनाना।
3️⃣ 2.3 रूप–रंग व स्वरूप
- पत्र प्रायः व्यक्तिगत नाम से शुरू होता है, पर अंत में पदनाम भी दिया जाता है।
- पत्र पर अधिकारी के व्यक्तिगत हस्ताक्षर होते हैं।
- पत्र का विषय सरकारी, किंतु टोन मित्रतापूर्ण होता है।
4️⃣ 2.4 उपयोग की स्थितियाँ
- किसी योजना के क्रियान्वयन में सहयोग हेतु।
- रिपोर्ट/सूचना समय से भेजने का व्यक्तिगत अनुरोध।
- किसी अधिकारी को अनौपचारिक स्तर पर सचेत करना।
📐 3. अर्द्धशासकीय पत्र का स्वरूप (Format)
परीक्षा में अक्सर प्रश्न आता है – “अर्द्धशासकीय पत्र के मुख्य अंग बताइए।”
उत्तर में नीचे दिए गए बिंदु क्रमवार लिखना पर्याप्त है।
- 1. प्रेषक का नाम व पदनाम (ऊपर बाएँ या दाएँ)
- 2. कार्यालय/विभाग का पता
- 3. दिनांक (Date)
- 4. प्रापक (जिसे पत्र लिखा जा रहा है) का नाम व पद
- 5. संबोधन (जैसे – “प्रिय श्रीमान्”, “प्रिय मित्र” आदि)
- 6. विषय (Subject) – संक्षेप में
- 7. पत्र का मुख्य भाग
- क) प्रारंभिक वाक्य – कुशल–क्षेम, संबंध आदि
- ख) मुख्य विषय – समस्या/आवश्यकता/अनुरोध
- ग) अंतिम भाग – आशा, धन्यवाद, सहयोग की अपेक्षा
- 8. समापन – “आपका,” “आपका सच्चा शुभचिंतक” आदि
- 9. नाम, हस्ताक्षर, पदनाम
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Format Trick:
“न–प–दि–प्रा–सम–वि–मुख–सम–हस्त”
(नाम, पता, दिनांक, प्रापक, संबोधन, विषय, मुख्य भाग, समापन, हस्ताक्षर)
– पूरे Format को एक लाइन में याद रखा जा सकता है।
📄 4. संक्षिप्त उदाहरण (Exam Friendly Sample)
यहाँ पूरा लंबा पत्र नहीं, बल्कि संरचना व भाषा–शैली समझाने हेतु छोटा मॉडल दिया जा रहा है,
जिसे छात्र अपने शब्दों में विस्तार दे सकते हैं।
स्थिति: एक ज़िला शिक्षा अधिकारी अपने अधीनस्थ प्रधानाचार्य को परीक्षा–कार्य में समय से सहयोग हेतु अर्द्धशासकीय पत्र लिखता है।
- संबोधन: प्रिय श्रीमान् / प्रिय मित्र
- प्रारंभ: “आशा है कि आप स्वस्थ एवं सानंद होंगे। जिले में संचालित वार्षिक परीक्षाओं के सुचारु संचालन में आपका विद्यालय सदैव महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।”
- मुख्य भाग का उदाहरण: “इस वर्ष प्रश्नपत्रों की गोपनीयता एवं उत्तर–पुस्तिकाओं के सुरक्षित परिवहन हेतु कुछ अतिरिक्त व्यवस्थाएँ की गई हैं। आपसे अपेक्षा है कि प्रश्नपत्र प्राप्त होते ही निर्धारित निर्देशों के अनुसार उन्हें सुरक्षित रखेंगे तथा उत्तर–पुस्तिकाएँ उसी दिन संध्या तक नियंत्रण कक्ष में भिजवाने की कृपा करेंगे।”
- समापन: “आपके सहयोग से परीक्षा–कार्य निर्विघ्न पूर्ण होगा, ऐसी मुझे पूर्ण आशा है। किसी प्रकार की असुविधा हो तो निसंकोच अवगत कराएँ।”
- अंतिम पंक्ति: “आपका, (हस्ताक्षर) ज़िला विद्यालय निरीक्षक, ……”
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Exam Note:
Descriptive प्रश्न में पूरा पत्र न भी लिखें,
पर “भाषा – विनम्र, विषय – सरकारी, शैली – वैयक्तिक” यह तीन बातें ज़रूर लिखें।
⚖️ 5. अर्द्धशासकीय, शासकीय एवं वैयक्तिक पत्र – संक्षिप्त तुलना
🏛️ शासकीय (Official) पत्र
- सिर्फ़ कार्यालय से कार्यालय की औपचारिक पत्र–व्यवहार।
- भाषा अत्यंत औपचारिक, भावनात्मकता लगभग नहीं।
- आदेश/निर्देश/सूचना प्रधान।
✉️ अर्द्धशासकीय (Semi-official) पत्र
- विषय सरकारी, पर शैली दोस्ताना व व्यक्तिगत।
- औपचारिकता + आत्मीयता दोनों का संतुलन।
- अधिकारी/कर्मचारी/परिचित के साथ संबंध मजबूत करने वाला।
👨👩👧👦 वैयक्तिक (Personal) पत्र
- पूरी तरह निजी संबंध – परिवार, मित्र, संबंधी।
- भाषा पूर्णतः भावनात्मक, निजी अनुभव, सुख–दुख आदि।
- कोई शासकीय दायित्व नहीं।
अर्द्धशासकीय पत्र नोट्स
Letter Writing in Hindi
Semi Official Letter Format
Govt Exam Hindi Notes
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भाग – 2 : Quick Smart Revision – अर्द्धशासकीय पत्र (2–3 मिनट)
Quick Smart Revision (Hindi)
⚡ हाई–यील्ड पॉइंट्स – SSC, UPSSSC, Police, Bank, Teaching व अन्य परीक्षाओं के लिए।
1️⃣ परिभाषा – एक लाइन में
- अर्द्धशासकीय पत्र = सरकारी विषय + वैयक्तिक शैली वाला पत्र।
- न पूरा शासकीय, न पूरा वैयक्तिक।
2️⃣ किसके बीच लिखा जाता है?
- अधिकारी → अधीनस्थ अधिकारी
- अधिकारी → समकक्ष अधिकारी
- कभी–कभी अधिकारी → निजी परिचित (पर विषय सरकारी)
3️⃣ भाषा व टोन
- भाषा – विनम्र, सरल, शिष्ट।
- टोन – मित्रतापूर्ण + दायित्वपूर्ण।
- आदेश नहीं, अनुरोध/प्रस्ताव प्रमुख।
4️⃣ Format के मुख्य अंग
- नाम/पद, पता, दिनांक
- प्रापक का नाम/पद
- संबोधन + विषय
- मुख्य भाग (3 हिस्से)
- समापन, हस्ताक्षर, पदनाम
5️⃣ उपयोग
- सहयोग/समन्वय हेतु अनुरोध।
- किसी कार्य के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रेरित करना।
- समस्या पर अनौपचारिक चर्चा।
6️⃣ Exam Focus Points
- अर्थ/परिभाषा
- शासकीय व वैयक्तिक पत्र से अंतर
- Format के मुख्य अंग
- उपयोग की स्थिति
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Smart Trick:
याद रखें – “सरकारी बात, दोस्ताना अंदाज़” जहाँ यह दिखे, वहाँ अर्द्धशासकीय पत्र की पहचान समझ लें।
याद रखें – “सरकारी बात, दोस्ताना अंदाज़” जहाँ यह दिखे, वहाँ अर्द्धशासकीय पत्र की पहचान समझ लें।
Ardhshaskeey Patra Quick Notes
Letter Writing Objective Points
General Hindi for Exams
❓
भाग – 3 : 40+ One Liner PYQs – अर्द्धशासकीय पत्र (Show / Hide + व्याख्या)
40+ महत्वपूर्ण प्रश्न
यहाँ अर्द्धशासकीय पत्र से जुड़े Objective + वर्णनात्मक–सहायक प्रश्न दिए गए हैं।
प्रत्येक के साथ संक्षिप्त व्याख्या/विश्लेषण जो परीक्षा–लेखन में काम आएगा।
Q1. अर्द्धशासकीय पत्र किस प्रकार का पत्र होता है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: ऐसा पत्र जिसमें शासकीय विषय हो, पर शैली वैयक्तिक व मित्रतापूर्ण हो।
Q2. अर्द्धशासकीय पत्र सामान्यत: किनके बीच लिखा जाता है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: अधिकारी और अधीनस्थ/समकक्ष अधिकारी या निजी परिचित के बीच।
Q3. क्या अर्द्धशासकीय पत्र पूर्णतः निजी (पर्सनल) पत्र होता है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: नहीं। इसमें निजी शैली होती है, पर विषय शासकीय होता है।
Q4. अर्द्धशासकीय पत्र में भाषा कैसी होनी चाहिए? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: सरल, शिष्ट, विनम्र और आत्मीयता से भरपूर, पर गरिमापूर्ण।
Q5. क्या अर्द्धशासकीय पत्र में केवल आदेशात्मक भाषा का प्रयोग होता है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: नहीं, आदेश के स्थान पर अधिकतर “अनुरोध, अपेक्षा, निवेदन” जैसी भाषा होती है।
Q6. अर्द्धशासकीय पत्र में प्रेषक के नाम के साथ क्या दिया जाता है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: प्रेषक का नाम तथा उसका पदनाम दोनों।
Q7. “प्रिय श्रीमान्” संबोधन किस प्रकार के पत्र में उपयुक्त है – शासकीय या अर्द्धशासकीय? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: अर्द्धशासकीय पत्र में।
Q8. क्या अर्द्धशासकीय पत्र का विषय सरकारी न होकर वैयक्तिक हो सकता है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: सामान्यतः नहीं, इसका मुख्य विषय किसी न किसी सरकारी कार्य से जुड़ा होता है।
Q9. निम्न में से कौन–सा पत्र सर्वाधिक औपचारिक होता है? (क) वैयक्तिक पत्र (ख) अर्द्धशासकीय पत्र (ग) शासकीय पत्र 👁️उत्तर देखें
उत्तर: (ग) शासकीय पत्र।
Q10. जिस पत्र में अधिकारी स्वयं के नाम से लिखते हुए भी सरकारी कार्य के लिए अनुरोध करता है, वह कौन–सा पत्र है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: अर्द्धशासकीय पत्र।
Q11. अर्द्धशासकीय पत्र में विषय पंक्ति (Subject) कैसी होनी चाहिए – लंबी या संक्षिप्त? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: संक्षिप्त, स्पष्ट और मुख्य बिंदु को दर्शाने वाली।
Q12. “आपके निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद” जैसी पंक्ति किस पत्र में अधिक स्वाभाविक है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: अर्द्धशासकीय पत्र में।
Q13. क्या अर्द्धशासकीय पत्र पर प्रेषक की मोहर (स्टाम्प) लगाई जाती है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: आवश्यकता अनुसार लगाई जा सकती है, पर मुख्य पहचान व्यक्तिगत शैली व हस्ताक्षर हैं।
Q14. “आपका शुभचिंतक” किस प्रकार के पत्र के अंत में अधिक उपयुक्त है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: अर्द्धशासकीय या वैयक्तिक पत्र में।
Q15. अर्द्धशासकीय पत्र का एक मुख्य उद्देश्य क्या है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: औपचारिक संबंध में भी व्यक्तिगत सौहार्द बनाए रखते हुए सरकारी कार्य में सहयोग प्राप्त करना।
Q16. क्या अर्द्धशासकीय पत्र पूर्णतः दफ्तर से दफ्तर के नाम पर जारी होता है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: नहीं, अधिकतर “व्यक्ति से व्यक्ति” (नाम लेकर) लिखा जाता है, लेकिन दोनों सरकारी पद पर होते हैं।
Q17. अर्द्धशासकीय पत्र में Address किसका लिखा जाता है – कार्यालय का या घर का? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: सामान्यतः कार्यालय का पता लिखा जाता है, क्योंकि विषय शासकीय होता है।
Q18. “मान्यवर,” “श्रीमान्,” “प्रिय मित्र” – इनमें से कौन–सा संबोधन अर्द्धशासकीय पत्र के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: “प्रिय श्रीमान्” या “प्रिय मित्र” – विषय और संबंध के अनुसार।
Q19. क्या विद्यार्थियों से फीस जमा करने के लिए लिखा गया नोटिस अर्द्धशासकीय पत्र कहलाएगा? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: नहीं, वह एक सामान्य सूचना/नोटिस है, अर्द्धशासकीय पत्र नहीं।
Q20. “अर्द्धशासकीय पत्र” का अंग्रेज़ी समानार्थी क्या माना जाता है? 👁️उत्तर देखें
उत्तर: Semi-official Letter.
Q21. क्या अर्द्धशासकीय पत्र में दिनांक लिखना अनिवार्य है?👁️उत्तर
उत्तर: हाँ, प्रत्येक औपचारिक/अर्ध–औपचारिक पत्र की तरह अनिवार्य है।
Q22. अर्द्धशासकीय पत्र का मुख्य लाभ क्या है?👁️उत्तर
उत्तर: औपचारिक कार्यों को सहज व सौहार्दपूर्ण ढंग से करवाना।
Q23. क्या अर्द्धशासकीय पत्र को रजिस्टर में अंकित किया जाता है?👁️उत्तर
उत्तर: कार्यालय–प्रथा के अनुसार कई स्थानों पर हाँ, ताकि पत्र–व्यवहार का रिकॉर्ड रहे।
Q24. परीक्षा में यदि पूछा जाए – “अर्द्धशासकीय पत्र के कोई दो गुण लिखिए” – तो क्या लिखेंगे?👁️उत्तर
मॉडल उत्तर:
(i) भाषा विनम्र व आत्मीय होती है।
(ii) विषय शासकीय होते हुए भी मित्रतापूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया जाता है।
Q25. “शासकीय पत्र” और “अर्द्धशासकीय पत्र” में एक मुख्य अंतर बताइए।👁️उत्तर
उत्तर: शासकीय पत्र पूरी तरह औपचारिक व कार्यालय से कार्यालय होता है,
जबकि अर्द्धशासकीय पत्र में भाषा वैयक्तिक व आत्मीय होती है।
Q26. “आपकी कुशल–क्षेम की आशा के साथ” – यह पंक्ति अधिक उपयुक्त किस पत्र में है?👁️उत्तर
उत्तर: अर्द्धशासकीय या वैयक्तिक पत्र में।
Q27. क्या अर्द्धशासकीय पत्र कोई कानूनी आदेश माना जाता है?👁️उत्तर
उत्तर: सामान्यतः नहीं; यह अधिकतर अनुरोध/समन्वय पर आधारित होता है।
Q28. अर्द्धशासकीय पत्र में अंतिम वाक्य कैसा होना चाहिए?👁️उत्तर
उत्तर: सहयोग की अपेक्षा, धन्यवाद व सम्मान व्यक्त करने वाला।
Q29. क्या विद्यार्थियों को लिखा प्रेरणात्मक पत्र अर्द्धशासकीय पत्र कहलाएगा?👁️उत्तर
उत्तर: यदि वह अधिकारी द्वारा औपचारिक रूप से हो तो “शैक्षिक/प्रेरणात्मक पत्र” कहलाएगा,
अर्द्धशासकीय की परिभाषा में प्रायः अधिकारी–अधिकारी संबंध ही आते हैं।
Q30. एक वाक्य में – “अर्द्धशासकीय पत्र की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?”👁️उत्तर
सार: औपचारिक कार्य को अनौपचारिक आत्मीयता के साथ संपन्न करना।
Q31. क्या अर्द्धशासकीय पत्र में “Respected Sir” जैसे अंग्रेज़ी शब्दों का Hindi पत्र में प्रयोग उचित है?👁️उत्तर
उत्तर: औपचारिक हिंदी पत्र में शुद्ध हिंदी संबोधन अधिक उपयुक्त है।
Q32. “अर्द्धशासकीय पत्र” पर 3–4 पंक्तियों का लघु–नोट लिखने पर किन बिंदुओं को अवश्य शामिल करेंगे?👁️उत्तर
मॉडल: परिभाषा, उद्देश्य (सरकारी + वैयक्तिक), भाषा (विनम्र, आत्मीय),
उपयोग (अधिकारी–अधिकारी के बीच व्यक्तिगत शैली से सरकारी कार्य)।
Q33. पत्र लेखन के अध्याय में अर्द्धशासकीय पत्र को पढ़ने का प्रमुख कारण क्या है?👁️उत्तर
उत्तर: प्रतियोगी परीक्षाओं में इसके अर्थ, अंतर व Format पर बार–बार प्रश्न पूछे जाते हैं।
Q34. क्या अर्द्धशासकीय पत्र केवल सरकारी विभागों तक सीमित है?👁️उत्तर
उत्तर: मुख्यतः हाँ, पर बड़े निजी संस्थानों में भी इसी तरह की शैली के पत्र प्रचलित हो सकते हैं।
Q35. एक पंक्ति में – “अर्द्धशासकीय पत्र किस प्रकार के संबंध को मज़बूत करता है?”👁️उत्तर
उत्तर: औपचारिक (शासकीय) संबंध में आत्मीयता वाला मानवीय संबंध।
Q36. क्या अर्द्धशासकीय पत्र में व्यक्तिगत दुख–सुख का उल्लेख किया जा सकता है?👁️उत्तर
उत्तर: संक्षेप में किया जा सकता है, पर मुख्य केंद्र सरकारी कार्य ही रहता है।
Q37. “आपका सहयोग विभाग के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा” – यह पंक्ति किस प्रकार के पत्र के लिए उपयुक्त है?👁️उत्तर
उत्तर: अर्द्धशासकीय पत्र।
Q38. क्या अर्द्धशासकीय पत्र में “श्रीमान् जी” लिखना व्याकरण की दृष्टि से उचित है?👁️उत्तर
उत्तर: प्रचलन में है, पर शुद्ध रूप “श्रीमान्” ही माना जाता है; “जी” अलग भी लिखा जा सकता है।
Q39. अर्द्धशासकीय पत्र में “From” और “To” के स्थान पर हिंदी में कौन–से शब्द लिखे जा सकते हैं?👁️उत्तर
उत्तर: “प्रेषक” और “प्रापक”।
Q40. एग्ज़ाम लिखने लायक सार–वाक्य – “अर्द्धशासकीय पत्र का साहित्यिक–प्रशासनिक महत्व” एक लाइन में लिखिए।👁️उत्तर
मॉडल लाइन:
“अर्द्धशासकीय पत्र प्रशासनिक कठोरता को मानवीय संवेदना से जोड़ने वाला ऐसा माध्यम है,
जो सरकारी कार्य को सरल, सहज और संबंध–मूलक बना देता है।”
