Medieval Indian Architecture Notes in Hindi | मध्यकालीन स्थापत्य कला – Qutub Minar to Taj Mahal (Hindi)

Medieval Indian Architecture Notes in Hindi | मध्यकालीन स्थापत्य कला – Qutub Minar to Taj Mahal (Hindi)

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भारत की नम्बर 1 स्टडी मटेरियल वेबसाइट – स्मार्ट तैयारी, पक्का चयन
अध्याय 9 • मध्यकालीन भारतीय संस्कृति व कला
9.1 मध्यकालीन स्थापत्य और प्रमुख भवन – कुतुब मीनार, लाल किला, ताजमहल, शाही मस्जिदें आदि
🏛️ सुल्तानकाल, मुगलकाल, क्षेत्रीय शैलियाँ – एक ही फ्लो में क्रोनोलॉजिकल कवरेज 📝 UPSC / PCS / RO-ARO / UPSSSC / Police हेतु हाई–स्कोरर स्थापत्य नोट्स + रिवीजन + PYQs
🎭 मध्यकालीन भारत संस्कृति व कला मध्यकालीन स्थापत्य
📘 9.1 मध्यकालीन स्थापत्य – Deep Study Notes
Architecture – Exam Favourite Static Topic
परीक्षा में क्यों ज़रूरी? मध्यकालीन स्थापत्य पर लगभग हर परीक्षा में 2–3 सीधे तथ्य–आधारित MCQ व 1 विश्लेषणात्मक प्रश्न (मुगल या सुल्तानकालीन स्थापत्य) आता है। ताजमहल, लाल किला, कुतुब मीनार, जामा मस्जिद, बुलंद दरवाज़ा – ये सब “फेवरेट” हैं।
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SMART ट्रिक: “कुतुब – शुरुआत, फतेहपुर – प्रयोगशाला, आगरा–दिल्ली – परिपक्व मुगल शैली, ताज – चरम सौन्दर्य” इस लाइन से पूरे क्रोनोलॉजिकल फ्लो को याद रख सकते हैं।
🏗️ मध्यकालीन स्थापत्य – सामान्य रूपरेखा
  • प्राचीन भारतीय (नागर, द्रविड़, वेसर) परम्परा + इस्लामी–फारसी शैली का मिश्रण।
  • बीम–आधारित (trabeate) से मेहराब–गुम्बद (arcuate) तकनीक की ओर झुकाव।
  • मस्जिद, मकबरा, किला, सराय, हौज़, मदरसा, कारवांसराय – प्रमुख स्थापत्य प्रकार।
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एक्जाम टिप: “arcuate बनाम trabeate” पर मैचिंग या कथन–आधारित प्रश्न बार–बार पूछे जाते हैं।
🕌 दिल्ली सुल्तानकाल – प्रारंभिक इंडो–इस्लामिक शैली
  • कुतुब मीनार (कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा आरम्भ, इल्तुतमिश द्वारा पूर्ण, अलाउद्दीन खिलजी द्वारा विस्तार)।
  • कुव्वत–उल–इस्लाम मस्जिद – प्राचीन हिन्दू–जैन मन्दिर स्तम्भों का प्रयोग, स्तम्भों पर मूर्ति–अवशेष।
  • लाल बलुआ पत्थर, सुलेख (कूफी/नस्क), ज्यामितीय व पुष्प आकृतियाँ, मुकर्णस व जालियाँ – मुख्य विशेषताएँ।
🏰 खिलजी से लोदी – किलेबंदी व मकबरे
  • अलाउद्दीन खिलजी: अलाई दरवाज़ा – शुद्ध इस्लामी मेहराब–गुम्बद तकनीक का सुंदर उदाहरण।
  • तुगलक स्थापत्य: मोटी दीवारें, झुकी हुई दीवारें (बट्रेस), कम सजावट – सैन्य उपयोग प्रमुख।
  • लोदी मकबरे: अष्टकोणीय/चौकोर योजनाएँ, गुम्बद, बाग–योजना – मुगल मकबरा–शैली की पूर्वपीठिका।
🌿 प्रारंभिक मुगल व शेरशाह
  • बाबर: चारबाग़ बाग–योजना की शुरुआत (समरकंद–फारसी परम्परा का प्रभाव)।
  • हुमायूँ का मकबरा (दिल्ली): फारसी वास्तुकार मिराक मिर्ज़ा गयास; बाद के मुगल मकबरों का “प्रोटोटाइप”।
  • शेरशाह सूरी: सासाराम (बिहार) में शेरशाह का मकबरा – जल–सरिता से घिरा भव्य मकबरा।
🏯 अकबर – फतेहपुर सीकरी “प्रयोगशाला”

फतेहपुर सीकरी को “मध्यकालीन स्थापत्य प्रयोगशाला” कहा जाता है।

  • दीवान–ए–खास, दीवान–ए–आम, पंचमहल, जोधा बाई महल – हिन्दू + इस्लामी मिश्रित शैली।
  • बुलंद दरवाज़ा: गुजरात विजय की स्मृति में; ऊँचाई लगभग 54 मी., विशाल सीढ़ियाँ।
  • सलीम चिश्ती का मकबरा: सफेद संगमरमर, जालियाँ – बाद के सफेद संगमरमर प्रयोग के लिए प्रेरणा।
🧱 आगरा किला व लाल–संगमरमर मिश्रण
  • आगरा किला: अकबर द्वारा लाल बलुआ पत्थर; बाद में जहाँगीर–शाहजहाँ द्वारा संगमरमर मंडप।
  • जहाँगीरी महल, ख्वाबगाह, दीवान–ए–खास – मुगल दरबारी स्थापत्य के उदाहरण।
  • शाहजहाँ काल: “संगमरमर युग” – नक्काशीदार संगमरमर + नीलम, मूंगे, कीमती पत्थरों की जड़ाई (पिएत्रा–दुरा)।
🏯 लाल किला (दिल्ली) व जामा मस्जिद
  • लाल किला (शाहजहाँनाबाद): 1639–48; लाल बलुआ पत्थर + संगमरमर, मोती मस्जिद, रंग महल, दीवान–ए–खास।
  • दीवान–ए–खास के शिलालेख: “अगर फ़िरदौस बर रू–ए–ज़मीं अस्त, हमीं अस्त, हमीं अस्त, हमीं अस्त।”
  • जामा मस्जिद (दिल्ली): विशाल प्रार्थना–हाल, तीन गुम्बद, ऊँचे मीनार – शाहजहाँ काल का भव्य धार्मिक स्थापत्य।
💎 ताजमहल – मुगल स्थापत्य की पराकाष्ठा
  • निर्माण अवधि: लगभग 1632–1653; स्थान: आगरा, यमुना तट।
  • संपूर्ण सफेद संगमरमर; सममित चार मीनार; केंद्रीय प्याज़–आकृति गुम्बद।
  • जड़ाई–कला (पिएत्रा–दुरा), कुरानिक सुलेख, पुष्प–मोटिफ – अत्यंत सूक्ष्म शिल्प।
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एक्जाम टिप: “ताजमहल किसने बनवाया” से आगे बढ़कर – किस शैली का उदाहरण, पिएत्रा–दुरा क्या है, चारबाग़ योजना क्या है – ऐसे प्रश्न भी आते हैं।
🧭 क्षेत्रीय स्थापत्य – गुजरात, बंगाल, दक्कन
  • गुजरात: पतली मीनारें, नक्काशीदार खम्भे, जालियाँ – जामा मस्जिद (अहमदाबाद), सिद्दी सैयद जाली।
  • बंगाल: टेराकोटा (मृत्तिका–शिल्प), झरोखे जैसे छज्जे, ईंट–मकान; “छतगाँव” शैली।
  • दक्कन: गोल गुम्बज (बीजापुर); विशाल गुम्बद, इको–इफेक्ट; बहमनी–आदिलशाही शैली।
🔍 समग्र मूल्यांकन – मिश्रित संस्कृति की झलक
  • मध्यकालीन स्थापत्य में हिन्दू, जैन, बौद्ध, फारसी, तुर्क, मध्य एशियाई प्रभावों का सृजनात्मक सम्मिश्रण
  • मकबरा–कला, बाग–योजना, मस्जिद–किला–महल – सबमें सममिति, अनुपात और प्रतीकवाद पर ज़ोर।
  • यही स्थापत्य बाद में औपनिवेशिक व आधुनिक भारतीय स्थापत्य के लिए भी संदर्भ–बिंदु बना।
त्वरित पुनरावृत्ति – मध्यकालीन स्थापत्य
परीक्षा से पहले झटपट रिवीजन

यह सेक्शन केवल हिंदी शब्दों में तैयार है ताकि याद करना आसान रहे। पेपर से पहले 5–7 मिनट में एक बार इसे ज़रूर देख लें।

🏗️ मुख्य विशेषताएँ
  • पुरानी भारतीय शैली + नई इस्लामी–फारसी शैली का मेल।
  • बीम वाली छत से मेहराब–गुम्बद वाली तकनीक की ओर परिवर्तन।
  • किला, मस्जिद, मकबरा, बाग, सराय – प्रमुख निर्माण।
🕌 दिल्ली सुल्तानकाल
  • कुतुब मीनार – प्रारंभिक इंडो–इस्लामिक शैली का प्रतीक।
  • कुव्वत–उल–इस्लाम मस्जिद – मंदिर–स्तम्भों का उपयोग।
  • अलाई दरवाज़ा – शुद्ध मेहराब–गुम्बद तकनीक।
🧱 तुगलक व लोदी काल
  • मोटी व झुकी दीवारें, कम सजावट, अधिक रक्षा–उद्देश्य।
  • लोदी मकबरे – बाग के बीच गुम्बददार मकबरे।
  • अष्टकोणीय योजना का प्रयोग बढ़ा।
🌿 प्रारंभिक मुगल
  • बाबर – चारबाग़ बाग–योजना।
  • हुमायूँ मकबरा – बाद के मुगल मकबरों का नमूना।
  • शेरशाह का मकबरा – जल–घिरा भव्य मकबरा।
🏯 फतेहपुर सीकरी
  • हिन्दू + इस्लामी मिश्रित स्थापत्य–प्रयोगशाला।
  • बुलंद दरवाज़ा – विजय–प्रतीक विशाल द्वार।
  • सलीम चिश्ती मकबरा – जाली–कला का सुंदर उपयोग।
🏛️ आगरा किला
  • अकबर – लाल पत्थर; बाद में संगमरमर मंडप।
  • दरबारी जीवन के लिए दीवान–ए–आम, दीवान–ए–खास।
  • सुरक्षा + सौन्दर्य दोनों का मेल।
🏰 लाल किला व जामा मस्जिद
  • लाल किला – नई राजधानी शाहजहाँनाबाद का केंद्र।
  • दीवान–ए–खास – “फ़िरदौस” वाला प्रसिद्ध शिलालेख।
  • जामा मस्जिद – विशाल प्रार्थना–हाल व मीनारें।
💎 ताजमहल
  • सफेद संगमरमर, सममिति, चार मीनारें।
  • जड़ाई–कला व सूक्ष्म नक्काशी की पराकाष्ठा।
  • चारबाग़ योजना के बीच मकबरा।
प्रेम–स्मारक के रूप में प्रसिद्ध
🧭 क्षेत्रीय शैलियाँ
  • गुजरात – बारीक जालियाँ, पतली मीनारें।
  • बंगाल – टेराकोटा ईंट–कला, घुमावदार छतें।
  • दक्कन – गोल गुम्बज जैसे विशाल गुम्बद।
💡 याद रखने की छोटी तरकीब
  • “कुतुब–लोदी–हुमायूँ–फतेहपुर–आगरा–लालकिला–ताज” – यही क्रम याद रखें।
  • हर नाम के साथ 1–1 मुख्य विशेषता जोड़ें।
  • मैप में स्थान भी एक बार अवश्य देख लें।
PYQs व एक पंक्ति प्रश्न – मध्यकालीन स्थापत्य (22 Qs)
सभी प्रश्न + उत्तर + व्याख्या
इस सेक्शन में 40 चयनित प्रश्न रखे गए हैं जो प्री–मेन दोनों के लिए उपयोगी हैं। पहले स्वयं उत्तर सोचें, फिर “👁️ View Answer” पर क्लिक करें। क्लिक करने पर 🙈 Hide Answer दिखेगा और उत्तर छुपाया जा सकेगा।
1. कुतुब मीनार का निर्माण आरम्भ किस सुल्तान ने कराया था?
उत्तर: कुतुबुद्दीन ऐबक।
व्याख्या: कुतुब मीनार का निर्माण 12वीं शताब्दी के अंत में कुतुबुद्दीन ऐबक ने आरम्भ कराया, पर इसे मुख्य रूप से इल्तुतमिश ने पूरा कराया। यह प्रारंभिक इंडो–इस्लामिक स्थापत्य का प्रमुख उदाहरण है। एग्जाम टिप: “आरम्भ – ऐबक, पूर्ण – इल्तुतमिश” ऐसे याद रखें।
2. कुतुब मीनार मुख्यतः किस प्रकार के पत्थर से निर्मित है?
उत्तर: लाल बलुआ पत्थर (कुछ स्थानों पर संगमरमर का भी प्रयोग)।
व्याख्या: कुतुब मीनार की बाह्य सतह पर लाल बलुआ पत्थर पर सुंदर सुलेख व नक्काशी की गई है, ऊपरी मंज़िलों में बाद के शासकों ने संगमरमर का भी उपयोग किया। यह मिश्रित सामग्री–प्रयोग का अच्छा उदाहरण है।
3. कुव्वत–उल–इस्लाम मस्जिद कहाँ स्थित है?
उत्तर: दिल्ली के कुतुब परिसर में।
व्याख्या: कुव्वत–उल–इस्लाम मस्जिद दिल्ली की प्रारंभिक मस्जिदों में से एक है, जिसमें कई हिन्दू–जैन मंदिरों के स्तम्भों का पुनः उपयोग किया गया, इसीलिए इसमें मिश्रित प्रतीक दिखते हैं।
4. अलाई दरवाज़ा किस शासक द्वारा बनवाया गया था?
उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी।
व्याख्या: अलाई दरवाज़ा कुतुब परिसर में स्थित एक प्रवेश द्वार है, जिसे अलाउद्दीन खिलजी ने बनवाया। इसे शुद्ध मेहराब–गुम्बद तकनीक वाला प्रारंभिक निर्माण माना जाता है।
5. हुमायूँ का मकबरा किस प्रकार की बाग़–योजना पर आधारित है?
उत्तर: चारबाग़ योजना पर।
व्याख्या: हुमायूँ का मकबरा दिल्ली में चार बराबर भागों में विभाजित बाग़–योजना (चारबाग़) पर आधारित है, जिसमें जल–नहरें व पथ मकबरे को केंद्र में घेरते हैं। यही योजना बाद में ताजमहल में चरम रूप में दिखती है।
6. हुमायूँ के मकबरे को किस प्रकार के बाद के मुगल मकबरों का “प्रोटोटाइप” कहा जाता है?
उत्तर: विकसित मुगल मकबरा–शैली (विशेषकर ताजमहल) का प्रोटोटाइप।
व्याख्या: ऊँचे मंच पर मकबरा, चारबाग़, सममिति, गुम्बद–युक्त केंद्रीय संरचना – ये सभी तत्व बाद के मुगल मकबरों, विशेषकर ताजमहल में और परिष्कृत रूप में दोहराए गए।
7. शेरशाह सूरी का भव्य मकबरा कहाँ स्थित है?
उत्तर: सासाराम (बिहार) में।
व्याख्या: सासाराम का शेरशाह मकबरा जल–तालाब से घिरा अष्टकोणीय योजना वाला भव्य निर्माण है, जिसे “जल–महल” की तरह देखा जाता है। यह सूरी शासन की स्थापत्य–सौन्दर्य दृष्टि का उत्कृष्ट उदाहरण है।
8. फतेहपुर सीकरी को किस मुगल शासक ने अपनी राजधानी बनाया था?
उत्तर: अकबर ने।
व्याख्या: अकबर ने कुछ समय के लिए फतेहपुर सीकरी को अपनी राजधानी बनाया। यहाँ दीवान–ए–खास, पंचमहल, जोधा बाई महल, बुलंद दरवाज़ा आदि के कारण इसे स्थापत्य–प्रयोगशाला कहा जाता है।
9. बुलंद दरवाज़ा किस विजय की स्मृति में बनवाया गया था?
उत्तर: अकबर की गुजरात विजय की स्मृति में।
व्याख्या: फतेहपुर सीकरी स्थित बुलंद दरवाज़ा 1572–73 की गुजरात विजय की याद में बनवाया गया, जिसकी ऊँचाई लगभग 54 मीटर है। इसे “विजय–द्वार” के रूप में भी देखा जाता है।
10. सलीम चिश्ती का मकबरा कहाँ स्थित है और इसकी विशेषता क्या है?
उत्तर: फतेहपुर सीकरी में; सफेद संगमरमर व सुंदर जाली–कला इसकी विशेषता है।
व्याख्या: अकबर के सूफी संत सलीम चिश्ती का मकबरा फतेहपुर सीकरी में दरबार प्रांगण के मध्य स्थित है, जहाँ सफेद संगमरमर व पत्थर की जालियाँ बाद के संगमरमर–कला विकास का आधार बनीं।
11. मुगल स्थापत्य के “संगमरमर युग” को किस शासक के काल से जोड़ा जाता है?
उत्तर: शाहजहाँ के काल से।
व्याख्या: शाहजहाँ ने ताजमहल, मोती मस्जिद, दीवान–ए–खास जैसे अनेक संगमरमर–प्रधान निर्माण कराए, जिनमें नक्काशी व जड़ाई–कला की पराकाष्ठा दिखाई देती है। इसलिए इसे “संगमरमर युग” कहा जाता है।
12. ताजमहल किस नदी के किनारे स्थित है?
उत्तर: यमुना नदी के किनारे।
व्याख्या: आगरा स्थित ताजमहल यमुना नदी के दाहिने किनारे पर चारबाग़ योजना में स्थित है, जहाँ नदी का जल, उद्यान और संगमरमर–मकबरा मिलकर अद्वितीय दृश्य प्रभाव उत्पन्न करते हैं।
13. ताजमहल की बाग़–योजना को क्या कहा जाता है और इसका मूल विचार क्या है?
उत्तर: चारबाग़; चार भागों में विभाजित स्वर्गिक उद्यान।
व्याख्या: चारबाग़ योजना में उद्यान को चार बराबर भागों में बाँटा जाता है, जिनके बीच जल–नहरें व पथ स्वर्ग के चार नदियों के प्रतीक माने जाते हैं। यह फारसी–इस्लामी स्वर्ग–कल्पना से जुड़ता है।
14. “पिएत्रा–दुरा” शब्द किस प्रकार की कला के लिए प्रयोग होता है?
उत्तर: संगमरमर में रंगीन कीमती पत्थरों की जड़ाई–कला के लिए।
व्याख्या: ताजमहल और इतमाद–उद–दौला के मकबरे में संगमरमर की सतह पर लाल, हरा, नीला आदि पत्थरों की जड़ाई की गई, जिससे पुष्प–आकृतियाँ बनती हैं। यही तकनीक पिएत्रा–दुरा कहलाती है।
15. लाल किला (दिल्ली) किस मुगल शासक द्वारा बनवाया गया था?
उत्तर: शाहजहाँ द्वारा।
व्याख्या: शाहजहाँ ने अपनी नई राजधानी शाहजहाँनाबाद के लिए लाल किला बनवाया, जिसमें लाल बलुआ पत्थर के साथ संगमरमर के महल, दीवान–ए–आम और दीवान–ए–खास जैसे भवन स्थित हैं।
16. “अगर फ़िरदौस बर रू–ए–ज़मीं अस्त…” वाला प्रसिद्ध शिलालेख किस महल से जुड़ा है?
उत्तर: लाल किले के दीवान–ए–खास से।
व्याख्या: यह शिलालेख दीवान–ए–खास में लिखा गया, जिसका अर्थ है “यदि धरती पर कहीं स्वर्ग है तो यहीं है, यहीं है, यहीं है।” यह मुगल दरबारी जीवन के वैभव व सौन्दर्य–बोध का प्रतीक माना जाता है।
17. दिल्ली की जामा मस्जिद किस शासक ने बनवाई थी?
उत्तर: शाहजहाँ ने।
व्याख्या: शाहजहाँनाबाद (पुरानी दिल्ली) में स्थित जामा मस्जिद विशाल प्रार्थना–हाल, ऊँचे मीनारों व तीन गुम्बदों के लिए प्रसिद्ध है। यह शाहजहाँ काल की धार्मिक स्थापत्य–कला की चरम अभिव्यक्ति मानी जाती है।
18. गोल गुम्बज कहाँ स्थित है और किसके मकबरे के रूप में जाना जाता है?
उत्तर: बीजापुर (कर्नाटक) में; आदिलशाही शासक मोहम्मद आदिल शाह का मकबरा।
व्याख्या: गोल गुम्बज का विशाल गुम्बद बिना किसी मध्य–सहारे के टिकता है और इसकी “फुसफुसाहट गैलरी” प्रतिध्वनि के लिए प्रसिद्ध है। यह दक्कनी मुस्लिम स्थापत्य का अद्वितीय उदाहरण है।
19. सिद्दी सैयद की प्रसिद्ध “जाली” किस शहर की पहचान मानी जाती है?
उत्तर: अहमदाबाद (गुजरात) की।
व्याख्या: सिद्दी सैयद मस्जिद की पत्थर–जाली पर उकेरी गई पेड़–लताओं की जटिल आकृति गुजरात की स्थापत्य–कला का प्रतीक बन गई है, जिसे अक्सर “गीली पत्ती जाली” भी कहा जाता है।
20. बंगाल की मस्जिदों की प्रमुख स्थापत्य–विशेषता किस सामग्री के प्रयोग से जुड़ी है?
उत्तर: टेराकोटा (मृत्तिका–शिल्प) ईंटों के प्रयोग से।
व्याख्या: बंगाल क्षेत्र में पत्थर की कमी के कारण मंदिरों व मस्जिदों में पकी ईंट और टेराकोटा टाइलों पर सुंदर चित्रांकन व नक्काशी की परम्परा विकसित हुई, जो बंगाल स्थापत्य की पहचान है।
21. लोदी काल के मकबरों की एक मुख्य योजना–विशेषता क्या है?
उत्तर: चौकोर या अष्टकोणीय योजना में गुम्बददार मकबरे।
व्याख्या: दिल्ली के लोदी उद्यान में लोदी शासकों के मकबरे चौकोर/अष्टकोणीय योजना, ऊँचे मंच व गुम्बद के साथ बने हैं, जिन्हें मुगल मकबरों की पूर्वपीठिका माना जाता है।
22. इतमाद–उद–दौला का मकबरा किस शहर में स्थित है और इसे क्या उपनाम दिया जाता है?
उत्तर: आगरा में; इसे “Baby Taj” भी कहा जाता है।
व्याख्या: जहाँगीर काल में नूरजहाँ ने अपने पिता इतमाद–उद–दौला का मकबरा बनवाया, जिसमें सफेद संगमरमर व जड़ाई–कला का सुंदर प्रयोग है। इसी कारण इसे छोटा ताजमहल या “Baby Taj” कहा जाता है।
23. इतमाद–उद–दौला का मकबरा किस मुगल शासक के शासनकाल में बना?
उत्तर: जहाँगीर के शासनकाल में।
व्याख्या: यह मकबरा नूरजहाँ के पिता के लिए बनवाया गया था और संगमरमर–प्रधान जड़ाई–कला के कारण शाहजहाँ के ताजमहल से ठीक पहले का महत्वपूर्ण चरण माना जाता है।
24. दिल्ली का लाल किला और कुतुब परिसर किस वैश्विक संस्था द्वारा “विश्व धरोहर” घोषित किए गए हैं?
उत्तर: यूनेस्को (UNESCO) द्वारा।
व्याख्या: भारत के अनेक मध्यकालीन स्थलों जैसे कुतुब परिसर, लाल किला, ताजमहल आदि को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया है, जिससे उनकी वैश्विक ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्ता सिद्ध होती है।
25. “चारबाग़” शब्द का शाब्दिक अर्थ क्या है?
उत्तर: चार भागों वाला बाग़।
व्याख्या: चारबाग़ फारसी परम्परा से आया विचार है, जिसमें बाग़ को दो मुख्य जल–नहरों द्वारा चार हिस्सों में बाँटा जाता है। यह स्वर्गिक उद्यान की कल्पना का स्थापत्य रूप है।
26. तुगलक स्थापत्य की एक प्रमुख विशेषता क्या मानी जाती है (दीवारों के संदर्भ में)?
उत्तर: मोटी और हल्की झुकी हुई दीवारें (बट्रेस सहित)।
व्याख्या: तुगलककालीन किलों व भवनों में दीवारें मोटी, भारी और हल्की झुकी हुई होती थीं, जिनका उद्देश्य सुरक्षा व स्थायित्व था, न कि सजावट। इसलिए इसे अपेक्षाकृत सादा स्थापत्य माना जाता है।
27. फतेहपुर सीकरी स्थित पंचमहल में कुल कितनी मंज़िलें हैं?
उत्तर: पाँच मंज़िलें।
व्याख्या: पंचमहल खुला स्तम्भ–निर्माण है, जहाँ प्रत्येक ऊपरी तल छोटे आयामों में ऊपर जाता है। इसे हवा–महल की तरह खुला और दर्शनीय स्थल माना जाता है, जो राजपरिवार के विश्राम हेतु बनाया गया था।
28. हुमायूँ का मकबरा किसने बनवाया था (आदेश किसने दिया)?
उत्तर: हुमायूँ की पत्नी हामिदा बानो बेगम ने।
व्याख्या: फारसी वास्तुकार मिराक मिर्ज़ा गयास द्वारा डिजाइन किया गया यह मकबरा हामिदा बानो बेगम के संरक्षण में बना, जो बाद में मुगल मकबरों के लिए आदर्श (मॉडल) सिद्ध हुआ।
29. आगरा किले की वर्तमान रूप–रेखा (लाल पत्थर + संगमरमर) मुख्यतः किन दो शासकों से जुड़ी है?
उत्तर: अकबर और शाहजहाँ से।
व्याख्या: अकबर ने आगरा किला लाल बलुआ पत्थर से बनवाया, बाद में जहाँगीर–शाहजहाँ ने उसमें संगमरमर के मंडप व महल जोड़े, जिससे यह मिश्रित लेकिन भव्य दरबारी परिसर में बदल गया।
30. “इंडो–इस्लामिक स्थापत्य” की पहली बड़ी मीनार के रूप में किस स्मारक को जाना जाता है?
उत्तर: कुतुब मीनार।
व्याख्या: कुतुब मीनार में इस्लामी सुलेख, मेहराब शैली और भारतीय पत्थर–नक्काशी, दोनों का सुंदर मिश्रण मिलता है, इसलिए इसे प्रारंभिक इंडो–इस्लामिक स्थापत्य का प्रतीक माना जाता है।
31. मोती मस्जिद (लाल किले के भीतर स्थित) किस मुगल शासक ने बनवाई थी?
उत्तर: शाहजहाँ ने।
व्याख्या: लाल किले के अंदर स्थित मोती मस्जिद पूर्ण संगमरमर की छोटी लेकिन अत्यंत सुंदर मस्जिद है, जिसका नाम इसके सफेद, मोती–से चमकते पत्थर के कारण पड़ा। यह शाहजहाँ की सौन्दर्य–दृष्टि को दर्शाती है।
32. गोल गुम्बज का सबसे विशिष्ट स्थापत्य–लक्षण क्या है (ध्वनि के संदर्भ में)?
उत्तर: फुसफुसाहट गैलरी में तेज प्रतिध्वनि (इको–इफेक्ट)।
व्याख्या: गोल गुम्बज की गैलरी में हल्की सी आवाज़ भी कई बार गूंजती है, जो इसके विशाल गुम्बद और ध्वनि–वैज्ञानिक डिजाइन का परिणाम है। यह तथ्य अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है।
33. गुजरात की जामा मस्जिद (अहमदाबाद) किस शैली की नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर: बारीक पत्थर–नक्काशी और जाली–कला के लिए।
व्याख्या: गुजरात की मस्जिदों में पतले स्तम्भ, नक्काशीदार छतें और जालियाँ स्थानीय कारीगरी व इस्लामी कला का मेल दिखाती हैं, जो उन्हें अन्य क्षेत्रों से अलग पहचान देती हैं।
34. “जाली–कला” (Stone Lattice) का उपयोग मुख्यतः किस उद्देश्य से किया जाता था?
उत्तर: प्रकाश व वायु के नियंत्रित प्रवेश के साथ गोपनीयता बनाए रखने के लिए।
व्याख्या: जालीदार पत्थर–खिड़कियाँ महलों व कब्रों में प्राकृतिक रोशनी और हवा को भीतर लाती थीं, लेकिन अंदर बैठे लोगों की गोपनीयता भी बनाए रखती थीं। साथ ही ये सजावटी तत्व भी थीं।
35. मध्यकालीन स्थापत्य में “मेहराब–गुम्बद” तकनीक को किस शैली की देन माना जाता है?
उत्तर: इस्लामी–फारसी स्थापत्य–परम्परा की।
व्याख्या: प्राचीन भारतीय वास्तु में बीम–आधारित छत आम थी, जबकि मध्य एशिया–फारस से आए शासकों ने मेहराब व गुम्बद तकनीक को लोकप्रिय बनाया, जिससे बड़े हॉल ढकना आसान हुआ।
36. चित्तौड़गढ़ किले की पहचान माने जाने वाले “विजय स्तम्भ” का निर्माण किस शासक ने कराया था? (मध्यकालीन राजपूत स्थापत्य)
उत्तर: महाराणा कुम्भा ने।
व्याख्या: विजय स्तम्भ मेवाड़ के महाराणा कुम्भा की विजय स्मृति में बना बहुमंज़िला स्तम्भ है, जिस पर विस्तृत मूर्ति–नक्काशी है। यह मध्यकालीन राजपूत–स्थापत्य की महत्वपूर्ण रचना है।
37. “हाथी पोल” या “हाथी द्वार” किस प्रकार के किलों की विशिष्ट विशेषता रही है?
उत्तर: राजपूत किलों, विशेषकर मेवाड़–उदयपुर क्षेत्र के।
व्याख्या: हाथी के गुजरने लायक ऊँचे–चौड़े दरवाज़ों वाले प्रवेश–द्वार राजपूत किलों की सुरक्षा व शान का प्रतीक थे, जहाँ युद्धकाल में हाथी–दस्ते भी प्रवेश कर सकें।
38. “टेराकोटा मंदिर स्थापत्य” किस भारतीय क्षेत्र की मध्यकालीन विरासत मानी जाती है?
उत्तर: बंगाल क्षेत्र की।
व्याख्या: विष्णुपुर आदि क्षेत्रों के टेराकोटा मंदिरों में ईंटों पर पुराण–कथाओं और लोकजीवन की कहानियाँ उकेरी गई हैं, जो बंगाल की विशिष्ट मध्यकालीन स्थापत्य–धरोहर हैं।
39. मध्यकालीन इमारतों में “गुम्बद” का धार्मिक–प्रतीकात्मक अर्थ क्या माना जाता था?
उत्तर: आकाश/स्वर्ग की छत का प्रतीक।
व्याख्या: मेहराबों पर टिके गोल गुम्बद को आकाश–गुम्बद की प्रतीकात्मक छवि माना गया, विशेषकर मस्जिदों व मकबरों में, जहाँ प्रार्थना व मृतात्मा के लिए स्वर्ग–संकेत महत्वपूर्ण थे।
40. परीक्षा की दृष्टि से मध्यकालीन स्थापत्य पढ़ते समय किन “की–वर्ड” पर विशेष ध्यान देना चाहिए?
उत्तर: कुतुब मीनार, कुव्वत–उल–इस्लाम, हुमायूँ मकबरा, फतेहपुर सीकरी, बुलंद दरवाज़ा, आगरा किला, लाल किला, जामा मस्जिद, ताजमहल, गोल गुम्बज, चारबाग़, पिएत्रा–दुरा, जाली–कला, टेराकोटा आदि।
व्याख्या: पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों में बार–बार इन्हीं शब्दों पर तथ्य–आधारित प्रश्न पूछे गए हैं, इसलिए रिवीजन करते समय इन्हें अलग रंग से मार्क करके या छोटी लिस्ट बनाकर याद रखें – यह “हाई–स्कोर” रणनीति है।

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