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P1-01 : भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
Topic - भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन स्वतंत्रता आंदोलन
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन – Deep Study Notes (UP Lekhpal 2026 | UPSSSC | Police)
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन (Indian National Movement) वह ऐतिहासिक प्रक्रिया थी, जिसके अंतर्गत भारतीय समाज ने अंग्रेज़ी औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक एवं वैचारिक संघर्ष किया।
यह आंदोलन केवल सत्ता परिवर्तन तक सीमित नहीं था, बल्कि इसका उद्देश्य राष्ट्रीय चेतना, आत्मसम्मान और स्वशासन की स्थापना था।
📌 राष्ट्रीय आंदोलन के कारण
- राजनीतिक कारण – भारतीयों को प्रशासन से दूर रखना, नस्लीय भेदभाव
- आर्थिक शोषण – धन की निकासी (Drain of Wealth Theory)
- सामाजिक कारण – पश्चिमी शिक्षा, प्रेस, नवजागरण
- सांस्कृतिक कारण – भारत की प्राचीन गौरवशाली परंपरा का पुनरुद्धार
Exam Point: “ड्रेन ऑफ वेल्थ” सिद्धांत दादाभाई नौरोजी से संबंधित है।
🗂️ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के चरण
- प्रारंभिक चरण (1857–1885) – चेतना का उदय
- नरमपंथी चरण (1885–1905) – संवैधानिक सुधारों की माँग
- उग्रपंथी चरण (1905–1917) – स्वदेशी, बहिष्कार
- गांधी युग (1917–1947) – जन आंदोलन का स्वरूप
🏛️ नरमपंथी (Moderates)
नरमपंथी नेताओं का विश्वास था कि संवैधानिक सुधारों और संवाद से स्वतंत्रता प्राप्त की जा सकती है।
- प्रमुख नेता – दादाभाई नौरोजी, गोपाल कृष्ण गोखले
- माँगें – सिविल सेवा परीक्षा में भारतीयों को अवसर
- कार्यशैली – याचिका, प्रस्ताव, सभाएँ
🔥 उग्रपंथी (Extremists)
उग्रपंथियों ने आत्मबल, बलिदान और प्रत्यक्ष संघर्ष पर ज़ोर दिया।
- त्रिपक्षीय नेतृत्व – तिलक, लाजपत राय, विपिन चंद्र पाल
- नारे – स्वराज, स्वदेशी, बहिष्कार
- 1907 – सूरत विभाजन
🕊️ गांधी युग – राष्ट्रीय आंदोलन का जन रूप
- 1917 – चंपारण सत्याग्रह (नील किसानों के लिए)
- 1920 – असहयोग आंदोलन
- 1930 – दांडी मार्च एवं सविनय अवज्ञा
- 1942 – भारत छोड़ो आंदोलन
UP Lekhpal Tip: आंदोलनों को वर्ष + उद्देश्य + स्थान के साथ याद करें।
🎉 स्वतंत्रता और विभाजन
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन की स्थिति कमजोर हो गई। अंततः भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 द्वारा भारत स्वतंत्र हुआ।
- 15 अगस्त 1947 – भारत स्वतंत्र
- भारत और पाकिस्तान का विभाजन
- ब्रिटिश शासन का अंत
⚡ Quick Smart Revision – भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
Exam Booster: यह सेक्शन खासतौर पर
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🇮🇳 आंदोलन का अर्थ
- ब्रिटिश शासन के विरुद्ध संगठित संघर्ष
- लक्ष्य – स्वराज, आत्मसम्मान, स्वतंत्रता
- राजनीतिक + सामाजिक + आर्थिक आंदोलन
📌 प्रमुख कारण
- राजनीतिक दमन व नस्लीय भेदभाव
- आर्थिक शोषण (Drain of Wealth)
- पश्चिमी शिक्षा व प्रेस
- सांस्कृतिक नवजागरण
🗂️ आंदोलन के चरण
- 1857–1885 : प्रारंभिक चेतना
- 1885–1905 : नरमपंथी
- 1905–1917 : उग्रपंथी
- 1917–1947 : गांधी युग
🏛️ नरमपंथी
- नेता – दादाभाई नौरोजी, गोखले
- कार्यशैली – याचिका, प्रस्ताव
- माँग – संवैधानिक सुधार
🔥 उग्रपंथी
- नेता – तिलक, लाजपत राय, बिपिन पाल
- नारे – स्वराज, स्वदेशी
- 1907 – सूरत विभाजन
🕊️ गांधी युग
- 1917 – चंपारण सत्याग्रह
- 1920 – असहयोग आंदोलन
- 1930 – दांडी मार्च
- 1942 – भारत छोड़ो आंदोलन
🎯 आंदोलनों की प्रकृति
- अहिंसा व सत्याग्रह
- जन-आधारित आंदोलन
- ग्रामीण + शहरी भागीदारी
🎉 स्वतंत्रता
- 1947 – भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम
- 15 अगस्त – स्वतंत्र भारत
- ब्रिटिश शासन का अंत
Last Minute Trick:
आंदोलन को हमेशा वर्ष + नेता + उद्देश्य के साथ याद करें – यही UP Lekhpal और RO-ARO में सबसे ज़्यादा पूछा जाता है।
आंदोलन को हमेशा वर्ष + नेता + उद्देश्य के साथ याद करें – यही UP Lekhpal और RO-ARO में सबसे ज़्यादा पूछा जाता है।
1. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के उदय का सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक कारण कौन-सा था?
उत्तर: धन–निकास सिद्धांत (Drain of Wealth)।
दादाभाई नौरोजी ने बताया कि भारत की आय ब्रिटेन भेजी जा रही थी, जिससे गरीबी, बेरोज़गारी और असंतोष बढ़ा — यही राष्ट्रीय आंदोलन की आर्थिक नींव बनी।
दादाभाई नौरोजी ने बताया कि भारत की आय ब्रिटेन भेजी जा रही थी, जिससे गरीबी, बेरोज़गारी और असंतोष बढ़ा — यही राष्ट्रीय आंदोलन की आर्थिक नींव बनी।
2. 1857 के विद्रोह को भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की पहली अभिव्यक्ति क्यों माना जाता है?
उत्तर: क्योंकि इसमें राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक असंतोष एक साथ प्रकट हुआ।
यद्यपि यह संगठित राष्ट्रीय आंदोलन नहीं था, फिर भी इसने विदेशी शासन के विरुद्ध व्यापक जन–प्रतिरोध को जन्म दिया।
यद्यपि यह संगठित राष्ट्रीय आंदोलन नहीं था, फिर भी इसने विदेशी शासन के विरुद्ध व्यापक जन–प्रतिरोध को जन्म दिया।
3. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर: भारतीयों के लिए एक राजनीतिक मंच उपलब्ध कराना।
प्रारंभ में कांग्रेस का उद्देश्य सुधारवादी था, परंतु धीरे–धीरे यह स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्वकारी संगठन बन गई।
प्रारंभ में कांग्रेस का उद्देश्य सुधारवादी था, परंतु धीरे–धीरे यह स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्वकारी संगठन बन गई।
4. स्वदेशी आंदोलन का प्रारंभ किस घटना के परिणामस्वरूप हुआ?
उत्तर: बंगाल विभाजन (1905)।
लॉर्ड कर्ज़न द्वारा किए गए बंगाल विभाजन के विरोध में स्वदेशी व बहिष्कार आंदोलन प्रारंभ हुआ।
लॉर्ड कर्ज़न द्वारा किए गए बंगाल विभाजन के विरोध में स्वदेशी व बहिष्कार आंदोलन प्रारंभ हुआ।
5. असहयोग आंदोलन को वापस लेने का तात्कालिक कारण क्या था?
उत्तर: चौरी-चौरा की हिंसक घटना।
महात्मा गांधी अहिंसा के पक्षधर थे, इसलिए हिंसा के बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया।
महात्मा गांधी अहिंसा के पक्षधर थे, इसलिए हिंसा के बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया।
6. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का सामाजिक आधार प्रारंभिक चरण में किन वर्गों तक सीमित था?
उत्तर: शिक्षित मध्यम वर्ग।
प्रारंभिक राष्ट्रीय आंदोलन मुख्यतः वकील, शिक्षक, पत्रकार और बुद्धिजीवी वर्ग तक सीमित था, जिसे बाद में गांधी युग में जन–आंदोलन का रूप मिला।
प्रारंभिक राष्ट्रीय आंदोलन मुख्यतः वकील, शिक्षक, पत्रकार और बुद्धिजीवी वर्ग तक सीमित था, जिसे बाद में गांधी युग में जन–आंदोलन का रूप मिला।
7. कांग्रेस का पहला अधिवेशन किस शहर में आयोजित हुआ था?
उत्तर: बंबई (1885)।
ए.ओ. ह्यूम के प्रयासों से 1885 में बंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई।
ए.ओ. ह्यूम के प्रयासों से 1885 में बंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई।
8. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर: व्योमेश चंद्र बनर्जी।
वे एक प्रतिष्ठित बैरिस्टर थे और कांग्रेस के प्रारंभिक उदारवादी चरण का प्रतिनिधित्व करते थे।
वे एक प्रतिष्ठित बैरिस्टर थे और कांग्रेस के प्रारंभिक उदारवादी चरण का प्रतिनिधित्व करते थे।
9. “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है” नारा किसने दिया?
उत्तर: बाल गंगाधर तिलक।
यह नारा उग्र राष्ट्रवाद का प्रतीक बना और युवाओं में क्रांतिकारी चेतना का विकास हुआ।
यह नारा उग्र राष्ट्रवाद का प्रतीक बना और युवाओं में क्रांतिकारी चेतना का विकास हुआ।
10. बंगाल विभाजन के समय भारत का वायसराय कौन था?
उत्तर: लॉर्ड कर्ज़न।
1905 में प्रशासनिक कारणों का हवाला देकर बंगाल का विभाजन किया गया, जिसका उद्देश्य राष्ट्रवाद को कमजोर करना था।
1905 में प्रशासनिक कारणों का हवाला देकर बंगाल का विभाजन किया गया, जिसका उद्देश्य राष्ट्रवाद को कमजोर करना था।
11. मुस्लिम लीग की स्थापना कब हुई?
उत्तर: 1906 ई.।
ढाका में मुस्लिम लीग की स्थापना हुई, जिसका उद्देश्य मुस्लिम हितों की रक्षा बताई गई।
ढाका में मुस्लिम लीग की स्थापना हुई, जिसका उद्देश्य मुस्लिम हितों की रक्षा बताई गई।
12. होमरूल आंदोलन भारत में किसने चलाया?
उत्तर: बाल गंगाधर तिलक और एनी बेसेंट।
यह आंदोलन प्रथम विश्व युद्ध के दौरान स्वशासन की मांग को लेकर चलाया गया।
यह आंदोलन प्रथम विश्व युद्ध के दौरान स्वशासन की मांग को लेकर चलाया गया।
13. गांधी जी भारत कब लौटे?
उत्तर: 1915 ई.।
दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह के अनुभव के बाद गांधी भारत लौटे और राष्ट्रीय आंदोलन को जन–आधार प्रदान किया।
दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह के अनुभव के बाद गांधी भारत लौटे और राष्ट्रीय आंदोलन को जन–आधार प्रदान किया।
14. गांधी जी द्वारा चलाया गया पहला आंदोलन कौन–सा था?
उत्तर: चंपारण सत्याग्रह।
यह आंदोलन नील किसानों के शोषण के विरुद्ध था और गांधी जी के भारतीय राजनीति में प्रवेश का प्रतीक बना।
यह आंदोलन नील किसानों के शोषण के विरुद्ध था और गांधी जी के भारतीय राजनीति में प्रवेश का प्रतीक बना।
15. रॉलेट एक्ट का विरोध किस आंदोलन से जुड़ा है?
उत्तर: असहयोग आंदोलन से पहले का सत्याग्रह।
रॉलेट एक्ट बिना मुकदमा चलाए गिरफ्तारी की अनुमति देता था, जिसे गांधी जी ने “काला कानून” कहा।
रॉलेट एक्ट बिना मुकदमा चलाए गिरफ्तारी की अनुमति देता था, जिसे गांधी जी ने “काला कानून” कहा।
16. जलियांवाला बाग हत्याकांड कब हुआ?
उत्तर: 13 अप्रैल 1919।
इस घटना ने भारतीयों के मन से ब्रिटिश न्याय की धारणा समाप्त कर दी और राष्ट्रीय आंदोलन को उग्र बनाया।
इस घटना ने भारतीयों के मन से ब्रिटिश न्याय की धारणा समाप्त कर दी और राष्ट्रीय आंदोलन को उग्र बनाया।
17. खिलाफत आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर: तुर्की के खलीफा की सत्ता की रक्षा।
इस आंदोलन से हिंदू–मुस्लिम एकता को बल मिला और असहयोग आंदोलन को व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ।
इस आंदोलन से हिंदू–मुस्लिम एकता को बल मिला और असहयोग आंदोलन को व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ।
18. नमक सत्याग्रह किस वर्ष शुरू हुआ?
उत्तर: 1930 ई.।
दांडी मार्च के माध्यम से गांधी जी ने ब्रिटिश नमक कानून को तोड़ा, जिससे सविनय अवज्ञा आंदोलन प्रारंभ हुआ।
दांडी मार्च के माध्यम से गांधी जी ने ब्रिटिश नमक कानून को तोड़ा, जिससे सविनय अवज्ञा आंदोलन प्रारंभ हुआ।
19. सविनय अवज्ञा आंदोलन का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: अन्यायपूर्ण कानूनों का शांतिपूर्ण उल्लंघन।
जनता ने कर न देना, विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और ब्रिटिश कानूनों की अवहेलना की।
जनता ने कर न देना, विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और ब्रिटिश कानूनों की अवहेलना की।
20. भारत छोड़ो आंदोलन कब प्रारंभ हुआ?
उत्तर: 1942 ई.।
“करो या मरो” का नारा इसी आंदोलन से जुड़ा है, जिसने स्वतंत्रता को अंतिम लक्ष्य बना दिया।
“करो या मरो” का नारा इसी आंदोलन से जुड़ा है, जिसने स्वतंत्रता को अंतिम लक्ष्य बना दिया।
21. “करो या मरो” का नारा किस आंदोलन से संबंधित है?
उत्तर: भारत छोड़ो आंदोलन (1942)।
यह नारा गांधी जी ने बॉम्बे के गोवालिया टैंक मैदान में दिया, जिसने आंदोलन को जन–विद्रोह का रूप दे दिया।
यह नारा गांधी जी ने बॉम्बे के गोवालिया टैंक मैदान में दिया, जिसने आंदोलन को जन–विद्रोह का रूप दे दिया।
22. असहयोग आंदोलन कब प्रारंभ किया गया?
उत्तर: 1920 ई.।
असहयोग आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन की संस्थाओं से सहयोग समाप्त करना था, जैसे स्कूल, न्यायालय और विदेशी वस्तुएँ।
असहयोग आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन की संस्थाओं से सहयोग समाप्त करना था, जैसे स्कूल, न्यायालय और विदेशी वस्तुएँ।
23. असहयोग आंदोलन को अचानक वापस क्यों ले लिया गया?
उत्तर: चौरी-चौरा कांड के कारण।
1922 में हिंसा की घटना के बाद गांधी जी ने अहिंसा के सिद्धांत की रक्षा हेतु आंदोलन वापस ले लिया।
1922 में हिंसा की घटना के बाद गांधी जी ने अहिंसा के सिद्धांत की रक्षा हेतु आंदोलन वापस ले लिया।
24. स्वदेशी आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर: विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग।
यह आंदोलन 1905 के बंगाल विभाजन के विरोध में प्रारंभ हुआ और आर्थिक राष्ट्रवाद की नींव बना।
यह आंदोलन 1905 के बंगाल विभाजन के विरोध में प्रारंभ हुआ और आर्थिक राष्ट्रवाद की नींव बना।
25. “पूर्ण स्वराज” की घोषणा कांग्रेस ने कब की?
उत्तर: 1929, लाहौर अधिवेशन।
जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस ने पूर्ण स्वतंत्रता को लक्ष्य घोषित किया।
जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस ने पूर्ण स्वतंत्रता को लक्ष्य घोषित किया।
26. डांडी मार्च का नेतृत्व किसने किया?
उत्तर: महात्मा गांधी।
12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से डांडी तक 240 मील की यात्रा कर नमक कानून तोड़ा गया।
12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से डांडी तक 240 मील की यात्रा कर नमक कानून तोड़ा गया।
27. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में “क्रांतिकारी गतिविधियों” का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: सशस्त्र संघर्ष द्वारा ब्रिटिश शासन को समाप्त करना।
भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद जैसे क्रांतिकारियों ने युवाओं में बलिदान और साहस की भावना जगाई।
भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद जैसे क्रांतिकारियों ने युवाओं में बलिदान और साहस की भावना जगाई।
28. सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिंद फौज का गठन कहाँ किया?
उत्तर: सिंगापुर।
आज़ाद हिंद फौज का उद्देश्य ब्रिटिश सेना के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष करना था।
आज़ाद हिंद फौज का उद्देश्य ब्रिटिश सेना के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष करना था।
29. “दिल्ली चलो” का नारा किससे जुड़ा है?
उत्तर: सुभाष चंद्र बोस।
यह नारा आज़ाद हिंद फौज के सैनिकों को प्रेरित करने हेतु दिया गया।
यह नारा आज़ाद हिंद फौज के सैनिकों को प्रेरित करने हेतु दिया गया।
30. कैबिनेट मिशन भारत कब आया?
उत्तर: 1946 ई.।
इसका उद्देश्य भारत को स्वतंत्रता प्रदान करने की संवैधानिक योजना तैयार करना था।
इसका उद्देश्य भारत को स्वतंत्रता प्रदान करने की संवैधानिक योजना तैयार करना था।
31. अंतरिम सरकार का गठन कब हुआ?
उत्तर: 1946 ई.।
जवाहरलाल नेहरू इसके उपाध्यक्ष थे और यह स्वतंत्रता की दिशा में अंतिम चरण था।
जवाहरलाल नेहरू इसके उपाध्यक्ष थे और यह स्वतंत्रता की दिशा में अंतिम चरण था।
32. भारत को स्वतंत्रता कब प्राप्त हुई?
उत्तर: 15 अगस्त 1947।
भारत स्वतंत्र राष्ट्र बना और ब्रिटिश शासन का अंत हुआ।
भारत स्वतंत्र राष्ट्र बना और ब्रिटिश शासन का अंत हुआ।
33. स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री कौन थे?
उत्तर: जवाहरलाल नेहरू।
उन्होंने आधुनिक भारत की नींव रखी और पंचशील नीति का प्रतिपादन किया।
उन्होंने आधुनिक भारत की नींव रखी और पंचशील नीति का प्रतिपादन किया।
34. भारत के अंतिम गवर्नर जनरल कौन थे?
उत्तर: लॉर्ड माउंटबेटन।
उन्होंने सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी की।
उन्होंने सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी की।
35. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की सबसे बड़ी विशेषता क्या थी?
उत्तर: जन–आधारित और अहिंसक संघर्ष।
गांधी जी के नेतृत्व में आंदोलन ने जनसामान्य को राजनीतिक प्रक्रिया से जोड़ा।
गांधी जी के नेतृत्व में आंदोलन ने जनसामान्य को राजनीतिक प्रक्रिया से जोड़ा।
36. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का अंतिम चरण कौन–सा था?
उत्तर: भारत छोड़ो आंदोलन।
इस आंदोलन ने ब्रिटिश शासन की नींव हिला दी और स्वतंत्रता अपरिहार्य हो गई।
इस आंदोलन ने ब्रिटिश शासन की नींव हिला दी और स्वतंत्रता अपरिहार्य हो गई।
37. गांधी जी की राजनीति का मूल सिद्धांत क्या था?
उत्तर: सत्य और अहिंसा।
गांधी जी का मानना था कि नैतिक बल राजनीतिक शक्ति से अधिक प्रभावी होता है।
गांधी जी का मानना था कि नैतिक बल राजनीतिक शक्ति से अधिक प्रभावी होता है।
38. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का आर्थिक प्रभाव क्या था?
उत्तर: स्वदेशी उद्योगों का विकास।
विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार से देशी उद्योगों को प्रोत्साहन मिला।
विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार से देशी उद्योगों को प्रोत्साहन मिला।
39. भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का सामाजिक परिणाम क्या रहा?
उत्तर: राष्ट्रीय चेतना का विकास।
जाति, धर्म और क्षेत्र से ऊपर उठकर भारतीय पहचान सुदृढ़ हुई।
जाति, धर्म और क्षेत्र से ऊपर उठकर भारतीय पहचान सुदृढ़ हुई।
40. प्रतियोगी परीक्षाओं में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन से किस प्रकार के प्रश्न अधिक पूछे जाते हैं?
उत्तर: वर्ष–घटना, नेता–आंदोलन और कथन आधारित प्रश्न।
इसलिए Chronology, Leader–Movement mapping और कारण–परिणाम पर विशेष ध्यान आवश्यक है।
इसलिए Chronology, Leader–Movement mapping और कारण–परिणाम पर विशेष ध्यान आवश्यक है।
