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Post-Mauryan Age –
मौर्योत्तर काल: शुंग, कण्व व सातवाहन राजवंश (Full Magic Notes)
🏛️ Shunga, Kanva, Satavahana – राजवंश, राजधानी, शासक, कला संरक्षण
📚 UPSC / State PSC / SSC / Teaching / One Day Exams
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भाग - 1 : विस्तृत Study Notes (मौर्योत्तर काल, शुंग, कण्व व सातवाहन)
NCERT + Standard Sources आधारित
🎯 Post-Mauryan India को एक ही जगह से Prelims + Mains level पर कवर करने के लिए
🧩 1. मौर्योत्तर काल का परिचय (c. 200 BCE – 300 CE)
मौर्योत्तर काल उस अवधि को कहते हैं जो मौर्य साम्राज्य के पतन (c. 2वीं स. ई.पू.) के बाद
शुरू होती है और लगभग 3री सदी ई. तक चलती है। इस समय अखिल भारतीय साम्राज्य की जगह
क्षेत्रीय राजवंश, विदेशी शक्तियाँ और समुद्री व्यापार प्रमुख बन गए।
- उत्तर भारत – शुंग व कण्व (Magadha, मध्य भारत के भाग)।
- दक्कन – सातवाहन (आंध्र/दक्षिण–मध्य भारत), जिनका प्रभाव 1st c BCE – 3rd c CE तक रहा।
- पश्चिमोत्तर – Indo-Greeks, Shakas, Kushanas आदि।
- विशेषता – तीव्र व्यापार–वाणिज्य, शहरीकरण, नई कला–शैलियाँ (सांची, भरहुत, अमरावती)।
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Exam नोट: UPSC/PCS में अक्सर पूछा जाता है –
“Post-Mauryan period = regional kingdoms + foreign powers + booming trade & art”
इसे एक लाइन में दिमाग में सेट रखिए।
🏹 2. शुंग (Śuṅga) राजवंश
काल: लगभग 185 ई.पू. – 73 ई.पू.
क्षेत्र: मगध केन्द्रित, उत्तर, मध्य व पूर्वी भारत के बड़े हिस्से पर नियंत्रण।
राजधानी: प्रारम्भ में पाटलिपुत्र, बाद में विदिशा / बेसनगर भी शक्ति–केंद्र।
👑 (क) उदय व प्रमुख शासक
- संस्थापक: पुष्यमित्र शुंग – अंतिम मौर्य सम्राट बृहद्रथ की हत्या कर सत्ता हासिल की (c. 185 BCE)।
- मूलतः मौर्य सेना का सेनापति, ब्राह्मण मूल के – ब्राह्मणवादी पुनरुत्थान से जोड़ा जाता है।
- महत्वपूर्ण शासक: – पुष्यमित्र शुंग (संस्थापक, अश्वमेध यज्ञ, यवन आक्रमणों से संघर्ष) – अग्निमित्र – कालिदास की कृति मालविकाग्निमित्र में वर्णित। – भगभद्र – विदिशा/बेसनगर से शासन के साक्ष्य (Heliodorus स्तंभ)। – देवभूति – अंतिम शुंग शासक, जिसे वसुदेव कण्व ने हटाया।
🛕 (ख) समाज, धर्म व राजनीति
- ब्राह्मणवादी परंपरा का पुनरुत्थान – वैदिक यज्ञ, विशेषकर अश्वमेध यज्ञ का पुनर्प्रचलन।
- कई बौद्ध ग्रंथों में पुष्यमित्र को बौद्ध–विरोधी दिखाया गया, पर सांची, भरहुत आदि बौद्ध स्मारकों का विकास शुंग काल में ही होता है, जो संयुक्त कला–संरक्षण को दिखाता है।
- विदेश नीति – इंदो–ग्रीक (यवन) आक्रमणों का प्रतिरोध, गंगा–घाटी की रक्षा।
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Prelims Stick Point:
“Shunga = Pushyamitra = Patliputra + later Vidisha = Sanchi & Bharhut expansion”
यह कॉम्बिनेशन बार–बार MCQs में आता है।
🎨 (ग) शुंग कालीन कला व स्थापत्य
- सांची स्तूप (Great Stupa) का विस्तार – मूल ईंट स्तूप अशोक कालीन, पर शुंग काल में पत्थर से ढँकना, घेरा (vedika), तोरण–द्वार, रेलिंग आदि विकसित हुए।
- भरहुत स्तूप – जटिल रेलिंग–शिल्प, जातक कथाएँ, यक्ष–यक्षी प्रतिमाएँ; इसे शुंग कला का क्लासिक उदाहरण माना जाता है।
- विदिशा कला – बेसनगर (Heliodorus स्तंभ), स्वतंत्र स्तंभ, गारुड़-ध्वज आदि।
🌿 3. कण्व (Kanva) राजवंश
काल: लगभग 73 ई.पू. – 28 ई.पू.
क्षेत्र: मुख्यतः मगध व विदिशा क्षेत्र; अपेक्षाकृत छोटा राजवंश।
राजधानी: परंपरा के अनुसार पाटलिपुत्र, पर सिक्कों से विदिशा/बेसनगर की भूमिका भी दिखती है।
👑 (क) उदय व शासक
- संस्थापक: वसुदेव कण्व – अंतिम शुंग राजा देवभूति की हत्या कर सत्ता में आए।
- कण्व ब्राह्मण मूल से; राजवंश का नाम उनके कण्व गोत्र से।
- कुल चार शासक: – वसुदेव कण्व – भूमिमित्र – नारायण – सुषर्म (अंतिम)
🏛️ (ख) महत्त्व
- पूरे उत्तर भारत को एकसूत्र में बाँधने की क्षमता शुंगों से भी कम – यह Magadha की घटती शक्ति को दर्शाता है।
- संस्कृति, धर्म व प्रशासन में शुंग परंपरा का ही विस्तार; कोई बड़ी नई संस्था नहीं।
- अंततः सातवाहन/आंध्र शक्ति द्वारा समाप्त – इससे Magadha का “सर्वभारतीय केंद्र” वाला status कमजोर होता है।
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One Line Memory:
“Shunga → Kanva → फिर Deccan की Satavahana शक्ति”
यह क्रम लगभग हर परीक्षा के Chronology प्रश्न में होता है।
🚢 4. सातवाहन (Satavahana / Andhra) राजवंश
काल: लगभग 1st c BCE – 3rd c CE (कुछ स्रोत 2nd c BCE से)।
क्षेत्र: दक्कन (आंध्र, महाराष्ट्र, मध्य भारत के भाग), उत्तर–दक्षिण भारत के बीच “bridge” की भूमिका।
राजधानी: मुख्यतः प्रतिष्ठान/प्रतिष्ठान (Paithan, Maharashtra), साथ में अमरावती भी महत्त्वपूर्ण केंद्र।
👑 (क) उदय व प्रमुख शासक
- संस्थापक: परंपरा अनुसार सिमुक (Simuka), जिसने प्रारंभिक सातवाहन सत्ता स्थापित की।
- महत्त्वपूर्ण शासक: – Satakarni I – प्रारंभिक विस्तार व वैदिक यज्ञ (अश्वमेध) से जुड़ा। – Gautamiputra Satakarni – “सर्वश्रेष्ठ सातवाहन”, Shakas (Nahapana) को पराजित कर पश्चिमी तट पर पुनः नियंत्रण। – Vasisthiputra Pulumavi – समुद्री व्यापार, बंदरगाहों व नदियों पर नियंत्रण। – Yajna Sri Satakarni – उत्तर–पश्चिम तक प्रभाव, फिर धीरे–धीरे पतन।
🏛️ (ख) प्रशासन व समाज
- सातवाहन शासन ने कई मौर्य प्रशासनिक शब्दावली रखी – जैसे आहार (Ahar) = जिला, अधिकारियों को Amatya व Mahamatra कहा गया।
- सेनापति जैसे सैन्य पदों को कई बार प्रांतीय राज्यपाल बना दिया गया – प्रशासन में feudal/military तत्व।
- मातृनाम–परंपरा – कई शासकों के नाम माँ के साथ (जैसे Gautamiputra) – समाज में महिलाओं की उच्च स्थिति का संकेत।
- भूमि–दान (अग्रहार) द्वारा ब्राह्मणों व बौद्ध संस्थाओं को समर्थन – mixed धार्मिक नीति।
💰 (ग) अर्थव्यवस्था, व्यापार व नगर
- सातवाहन काल व्यापार–वाणिज्य का स्वर्णकाल – विशेषकर रोमन साम्राज्य के साथ समुद्री व्यापार (मसाले, वस्त्र, मोती, धातु)।
- Pratishthana (Paithan) व Tagara को विदेशी ग्रंथों में प्रमुख व्यापारिक शहर के रूप में वर्णित किया गया है।
- सिक्के – मुख्यतः सीसा (lead), तांबा, चाँदी; कई पर “उज्जयनी चिह्न”, “तीन कमानी पहाड़” आदि चिह्न।
- कारवाँ मार्ग + समुद्री मार्ग दोनों पर नियंत्रण → दक्कन को उत्तर व दक्षिण दोनों से जोड़ा।
🎨 (घ) सातवाहन कला व स्थापत्य
- अमरावती व नागार्जुनकोंडा स्तूप – समृद्ध शिल्पकला, जटिल narrative panels, जिन्हें Amaravati School of Art के नाम से जाना जाता है।
- नासिक, कार्ले, भज्जा, कन्हेरी आदि गुफाएँ – सातवाहन व स्थानीय व्यापारिक वर्ग की दान–परंपरा से निर्मित।
- अजन्टा की प्रारंभिक गुफाएँ (कक्ष 9 व 10) – सातवाहन संरक्षण से जुड़ी मानी जाती हैं।
- कुछ स्रोतों में सातवाहनों द्वारा अशोक स्तूपों के विस्तार (अमरावती आदि) की बात भी आती है – जो मौर्य से सातवाहन तक कला–विकास की continuity दिखाती है।
🎯
Super Summary (One Frame):
Shunga = Magadha + Brahmanical revival + Sanchi–Bharhut art
Kanva = Short Brahmin dynasty in Magadha, capital Pataliputra/Vidisha
Satavahana = Deccan power + Roman trade + Amaravati–Nasik–Karla art
Kanva = Short Brahmin dynasty in Magadha, capital Pataliputra/Vidisha
Satavahana = Deccan power + Roman trade + Amaravati–Nasik–Karla art
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भाग - 2 : Quick Revision Notes (3–5 मिनट में पूरा टॉपिक)
Prelims Booster
⚡ सिर्फ मुख्य बिंदु – आखिरी दिन की तेजी से दोहराई के लिए
🧩 Post-Mauryan Snapshot
- समय: लगभग 200 BCE – 300 CE।
- एक साम्राज्य की जगह क्षेत्रीय राजवंश + विदेशी शक्तियाँ।
- व्यापार–वाणिज्य, शहरीकरण, नई कला–शैलियाँ तेजी से विकसित।
- उत्तर – Shunga/Kanva, दक्कन – Satavahana।
Regional States
Trade Boom
🏹 Shunga – Key Facts
- संस्थापक – पुष्यमित्र शुंग (सेनापति)।
- राजधानी – पहले पाटलिपुत्र, फिर विदिशा/बेसनगर।
- अश्वमेध यज्ञ, ब्राह्मणवादी पुनरुत्थान।
- Sanchi–Bharhut स्तूप विस्तार–सज्जा।
Pataliputra–Vidisha
Sanchi & Bharhut
🌿 Kanva – Quick View
- संस्थापक – वसुदेव कण्व (ब्राह्मण)।
- काल – लगभग 73–28 BCE।
- राजधानी – परंपरा: पाटलिपुत्र; सिक्के: विदिशा क्षेत्र।
- कुल 4 शासक, अंत – Satavahana के हाथों।
Short Dynasty
Vasudeva Kanva
🚢 Satavahana – Core Data
- संस्थापक – सिमुक।
- राजधानी – प्रतिष्ठान (Paithan) + Amaravati।
- रिलेशन – North–South bridging power।
- रोमन व्यापार, समुद्री–करवाँ मार्ग पर पकड़।
Pratishthana
Roman Trade
👑 Satavahana – Rulers
- Satakarni I – प्रारंभिक विस्तार।
- Gautamiputra Satakarni – सबसे शक्तिशाली, Shaka Nahapana पर विजय।
- Vasisthiputra Pulumavi – समुद्री व्यापार, बंदरगाह केंद्र।
- Yajna Sri Satakarni – उत्तर–पश्चिम पर प्रभाव, बाद में पतन।
Gautamiputra
Shaka Defeat
🎨 Art & Architecture
- Shunga – Sanchi, Bharhut, Vidisha art।
- Satavahana – Amaravati, Nagarjunakonda, Nasik, Karla, Ajanta (9–10)।
- बौद्ध स्तूप + गुफा–विहार + narrative relief panels।
- अशोक स्तूपों का विस्तार व पत्थर कार्य।
Amaravati School
Rock-cut Caves
❓
भाग - 3 : PYQs / One Liners (Shunga–Kanva–Satavahana – Show / Hide Answer)
40+ बार–बार पूछे जाने वाले प्रश्न
PYQ Corner: शुंग, कण्व, सातवाहन व मौर्योत्तर काल पर आधारित one-liners,
जिनमें हर प्रश्न के साथ छोटा Exam-oriented explanation दिया गया है।
Q1. शुंग राजवंश का संस्थापक कौन था? 👁️ Show / Hide
उत्तर: पुष्यमित्र शुंग
Q2. प्रारंभिक शुंगों की राजधानी कहाँ थी? 👁️ Show / Hide
उत्तर: पाटलिपुत्र
Q3. विदिशा (बेसनगर) किस राजवंश के काल में महत्त्वपूर्ण राजधानी/कला–केंद्र बनी? 👁️ Show / Hide
उत्तर: शुंग व कण्व दोनों के काल में
Q4. कालिदास की नाट्यकृति “मालविकाग्निमित्र” किस शुंग शासक से संबंधित है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: अग्निमित्र शुंग
Q5. कौन-सा राजवंश मौर्य के तुरंत बाद गंगा–घाटी में सत्ता में आया – शुंग, सातवाहन या गुप्त? 👁️ Show / Hide
उत्तर: शुंग राजवंश
Q6. शुंग राजवंश की अनुमानित अवधि किस विकल्प से मेल खाती है? (अ) 322–185 BCE (ब) 185–73 BCE (स) 73–28 BCE (द) 1–300 CE 👁️ Show / Hide
उत्तर: (ब) 185–73 BCE
Q7. अंतिम शुंग शासक देवभूति को किसने पदच्युत कर कण्व राजवंश की स्थापना की? 👁️ Show / Hide
उत्तर: वसुदेव कण्व
Q8. कण्व राजवंश की अवधि लगभग कितनी रही? 👁️ Show / Hide
उत्तर: लगभग 73–28 BCE (लगभग 45 वर्ष)
Q9. कण्व राजवंश के चार प्रमुख शासकों का सही क्रम क्या है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: वसुदेव → भूमिमित्र → नारायण → सुषर्म
Q10. किस राजवंश ने शुंगों की तरह ही ब्राह्मणवादी परंपराओं को आगे बढ़ाया – कण्व या सातवाहन? 👁️ Show / Hide
उत्तर: कण्व राजवंश
Q11. सांची के महान स्तूप का मूल निर्माण किसके काल में हुआ और विस्तार/सज्जा मुख्यतः किस काल में हुई? 👁️ Show / Hide
उत्तर: मूल ईंट स्तूप – अशोक; विस्तार/सज्जा – शुंग व आगे सातवाहन काल में
Q12. भरहुत स्तूप की जटिल रेलिंग–शिल्प किस कला–काल का प्रतिनिधित्व करते हैं? 👁️ Show / Hide
उत्तर: शुंग कालीन बौद्ध कला
Q13. Heliodorus स्तंभ कहाँ स्थित है और यह किस सांस्कृतिक–संपर्क का प्रमाण है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: बेसनगर (विदिशा) – Indo-Greek दूत व शुंग दरबार के संपर्क का प्रमाण
Q14. सातवाहन राजवंश को किस अन्य नाम से भी जाना जाता है – आंध्र, वाकाटक या गुप्त? 👁️ Show / Hide
उत्तर: आंध्र राजवंश
Q15. सातवाहन राजवंश की मुख्य राजधानी कौन-सी मानी जाती है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: प्रतिष्ठान / प्रतिष्ठान (Paithan, महाराष्ट्र)
Q16. सातवाहन राजवंश के संस्थापक के रूप में किसका नाम स्वीकार किया जाता है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: सिमुक
Q17. “Gautamiputra Satakarni” किस राजवंश का सर्वाधिक शक्तिशाली शासक माना जाता है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: सातवाहन राजवंश
Q18. “मातृनाम–परंपरा” (mother’s name का use) विशेष रूप से किस राजवंश के शासकों में देखी जाती है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: सातवाहन राजवंश (उदा. Gautamiputra Satakarni)
Q19. “आहार” (Āhāra) शब्द सातवाहन प्रशासन में किसके लिए प्रयोग किया जाता था? 👁️ Show / Hide
उत्तर: जिला / प्रशासनिक इकाई
Q20. सातवाहन प्रशासन में कई बार “सेनापति” किस अतिरिक्त भूमिका में दिखता है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: प्रांतीय राज्यपाल / गवर्नर
Q21. किस ग्रंथ में सातवाहन व्यापारिक केंद्र “प्रतीष्ठान (Pratishthana) और Tagara” का उल्लेख मिलता है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: Periplus of the Erythraean Sea
Q22. सातवाहन राजवंश का प्रमुख विदेशी व्यापार किस क्षेत्र से जुड़ा था – रोमन साम्राज्य, चीन या मध्य एशिया? 👁️ Show / Hide
उत्तर: रोमन साम्राज्य
Q23. सातवाहन सिक्कों में प्रायः कौन–कौन से धातु उपयोग होती थीं? 👁️ Show / Hide
उत्तर: सीसा, ताँबा, चाँदी (lead, copper, silver)
Q24. Amaravati School of Art मुख्यतः किस राजवंश के संरक्षण से जुड़ी है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: सातवाहन राजवंश
Q25. नासिक, कार्ले व भज्जा गुफाएँ मुख्यतः किस धर्म और किस प्रकार की स्थापत्य शैली से संबंधित हैं? 👁️ Show / Hide
उत्तर: बौद्ध धर्म; चैत्य–विहार (rock-cut architecture)
Q26. मौर्योत्तर काल की सबसे महत्त्वपूर्ण आर्थिक विशेषता क्या मानी जाती है – (अ) कृषि विस्तार (ब) व्यापार–वाणिज्य का तेज विकास (स) केवल सैन्य विस्तार (द) केवल धार्मिक मतभेद? 👁️ Show / Hide
उत्तर: (ब) व्यापार–वाणिज्य का तेज विकास
Q27. शुंग राजवंश का धर्म–नीति का स्वरूप कैसा था – पूर्ण रूप से बौद्ध, पूर्ण रूप से जैन, मुख्यतः ब्राह्मणिक पर बौद्ध स्मारकों का भी संरक्षण, या केवल लोक–धर्म? 👁️ Show / Hide
उत्तर: मुख्यतः ब्राह्मणिक पर बौद्ध स्मारकों का भी संरक्षण
Q28. किस राजवंश के पतन के साथ Magadha का अखिल भारतीय साम्राज्य के रूप में महत्व तय रूप से समाप्त हो जाता है – मौर्य, शुंग या कण्व? 👁️ Show / Hide
उत्तर: कण्व राजवंश के बाद
Q29. मौर्योत्तर उत्तर भारत में “Magadha + Vidisha axis” किस दो राजवंशों से जुड़ा है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: शुंग व कण्व
Q30. दक्कन में मौर्य के बाद लगभग एक सदी के अंतराल के बाद कौन–सा राजवंश उभरता है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: सातवाहन राजवंश
Q31. सातवाहन काल में कौन–सा सामाजिक–आर्थिक वर्ग गुफाओं व स्तूप–निर्माण में बड़ा दानदाता था – कृषक, शिल्पकार/सेठ–स्रेष्ठि, या केवल राजा? 👁️ Show / Hide
उत्तर: शिल्पकार, व्यापारी, सेठ–स्रेष्ठि आदि नगरीय/व्यापारिक वर्ग
Q32. Satavahanas किस बौद्ध परंपरा के प्रमुख संरक्षक माने जाते हैं – हीनयान (Theravada) या महायान? 👁️ Show / Hide
उत्तर: हीनयान (Theravada) परंपरा के प्रमुख संरक्षक
Q33. निम्न में से कौन-सा युग्म सही सुमेलित है?
(अ) Shunga – Amaravati Stupa
(ब) Satavahana – Nasik / Karla caves
(स) Kanva – Ajanta पूरा विकास
(द) Maurya – Heliodorus स्तंभ
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उत्तर: (ब) Satavahana – Nasik / Karla caves (सही)
Q34. Post-Mauryan period में “regionalisation of art” शब्द से क्या अभिप्राय है? 👁️ Show / Hide
उत्तर: अलग–अलग क्षेत्रों में विशिष्ट कला–शैलियों का विकास (Sanchi–Bharhut, Mathura, Amaravati आदि)
Q35. मौर्योत्तर काल में गुफा–वास्तुकला (rock-cut) के तेज विकास का मुख्य कारण क्या था – तकनीकी, धार्मिक या व्यापारिक? 👁️ Show / Hide
उत्तर: तीनों – तकनीकी प्रगति, बौद्ध धर्म का प्रसार और व्यापारी दान
Q36. निम्न Chronology सही है या नहीं? Maurya → Shunga → Kanva → Satavahana → Kushana → Gupta 👁️ Show / Hide
उत्तर: मोटे तौर पर Prelims के लिए यह acceptable क्रम है
Q37. मौर्योत्तर समाज में शिल्पकार–गिल्ड (श्रेणी) की भूमिका क्यों बढ़ी? 👁️ Show / Hide
उत्तर: शहरीकरण, व्यापार–वृद्धि और बड़े निर्माण–कार्य (स्तूप, गुफाएँ, मंदिर) के कारण
Q38. शुंग, कण्व, सातवाहन – तीनों में किस समानता को एक लाइन में लिख सकते हैं? 👁️ Show / Hide
उत्तर: ये तीनों मौर्योत्तर काल में उत्पन्न क्षेत्रीय राजवंश हैं, जो कला, व्यापार व धर्म–संरक्षण से जुड़े हैं।
Q39. “Post-Mauryan India = Age of ... ?” रिक्त स्थान भरिए (एक शब्द में उत्तर दीजिए – Empire या Regional Kingdoms?) 👁️ Show / Hide
उत्तर: Regional Kingdoms
Q40. निम्न में से किस राजवंश को “उत्तर–दक्षिण भारत के बीच सेतु (Bridge)” की भूमिका के लिए जाना जाता है – शुंग, कण्व या सातवाहन? 👁️ Show / Hide
उत्तर: सातवाहन राजवंश
